दिसंबर की तेज ठंड में राहत देने के लिए 23 दिसंबर से स्कूल में शीतकालीन
अवकाश होंगे। इस दौरान शिक्षकों की कक्षाएं लगेंगी। राजस्थान स्कूल शिक्षा
परिषद ने पहली से आठवीं तक को पढ़ाने वाले नए लगे 26 हजार 226 शिक्षकों के
लिए जिला स्तरीय 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण करने के निर्देश बुधवार को
जारी किए।
मार्च 2017 के बाद प्रदेशभर में लगे लेवल-1 के नवचयनित 13 हजार 887 एवं लेवल-2 के 12 हजार 339 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें जिले के लेवल-1 के 608 तथा लेवल-2 के 599 शिक्षक शामिल हैं। लेवल-1 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 25 दिसंबर से 3 जनवरी तक व लेवल-2 के शिक्षकों का 4 से 13 जनवरी तक होगा। शिक्षकों को शिक्षण की नई तकनीक बताने के लिए प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण आयोजन के पूर्व मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं पदेन जिला परियोजना समन्वयक की अध्यक्षता में डाइट प्राचार्य, एडीपीसी, प्रशिक्षण प्रभारी तथा एसआरजी सदस्यों की संयुक्त बैठक का आयोजन कर आवास स्थल, भोजन व जलपान, केआरपी, सहायक सामग्री व प्रोजेक्टर की उपलब्धता आदि की व्यवस्था के निर्देश जारी किए। अनुपस्थित शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए गए।
वरिष्ठ अध्यापकों को अंतर जिला प्रशिक्षण
लेवल-1 व 2 के साथ ही वरिष्ठ अध्यापकों को भी 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। प्रशिक्षण 26 दिसंबर से दिया जाएगा। हिंदी, गणित, अंग्रेजी व सामाजिक ज्ञान के 170 वरिष्ठ अध्यापक टोंक, नागौर व अजमेर में प्रशिक्षण प्राप्त करने जाएंगे। वहीं जिले में अजमेर, नागौर व टोंक के 180 वरिष्ठ अध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त करने जिले में आएंगे। गत ग्रीष्मावकाश में प्रशिक्षण ले चुके वरिष्ठ अध्यापकों को प्रशिक्षण से मुक्त रखा गया है।
12 केआरपी प्राप्त करेंगे 6 दिवसीय प्रशिक्षण
शैक्षिक गुणवत्ता के लिए सत्र 2018-19 में शीतकालीन अवकाश में वरिष्ठ अध्यापकों के 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिले के 11 व्याख्याताओं व एक वरिष्ठ अध्यापक को दक्ष प्रशिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। इन्हें 19 से 24 दिसंबर तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बायोमैट्रिक मशीन से ली जाएगी उपस्थिति
आवासीय प्रशिक्षण में शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संभागियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक्स मशीन से ली जाएगी। ब्लॉक व जिला कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। गुणवत्ता पूर्ण नाश्ते व भोजन की व्यवस्था रहेंगी।
सबसे अधिक शिक्षक 3139 बाड़मेर जिले के
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले नए शिक्षकों में सबसे अधिक 3139 बाड़मेर जिले के व सबसे कम मात्र 97 शिक्षक झूंझुनू जिले के हैं। अजमेर के 661, अलवर के 1148, बांसवाड़ा के 739, बारां के 434, भरतपुर के 695, बीकानेर के 855, बूंदी के 474, चितौडग़ढ़ के 652, चुरु के 682, दौसा के 386, धौलपुर के 742, डूंगरपुर के 920, गंगानगर के 661, हनुमानगढ़ के 453, जयपुर के 1445, जैसलमेर के 371, जालौर के 1055, झालावाड़ के 747, जोधपुर के 1837, करौली के 255, कोटा के 199, नागौर के 1411, पाली के 733, प्रतापगढ़ के 688, राजसमंद के 742, सवाईमाधोपुर के 231, सीकर के 287, सिरोही के 364, टोंक के 437 एवं उदयपुर जिले के लेवल-1 व 2 के 1625 नव चयनित शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
शीतकालीन अवकाश में ग्रेड थर्ड व वरिष्ठ अध्यापकों को प्रशिक्षण के आदेश प्राप्त हो गए हैं। 1207 ग्रेड थर्ड तथा 170 वरिष्ठ अध्यापकों को अंतर जिला आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। शिक्षकों की उपस्थिति बायोमैट्रिक्स मशीन से ली जाएगी। प्रशिक्षण की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई। योगेश पारीक एपीसी समसा, भीलवाड़ा
मार्च 2017 के बाद प्रदेशभर में लगे लेवल-1 के नवचयनित 13 हजार 887 एवं लेवल-2 के 12 हजार 339 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इनमें जिले के लेवल-1 के 608 तथा लेवल-2 के 599 शिक्षक शामिल हैं। लेवल-1 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 25 दिसंबर से 3 जनवरी तक व लेवल-2 के शिक्षकों का 4 से 13 जनवरी तक होगा। शिक्षकों को शिक्षण की नई तकनीक बताने के लिए प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण आयोजन के पूर्व मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं पदेन जिला परियोजना समन्वयक की अध्यक्षता में डाइट प्राचार्य, एडीपीसी, प्रशिक्षण प्रभारी तथा एसआरजी सदस्यों की संयुक्त बैठक का आयोजन कर आवास स्थल, भोजन व जलपान, केआरपी, सहायक सामग्री व प्रोजेक्टर की उपलब्धता आदि की व्यवस्था के निर्देश जारी किए। अनुपस्थित शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए गए।
वरिष्ठ अध्यापकों को अंतर जिला प्रशिक्षण
लेवल-1 व 2 के साथ ही वरिष्ठ अध्यापकों को भी 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। प्रशिक्षण 26 दिसंबर से दिया जाएगा। हिंदी, गणित, अंग्रेजी व सामाजिक ज्ञान के 170 वरिष्ठ अध्यापक टोंक, नागौर व अजमेर में प्रशिक्षण प्राप्त करने जाएंगे। वहीं जिले में अजमेर, नागौर व टोंक के 180 वरिष्ठ अध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त करने जिले में आएंगे। गत ग्रीष्मावकाश में प्रशिक्षण ले चुके वरिष्ठ अध्यापकों को प्रशिक्षण से मुक्त रखा गया है।
12 केआरपी प्राप्त करेंगे 6 दिवसीय प्रशिक्षण
शैक्षिक गुणवत्ता के लिए सत्र 2018-19 में शीतकालीन अवकाश में वरिष्ठ अध्यापकों के 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिले के 11 व्याख्याताओं व एक वरिष्ठ अध्यापक को दक्ष प्रशिक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। इन्हें 19 से 24 दिसंबर तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बायोमैट्रिक मशीन से ली जाएगी उपस्थिति
आवासीय प्रशिक्षण में शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संभागियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक्स मशीन से ली जाएगी। ब्लॉक व जिला कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। गुणवत्ता पूर्ण नाश्ते व भोजन की व्यवस्था रहेंगी।
सबसे अधिक शिक्षक 3139 बाड़मेर जिले के
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले नए शिक्षकों में सबसे अधिक 3139 बाड़मेर जिले के व सबसे कम मात्र 97 शिक्षक झूंझुनू जिले के हैं। अजमेर के 661, अलवर के 1148, बांसवाड़ा के 739, बारां के 434, भरतपुर के 695, बीकानेर के 855, बूंदी के 474, चितौडग़ढ़ के 652, चुरु के 682, दौसा के 386, धौलपुर के 742, डूंगरपुर के 920, गंगानगर के 661, हनुमानगढ़ के 453, जयपुर के 1445, जैसलमेर के 371, जालौर के 1055, झालावाड़ के 747, जोधपुर के 1837, करौली के 255, कोटा के 199, नागौर के 1411, पाली के 733, प्रतापगढ़ के 688, राजसमंद के 742, सवाईमाधोपुर के 231, सीकर के 287, सिरोही के 364, टोंक के 437 एवं उदयपुर जिले के लेवल-1 व 2 के 1625 नव चयनित शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
शीतकालीन अवकाश में ग्रेड थर्ड व वरिष्ठ अध्यापकों को प्रशिक्षण के आदेश प्राप्त हो गए हैं। 1207 ग्रेड थर्ड तथा 170 वरिष्ठ अध्यापकों को अंतर जिला आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। शिक्षकों की उपस्थिति बायोमैट्रिक्स मशीन से ली जाएगी। प्रशिक्षण की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई। योगेश पारीक एपीसी समसा, भीलवाड़ा
No comments:
Post a Comment