अजमेर|अलवर गेट थाना पुलिस की गिरफ्त में फंसे ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जाम
(जेट) के राजस्थान टॉपर सहित कोचिंग संस्थान के संचालक आैर शिक्षक तीनों को
रविवार को कोर्ट के आदेशों पर जेल भेज दिया गया।
आरोपी राजस्थान टॉपर ने एक नाबालिग के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी बन परीक्षा दी थी, जिसमें कोचिंग संस्थान के संचालक आैर शिक्षक ने मिलीभगत कर सहयोग किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक रींगस निवासी राजेश निठारवाल, शंकरलाल नेतड़ आैर भवानी सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। मालूम हो कि राजेश रींगस में सनराइज जेट क्लासेज नाम से कोचिंग संस्थान चलाता है, जबकि शंकरलाल यहीं शिक्षक है। इसी संस्थान में एक नाबालिग ने नेट की कोचिंग की थी। जून में जब नेट की परीक्षा हुई तो नाबालिग के स्थान पर राजेश आैर शंकरलाल ने फर्जीवाड़ा कर भवानी सिंह को बैठा दिया। परीक्षा सेंटर अजमेर का सेंट फ्रांसिस स्कूल था। परीक्षा में भवानीसिंह ने राज्य में टॉप किया था। इस मामले में जांच कर पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपियों के तार किसी अन्य परीक्षा से तो नहीं जुड़े हैं।
आरोपी राजस्थान टॉपर ने एक नाबालिग के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी बन परीक्षा दी थी, जिसमें कोचिंग संस्थान के संचालक आैर शिक्षक ने मिलीभगत कर सहयोग किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक रींगस निवासी राजेश निठारवाल, शंकरलाल नेतड़ आैर भवानी सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। मालूम हो कि राजेश रींगस में सनराइज जेट क्लासेज नाम से कोचिंग संस्थान चलाता है, जबकि शंकरलाल यहीं शिक्षक है। इसी संस्थान में एक नाबालिग ने नेट की कोचिंग की थी। जून में जब नेट की परीक्षा हुई तो नाबालिग के स्थान पर राजेश आैर शंकरलाल ने फर्जीवाड़ा कर भवानी सिंह को बैठा दिया। परीक्षा सेंटर अजमेर का सेंट फ्रांसिस स्कूल था। परीक्षा में भवानीसिंह ने राज्य में टॉप किया था। इस मामले में जांच कर पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपियों के तार किसी अन्य परीक्षा से तो नहीं जुड़े हैं।
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