कोटा|महात्मा गांधी की भूमिका निभाने वाले एनके जानी ने कहा कि वह
इंजीनियरिंग करने के बाद सरकारी नौकरी हाथ आने पर भी उनको छोड़कर अपनी पसंद
के फील्ड आया।
जानी रविवार को शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। जानी को देखने व सुनने के लिए रविवार को कोचिंग स्टूडेंट्स पहुंचे। उन्होंने कहा कि बचपन से शिक्षक बनाना चाहता था। साढ़े 18 वर्ष की उम्र में मेकेनिकल में बीटेक किया। इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी पसंद के फील्ड में आ गया। उन्होंने कहा कि बुद्धिमत्ता के मामले में भारत दुनिया मे बहुत आगे है। पहले गुरुकुल में शिक्षक विद्यार्थी को अपने बच्चे के समान मानते थे। आज महंगे स्कूल बच्चों की दिनचर्या को बदल रहे हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ सद्भावना भी सिखाई जाए।
जानी रविवार को शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। जानी को देखने व सुनने के लिए रविवार को कोचिंग स्टूडेंट्स पहुंचे। उन्होंने कहा कि बचपन से शिक्षक बनाना चाहता था। साढ़े 18 वर्ष की उम्र में मेकेनिकल में बीटेक किया। इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी पसंद के फील्ड में आ गया। उन्होंने कहा कि बुद्धिमत्ता के मामले में भारत दुनिया मे बहुत आगे है। पहले गुरुकुल में शिक्षक विद्यार्थी को अपने बच्चे के समान मानते थे। आज महंगे स्कूल बच्चों की दिनचर्या को बदल रहे हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ सद्भावना भी सिखाई जाए।
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