बाडमेर: राजस्थान की थार नगरी बाडमेर में जहां स्कूली
शिक्षा से लेकर काॅलेज तक शिक्षकों की कमी झेल रहे हैं, दूसरा राजधानी के
नजदीक लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बाडमेर भेजने की धमकियां दी जाती
है
उसी बाडमेर के राजकीय पीजी काॅलेज में विषेश क्लासें लगाकर अधिकारी तैयार किए जा रहे हैं स्थिति ये है कि अब आने वाले युवाओं को यहां जगह नहीं मिल पा रही है और जगह एवं फेकल्टी के अभाव में अतिक्ति कक्षाएं भी नहीं ली जा सकती है।
दरअसल यह कहानी शुरू होती है इसी काॅलेज में कार्यरत लेफ्टिनेट डाॅ आदर्श किशोर जाणी से जो युवाओं के प्रेरणा श्रोत हैं। उनकी मेहनत एवं लगन का ही परिणाम है कि यहां विषेश कक्षाओं के लिए निशुल्क फेकल्टि भी कार्य कर रही है। ये सिलसिला चल रहा है पिछले दो वर्ष से तब से लकर अब तक अलग-अलग भर्तियों के लिए यहां युवाओं को तैयार किया जा रहा है। नतीजतन तीस युवा आर्मी में भर्ती हो चुके हैं।
यहां बुक बैक भी है जिसमें सामान्य ज्ञान, गणित, विज्ञान सहित अन्य किताबें एवं डीवीडी सहित अन्य सामग्री उपलब्ध है छात्र जरूरत के मुताबिक ले जाते है पढने के बाद वापस जमा करा देते हैं। अब तक इस जिले के कई युवाओं ने आईएएस भर्ती में अपना लोहा मनवाया है लेकिन आर्मी में सीधे अधिकारी पोस्ट पर सीमावर्ती गांव बन्ने की बस्ती के युवा बशीर खान का ही चयन हुआ है। इसकेा लेकर युवाओं में सैन्य अधिकारी भर्तियों के बारे में 1 जनवरी से 7 जनवरी तक विषेश कार्यक्रम आयोजित होगा।
दिशारी में प्रथम
सरकार ने प्रदेश के सरकारी काॅलेजों में युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के मकसद से प्रोजेक्ट मांगे थे जिसमें बाडमेर पीजी काॅलेज ने भी प्रोजेक्ट भेजा था प्रदेश की टाॅप 10 काॅलेज एक पीजी काॅलेज बाडमेर भी है। 50 दिवस के गणित एवं रीजनिंग की क्लासें हुई सबसे पहले पूरा कोर्स भी इस काॅलेज से ही हुआ। इसी में इमरान खान के दिशारी जीके एप्प में 48 घंटे में 9000 सवाल सही करने वाला इस क्लास के जोगेन्द है वहीं ग्लोबल रैंक में 10 में से 8 छात्र पीजी काॅलेज बाडमेर के हैं।
अभी चल रही है आरएएस
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली आरएएस परीक्षा की तैयारी उजस की ओर से निशुल्क कराई जा रही हैं जिसमें 175 छात्र एवं 15 छात्राएं भाग ले रही हैं। जिनको उजस की टीम की ओर से निशुल्क पढाया जा रहा है। इस टीम में वे युवा हैं जो विभिन्न भर्तियों में सफलता हासिल कर चुके हैं एवं कुछ अभी भी प्रयासरत हैं जिन्हें लंबा अनुभव भी है। शाम चार बजे से छह बजे तक नियमित कक्षाएं ली जा रही है जिनकी निगरानी लेफिटनेंट डाॅ आदर्श किशोर कर रहे हैं जो दिशारी के नाॅडल एवं उजस के चैयर्मैन हैं। उजस का मकसद निराश्रित एवं ग्रामीण युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोडना है इसी उद्देश्य से पहले आर्मी भर्ती एवं अब आरएएस की कक्षाएं निशुल्क दी जा रही हैं।
सैन्य सेवाओं के लिए भी कराई तैयारी
इससे पहले उजस की और से काॅलेज कैंपस में युवाओं को आर्मी भर्ती के लिए भी फिजिकल एवं क्लाासें लगाकर तैयारी कराई गई। सुबह चार से छह बजे तक फिजिकल एवं शाम चार से छह बजे तक लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाती थी इसके दो बैच निकाले गए हैं जिनमें पहले बैच में 160 छात्रों में आर्मी भर्ती में 92 ने फिजिकल पास किया जिनमें से 13 का चयन हुआ वहीं दूसरे बैच में 120 में से 67 फिजिकली फिट हुए एवं 17 का चयन हुआ जो देश के अलग अलग हिस्सों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। दिल्ल पुलिस भर्ती में इस क्लास में कुल 24 लडकियां है जिनमें से 23 का फिजिकल में चयन हुआ है लिखित परीक्षा का परिणाम जारी होना है।
ये है उजस की टीम
अब्दुल खान मेहर, विजय कुमार, सुरेश कुमार, भंवराज, स्वाति चैधरी, नर्पतलाल, अन्नाराम, शंकरलाल, खेतसिंह सुथार, सद्दाम हुसैन एवं कैलाश कुमार है जो अलग अलक विषय की निशुल्क कोचिंग दे रहे हैं।
उसी बाडमेर के राजकीय पीजी काॅलेज में विषेश क्लासें लगाकर अधिकारी तैयार किए जा रहे हैं स्थिति ये है कि अब आने वाले युवाओं को यहां जगह नहीं मिल पा रही है और जगह एवं फेकल्टी के अभाव में अतिक्ति कक्षाएं भी नहीं ली जा सकती है।
दरअसल यह कहानी शुरू होती है इसी काॅलेज में कार्यरत लेफ्टिनेट डाॅ आदर्श किशोर जाणी से जो युवाओं के प्रेरणा श्रोत हैं। उनकी मेहनत एवं लगन का ही परिणाम है कि यहां विषेश कक्षाओं के लिए निशुल्क फेकल्टि भी कार्य कर रही है। ये सिलसिला चल रहा है पिछले दो वर्ष से तब से लकर अब तक अलग-अलग भर्तियों के लिए यहां युवाओं को तैयार किया जा रहा है। नतीजतन तीस युवा आर्मी में भर्ती हो चुके हैं।
यहां बुक बैक भी है जिसमें सामान्य ज्ञान, गणित, विज्ञान सहित अन्य किताबें एवं डीवीडी सहित अन्य सामग्री उपलब्ध है छात्र जरूरत के मुताबिक ले जाते है पढने के बाद वापस जमा करा देते हैं। अब तक इस जिले के कई युवाओं ने आईएएस भर्ती में अपना लोहा मनवाया है लेकिन आर्मी में सीधे अधिकारी पोस्ट पर सीमावर्ती गांव बन्ने की बस्ती के युवा बशीर खान का ही चयन हुआ है। इसकेा लेकर युवाओं में सैन्य अधिकारी भर्तियों के बारे में 1 जनवरी से 7 जनवरी तक विषेश कार्यक्रम आयोजित होगा।
दिशारी में प्रथम
सरकार ने प्रदेश के सरकारी काॅलेजों में युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के मकसद से प्रोजेक्ट मांगे थे जिसमें बाडमेर पीजी काॅलेज ने भी प्रोजेक्ट भेजा था प्रदेश की टाॅप 10 काॅलेज एक पीजी काॅलेज बाडमेर भी है। 50 दिवस के गणित एवं रीजनिंग की क्लासें हुई सबसे पहले पूरा कोर्स भी इस काॅलेज से ही हुआ। इसी में इमरान खान के दिशारी जीके एप्प में 48 घंटे में 9000 सवाल सही करने वाला इस क्लास के जोगेन्द है वहीं ग्लोबल रैंक में 10 में से 8 छात्र पीजी काॅलेज बाडमेर के हैं।
अभी चल रही है आरएएस
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली आरएएस परीक्षा की तैयारी उजस की ओर से निशुल्क कराई जा रही हैं जिसमें 175 छात्र एवं 15 छात्राएं भाग ले रही हैं। जिनको उजस की टीम की ओर से निशुल्क पढाया जा रहा है। इस टीम में वे युवा हैं जो विभिन्न भर्तियों में सफलता हासिल कर चुके हैं एवं कुछ अभी भी प्रयासरत हैं जिन्हें लंबा अनुभव भी है। शाम चार बजे से छह बजे तक नियमित कक्षाएं ली जा रही है जिनकी निगरानी लेफिटनेंट डाॅ आदर्श किशोर कर रहे हैं जो दिशारी के नाॅडल एवं उजस के चैयर्मैन हैं। उजस का मकसद निराश्रित एवं ग्रामीण युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोडना है इसी उद्देश्य से पहले आर्मी भर्ती एवं अब आरएएस की कक्षाएं निशुल्क दी जा रही हैं।
सैन्य सेवाओं के लिए भी कराई तैयारी
इससे पहले उजस की और से काॅलेज कैंपस में युवाओं को आर्मी भर्ती के लिए भी फिजिकल एवं क्लाासें लगाकर तैयारी कराई गई। सुबह चार से छह बजे तक फिजिकल एवं शाम चार से छह बजे तक लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाती थी इसके दो बैच निकाले गए हैं जिनमें पहले बैच में 160 छात्रों में आर्मी भर्ती में 92 ने फिजिकल पास किया जिनमें से 13 का चयन हुआ वहीं दूसरे बैच में 120 में से 67 फिजिकली फिट हुए एवं 17 का चयन हुआ जो देश के अलग अलग हिस्सों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। दिल्ल पुलिस भर्ती में इस क्लास में कुल 24 लडकियां है जिनमें से 23 का फिजिकल में चयन हुआ है लिखित परीक्षा का परिणाम जारी होना है।
ये है उजस की टीम
अब्दुल खान मेहर, विजय कुमार, सुरेश कुमार, भंवराज, स्वाति चैधरी, नर्पतलाल, अन्नाराम, शंकरलाल, खेतसिंह सुथार, सद्दाम हुसैन एवं कैलाश कुमार है जो अलग अलक विषय की निशुल्क कोचिंग दे रहे हैं।
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