राजसमंद/आईडाणा. राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम पांच माह बाद भी घोषित
नहीं किया गया है। ऐसे में अभ्यर्थियों को मजबूरी में रीट के लिए आवेदन
करना पड़ रहा है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए विभिन्न विषयों में वरिष्ट अध्यापक के पदों को लेकर गत 13 जुलाई 2016 को 9493 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की थी। उसमें हिन्दी में 18 6 4, अंग्रेजी में 937, गणित में 6 6 2, विज्ञान में 306 , सामाजिक विज्ञान में 2203, संस्कृत में 3433, उर्दू में 56 एवं पंजाबी में 27 पदों पर भर्ती की जानी है। आयोग द्वारा विज्ञप्ति जारी करने के पश्चात करीब एक वर्ष बाद भर्ती के लिए इस वर्ष 30 जून से 2 जुलाई के मध्य परीक्षा का आयोजन किया। वहीं, आयोग द्वारा उत्तर कुंजी जारी कर 31 अगस्त से 2 नवम्बर के बीच अभ्यर्थियों से उत्तर कुंजी पर आपत्ति भी ले ली गई थी। परीक्षा के आयोजन को पांच माह गुजरने के बाद भी परिणाम जारी नहीं होने से अभ्यर्थियों को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती के लिए आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा ‘रीट‘ के लिए भी आवेदन करना पड़ रहा है।
बोर्ड को 52 लाख का फायदा
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्तीे परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने से प्रदेश के नौ हजार से अधिक अभ्यर्थीे रीट के लिए आवेदन कर रहे हैं। इससे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को 52 लाख 21 हजार 150 रुपए की अतिरिक्त आमदनी होगी। रीट में प्रति अभ्यर्थी 550 रुपए परीक्षा शुल्क है। ऐसे में सरकार जान बूझकर अभ्यर्थियों के माध्यम से अपनी तिजोरी भरना चाहती है।
रीट टाईम लाईन
वेबसाईट पर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की तिथि 6 से 30 नवम्बर को मध्य रात्रि 12 बजे तक है। वहीं, चालान मुद्रित कर निर्धारित बैकों की शाखा पर शुल्क जमा कराने की अंतिम तिथि 6 से 27 नवम्बर तक है। इसी तरह वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की तिथि एक फरवरी 2018 एवं परीक्षा तिथि 11 फरवरी 2018 है।
परिणाम की प्रतिक्षा
पांच माह बाद भी द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हुआ, जिससे मजबूरी में रीट के लिए आवेदन करना पड़ रहा है।
गोविन्द पालीवाल, अभ्यर्थी, आमेट
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित हो जाता तो नौ हजार से अधिक अभ्यर्थियों को रीट के लिए आवेदन नहीं करना पड़ता।
महेन्द्रसिंह, अभ्यर्थी, आमेट
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए विभिन्न विषयों में वरिष्ट अध्यापक के पदों को लेकर गत 13 जुलाई 2016 को 9493 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की थी। उसमें हिन्दी में 18 6 4, अंग्रेजी में 937, गणित में 6 6 2, विज्ञान में 306 , सामाजिक विज्ञान में 2203, संस्कृत में 3433, उर्दू में 56 एवं पंजाबी में 27 पदों पर भर्ती की जानी है। आयोग द्वारा विज्ञप्ति जारी करने के पश्चात करीब एक वर्ष बाद भर्ती के लिए इस वर्ष 30 जून से 2 जुलाई के मध्य परीक्षा का आयोजन किया। वहीं, आयोग द्वारा उत्तर कुंजी जारी कर 31 अगस्त से 2 नवम्बर के बीच अभ्यर्थियों से उत्तर कुंजी पर आपत्ति भी ले ली गई थी। परीक्षा के आयोजन को पांच माह गुजरने के बाद भी परिणाम जारी नहीं होने से अभ्यर्थियों को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती के लिए आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा ‘रीट‘ के लिए भी आवेदन करना पड़ रहा है।
बोर्ड को 52 लाख का फायदा
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्तीे परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने से प्रदेश के नौ हजार से अधिक अभ्यर्थीे रीट के लिए आवेदन कर रहे हैं। इससे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को 52 लाख 21 हजार 150 रुपए की अतिरिक्त आमदनी होगी। रीट में प्रति अभ्यर्थी 550 रुपए परीक्षा शुल्क है। ऐसे में सरकार जान बूझकर अभ्यर्थियों के माध्यम से अपनी तिजोरी भरना चाहती है।
रीट टाईम लाईन
वेबसाईट पर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की तिथि 6 से 30 नवम्बर को मध्य रात्रि 12 बजे तक है। वहीं, चालान मुद्रित कर निर्धारित बैकों की शाखा पर शुल्क जमा कराने की अंतिम तिथि 6 से 27 नवम्बर तक है। इसी तरह वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की तिथि एक फरवरी 2018 एवं परीक्षा तिथि 11 फरवरी 2018 है।
परिणाम की प्रतिक्षा
पांच माह बाद भी द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हुआ, जिससे मजबूरी में रीट के लिए आवेदन करना पड़ रहा है।
गोविन्द पालीवाल, अभ्यर्थी, आमेट
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित हो जाता तो नौ हजार से अधिक अभ्यर्थियों को रीट के लिए आवेदन नहीं करना पड़ता।
महेन्द्रसिंह, अभ्यर्थी, आमेट
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