डूंगरपुर। सातवें वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर राज्य
कर्मचारी संयुक्त महासंघ के आह्वान पर 8 दिसंबर को सभी कर्मचारी एक दिन के
लिए सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
महासंघ की बुधवार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष मणीलाल मालीवाड़ की अध्यक्षता में बैठक हुई। महामंत्री धनेश्वर पंड्या ने बताया कि सातवें वेतनमान को केंद्र के समान देने, 1 जनवरी, 2016 से देने, 2013 में कर्मचारियों को दिए गए वेतनमान ग्रेड पे की कटौती वापस लेकर लाभ को यथावत रखते हुए राज्य में लागू किया जाना चाहिए। इसके अलावा कई मांगो को लेकर 8 दिसंबर को कर्मचारी, शिक्षक, कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी, सचिव, ग्राम सचिव, हैंडपंप मिस्त्री, नर्सिंगकर्मी, कार्यालय लिपिक, सहायक कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। इस दाैरान भागीराम जोशी, हेमंत कुमार खराडी, दिनेश प्रजापति, जगदीश खराड़ी, दुर्गाशंकर रोत, दुर्गाशंकर साद, श्यामसुंदर पाटीदार, बंशीलाल कटारा, यशपालसिंह, राजकुमार परमार, जीवणलाल बरंडा, कांतिलाल खराड़ी मौजूद थे।
डूंगरपुर. कलेक्टरको ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षक संघ राष्ट्रीय के पदाधिकारी।
डूंगरपुर। 7वेंवेतन आयोग की विसंगतियों को दूर कर राज्य में केंद्र के समान 1 जनवरी, 2016 से लागू करने की मांग को लेकर शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने बुधवार को कलेक्ट्री के सामने धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पांच सूत्री मांगे रखी है।
संघ के जिलाध्यक्ष ऋषिन चौबीसा के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में बताया है कि सरकार कर्मचारियों के बीच पूर्व में हुए समझौते के तहत सरकार को केंद्र के समान और एक ही तारीख से वेतन भत्ते दिए जाने चाहिए। जबकि सरकार ने इसे संशोधित कर 1 जनवरी, 2017 से 30 सितंबर 2017 की अवधि का एरियर तीन किश्तों में देने की घोषणा की है। यह सारी घोषणाएं अधूरी है। इससे शिक्षक वर्ग में आक्रोश है। शिक्षकों के सभी संवर्गो का वेतनमान केंद्र के शिक्षकों के समान निर्धारित कर 7वें वेतन आयोग में स्थिरीकरण करने, अनुसूचित 5 के तहत की गई मूल वेतन कटौती को तुरंत निरस्त कर व्याख्याता संवर्ग के साथ हुए अन्याय से राहत देने, नवीन पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, पीपीपी मोड में स्कूल देने की योजना पर तुरंत रोक लगाने की मांग रखी है। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। अभयसिंह राठौड़, प्रवीण जैन, लक्ष्मीकांत जोशी, भंवरसिंह चौहान, दिनेश जैन,, राजेंद्रसिंह चौहान, मुकेश कोठारी, जयंतीलाल गर्ग, भरत पाटीदार, देवेंद्रसिंह सोलंकी, तेजप्रकाश जोशी, रामलाल कटारा, सुदर्शनसिंह चौहान, प्रकाश व्यास, जगदीश पाटीदार, रविप्रताप पारगी, दिलीपसिंह, मनोहरसिंह रेलड़ा, कन्हैयालाल व्यास, बलवंत बामणिया, योगेश डामोर, महेंद्रसिंह चौहान, भारतसिंह राणावत, मनोहर मीणा, वासुदेव मीणा, विनोद भट्ट, देवानंद उपाध्याय, राजेंद्र मीणा, सुभाष पंड्या, विनोद चौबीसा, राजेंद्रसिंह बेड़सा मौजूद थे।
यहसमस्याएं भी बताई
शिक्षकसंघ राष्ट्रीय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पोषाहार के खाद्यान्न स्कूल में उपलब्ध नहीं है। इसे उपलब्ध करवाने की मांग रखी है। साथ ही पोषाहार राशि और कुक कम हेल्पर ही राशि में 4 माह से बाकी है। 2013 भर्ती में संबंधित शिक्षकों के वेतन नियमितिकरण स्थायीकरण की कार्रवाई को जल्द पूरा करने, शीत लहर बारिश को देखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के बालकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यथोचित निर्णय करने, बीएलओ कार्य से शिक्षकोंं को मुक्त रखने, विशेषकर एक स्कूल से एक ही शिक्षको को बीएलओ में लगाने, बोर्ड परीक्षाओं और अद्धवार्षिक परीक्षाओं को देखते हुए सभी शिक्षक प्रशिक्षण स्थगित करने, शिक्षा विभागीय अफसरों शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त रखने की मांग रखी है।
शिक्षकसंघ शेखावत भी मांगों को लेकर आगे आया
शिक्षकसंघ शेखावत के प्रांतीय उपाध्यक्ष हेमंत कुमार खराडी, जिलाध्यक्ष मणीलाल मालीवाड़, जिला मंत्री राजकुमार परमार ने शिक्षक भर्ती 2013 की नई सूची जारी हो चुकी है उसकी काउंसलिंग करवाने के साथ ही वेतन नियमितिकरण करने के आदेश दिए है।
महासंघ की बुधवार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष मणीलाल मालीवाड़ की अध्यक्षता में बैठक हुई। महामंत्री धनेश्वर पंड्या ने बताया कि सातवें वेतनमान को केंद्र के समान देने, 1 जनवरी, 2016 से देने, 2013 में कर्मचारियों को दिए गए वेतनमान ग्रेड पे की कटौती वापस लेकर लाभ को यथावत रखते हुए राज्य में लागू किया जाना चाहिए। इसके अलावा कई मांगो को लेकर 8 दिसंबर को कर्मचारी, शिक्षक, कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी, सचिव, ग्राम सचिव, हैंडपंप मिस्त्री, नर्सिंगकर्मी, कार्यालय लिपिक, सहायक कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। इस दाैरान भागीराम जोशी, हेमंत कुमार खराडी, दिनेश प्रजापति, जगदीश खराड़ी, दुर्गाशंकर रोत, दुर्गाशंकर साद, श्यामसुंदर पाटीदार, बंशीलाल कटारा, यशपालसिंह, राजकुमार परमार, जीवणलाल बरंडा, कांतिलाल खराड़ी मौजूद थे।
डूंगरपुर. कलेक्टरको ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षक संघ राष्ट्रीय के पदाधिकारी।
डूंगरपुर। 7वेंवेतन आयोग की विसंगतियों को दूर कर राज्य में केंद्र के समान 1 जनवरी, 2016 से लागू करने की मांग को लेकर शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने बुधवार को कलेक्ट्री के सामने धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पांच सूत्री मांगे रखी है।
संघ के जिलाध्यक्ष ऋषिन चौबीसा के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में बताया है कि सरकार कर्मचारियों के बीच पूर्व में हुए समझौते के तहत सरकार को केंद्र के समान और एक ही तारीख से वेतन भत्ते दिए जाने चाहिए। जबकि सरकार ने इसे संशोधित कर 1 जनवरी, 2017 से 30 सितंबर 2017 की अवधि का एरियर तीन किश्तों में देने की घोषणा की है। यह सारी घोषणाएं अधूरी है। इससे शिक्षक वर्ग में आक्रोश है। शिक्षकों के सभी संवर्गो का वेतनमान केंद्र के शिक्षकों के समान निर्धारित कर 7वें वेतन आयोग में स्थिरीकरण करने, अनुसूचित 5 के तहत की गई मूल वेतन कटौती को तुरंत निरस्त कर व्याख्याता संवर्ग के साथ हुए अन्याय से राहत देने, नवीन पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, पीपीपी मोड में स्कूल देने की योजना पर तुरंत रोक लगाने की मांग रखी है। मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। अभयसिंह राठौड़, प्रवीण जैन, लक्ष्मीकांत जोशी, भंवरसिंह चौहान, दिनेश जैन,, राजेंद्रसिंह चौहान, मुकेश कोठारी, जयंतीलाल गर्ग, भरत पाटीदार, देवेंद्रसिंह सोलंकी, तेजप्रकाश जोशी, रामलाल कटारा, सुदर्शनसिंह चौहान, प्रकाश व्यास, जगदीश पाटीदार, रविप्रताप पारगी, दिलीपसिंह, मनोहरसिंह रेलड़ा, कन्हैयालाल व्यास, बलवंत बामणिया, योगेश डामोर, महेंद्रसिंह चौहान, भारतसिंह राणावत, मनोहर मीणा, वासुदेव मीणा, विनोद भट्ट, देवानंद उपाध्याय, राजेंद्र मीणा, सुभाष पंड्या, विनोद चौबीसा, राजेंद्रसिंह बेड़सा मौजूद थे।
यहसमस्याएं भी बताई
शिक्षकसंघ राष्ट्रीय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पोषाहार के खाद्यान्न स्कूल में उपलब्ध नहीं है। इसे उपलब्ध करवाने की मांग रखी है। साथ ही पोषाहार राशि और कुक कम हेल्पर ही राशि में 4 माह से बाकी है। 2013 भर्ती में संबंधित शिक्षकों के वेतन नियमितिकरण स्थायीकरण की कार्रवाई को जल्द पूरा करने, शीत लहर बारिश को देखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के बालकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यथोचित निर्णय करने, बीएलओ कार्य से शिक्षकोंं को मुक्त रखने, विशेषकर एक स्कूल से एक ही शिक्षको को बीएलओ में लगाने, बोर्ड परीक्षाओं और अद्धवार्षिक परीक्षाओं को देखते हुए सभी शिक्षक प्रशिक्षण स्थगित करने, शिक्षा विभागीय अफसरों शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त रखने की मांग रखी है।
शिक्षकसंघ शेखावत भी मांगों को लेकर आगे आया
शिक्षकसंघ शेखावत के प्रांतीय उपाध्यक्ष हेमंत कुमार खराडी, जिलाध्यक्ष मणीलाल मालीवाड़, जिला मंत्री राजकुमार परमार ने शिक्षक भर्ती 2013 की नई सूची जारी हो चुकी है उसकी काउंसलिंग करवाने के साथ ही वेतन नियमितिकरण करने के आदेश दिए है।
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