जयपुर। राजस्थान में अब बॉर्डर होम गार्ड की रिक्तियों तथा 70 प्रतिशत से अधिक नियोजन वाले केन्द्रों पर स्वयं सेवकों की भर्ती की जाएगी।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को यहां राजस्थान गृह रक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 55 वर्ष से अधिक आयु के होमगार्ड को अब किसी भी सूरत में नियोजित नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने निजी सिक्योरिटी एजेन्सीज में 25 प्रतिशत होमगार्डस स्वयं सेवकों को नियोजित करने के लिए अपनी सहमति दी है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने गृह रक्षा अधीनस्थ सेवा नियम-2015 से संबंधित प्रक्रिया पूरी कर ली है और उनमें संशोधनों तथा कार्मिक एवं वित्त विभाग के अनुमोदन के पश्चात् अब यह प्रकरण आरपीएससी में लंबित है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की परामर्शदात्री समिति के अनुसार विभाग द्वारा प्रदत्त लाइसेंस शुदा सिक्योरिटी एजेन्सीज एवं विभाग के जिला कार्यालयों को इस संबंध में 25 प्रतिशत होमगार्डस से नियोजित करने संबंधी पत्र जारी कर दिया गया है।
कटारिया ने बताया कि सीमा गृह रक्षा के नियोजन वाले बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर एवं श्रीगंगानगर जिलों में कुल 2 हजार 664 स्वीकृत स्वयंसेवक हैं, इनमें एक हजार 640 प्रतिदिवस हैं, जो स्वीकृत नफरी का 61 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि गृह रक्षा विभाग के स्थाई स्टाफ में राजपत्रित सेवा के 56 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 34 पद भरे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अधीनस्थ सेवा के 687 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 312, मंत्रालयिक सेवा के 152 के विरुद्ध 115 एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सेवा के 110 पदों के विरुद्ध 80 पद भरे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक हजार 5 पदों के विरुद्ध 541 पद ही भरे हुए हैं तथा 464 पद रिक्त हैं। उन्होंने अधिकारियों को इन रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव गृह दीपक उप्रेती ने बताया कि वित्त विभाग ने पुलिस विभाग में इस वर्ष होमगार्ड के नियोजन काफी कम कर दिये हैं।
उन्होंने बताया कि इसके लिये वित्त विभाग को 1979 से अब तक की स्थिति स्पष्ट करते हुए प्रकरण को पुन: भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक गृहरक्षा नवदीप सिंह ने बताया कि विभाग में स्थाई स्टाफ के कुल 474 पद रिक्त हैं, जिनमें से 201 रिक्तियां आरक्षियों की हैं। इन रिक्तियों के विरुद्ध होमगार्ड स्वयंसेवक लगाने की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जा चुका है।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को यहां राजस्थान गृह रक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 55 वर्ष से अधिक आयु के होमगार्ड को अब किसी भी सूरत में नियोजित नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने निजी सिक्योरिटी एजेन्सीज में 25 प्रतिशत होमगार्डस स्वयं सेवकों को नियोजित करने के लिए अपनी सहमति दी है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने गृह रक्षा अधीनस्थ सेवा नियम-2015 से संबंधित प्रक्रिया पूरी कर ली है और उनमें संशोधनों तथा कार्मिक एवं वित्त विभाग के अनुमोदन के पश्चात् अब यह प्रकरण आरपीएससी में लंबित है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की परामर्शदात्री समिति के अनुसार विभाग द्वारा प्रदत्त लाइसेंस शुदा सिक्योरिटी एजेन्सीज एवं विभाग के जिला कार्यालयों को इस संबंध में 25 प्रतिशत होमगार्डस से नियोजित करने संबंधी पत्र जारी कर दिया गया है।
कटारिया ने बताया कि सीमा गृह रक्षा के नियोजन वाले बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर एवं श्रीगंगानगर जिलों में कुल 2 हजार 664 स्वीकृत स्वयंसेवक हैं, इनमें एक हजार 640 प्रतिदिवस हैं, जो स्वीकृत नफरी का 61 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि गृह रक्षा विभाग के स्थाई स्टाफ में राजपत्रित सेवा के 56 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 34 पद भरे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अधीनस्थ सेवा के 687 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 312, मंत्रालयिक सेवा के 152 के विरुद्ध 115 एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सेवा के 110 पदों के विरुद्ध 80 पद भरे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक हजार 5 पदों के विरुद्ध 541 पद ही भरे हुए हैं तथा 464 पद रिक्त हैं। उन्होंने अधिकारियों को इन रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव गृह दीपक उप्रेती ने बताया कि वित्त विभाग ने पुलिस विभाग में इस वर्ष होमगार्ड के नियोजन काफी कम कर दिये हैं।
उन्होंने बताया कि इसके लिये वित्त विभाग को 1979 से अब तक की स्थिति स्पष्ट करते हुए प्रकरण को पुन: भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक गृहरक्षा नवदीप सिंह ने बताया कि विभाग में स्थाई स्टाफ के कुल 474 पद रिक्त हैं, जिनमें से 201 रिक्तियां आरक्षियों की हैं। इन रिक्तियों के विरुद्ध होमगार्ड स्वयंसेवक लगाने की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जा चुका है।
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