जयपुर| ग्राम पंचायत सहायक बनने के लिए साक्षात्कार दे चुके अभ्यर्थी अपनी परिवेदना देने के लिए रोजाना शिक्षा संकुल स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रारंभिक पहुंच रहे हैं। वे अपनी परिवेदना में डीईओ को चयन प्रक्रिया में धांधली होने के कारण खुद का चयन नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं।
बड़ा सवाल उठ रहा है कि जब परिणाम कोर्ट के निर्देश पर लिफाफों में बंद है तो ये किस आधार पर खुद का चयन नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं।
कोटपूतली के नांगलपंडितपुरा से शिक्षा संकुल में परिवेदना देने पहुंचे अमर सिंह, आमेर के कंवरपुरा से आए रामलाल जाट और जमवारामगढ़ के राजपुरवास ताला से आए अशोक कुमार शर्मा ने चयन प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया। बताया कि स्कूल समिति ने कई जगह अपने चहेतों का चयन किया है। जब परिणाम लिफाफों में बंद था तो कई स्कूलों में तो प्रक्रिया के बाद की मिठाई कैसे बंट गई। उन्होंने डीईओ से पूरी प्रक्रिया की जांच की मांग की। डीईओ प्रारंभिक लक्ष्मीनारायण पारीक ने बताया कि परिवेदना जमा करने के कोई निर्देश नहीं है। फिर भी कोई शिकायत करता है तो जमा कर ली जाती है। आगे विभाग के जो निर्देश होंगे, इन परिवेदनाओं पर कार्रवाई कर ली जाएगी।
बड़ा सवाल उठ रहा है कि जब परिणाम कोर्ट के निर्देश पर लिफाफों में बंद है तो ये किस आधार पर खुद का चयन नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं।
कोटपूतली के नांगलपंडितपुरा से शिक्षा संकुल में परिवेदना देने पहुंचे अमर सिंह, आमेर के कंवरपुरा से आए रामलाल जाट और जमवारामगढ़ के राजपुरवास ताला से आए अशोक कुमार शर्मा ने चयन प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया। बताया कि स्कूल समिति ने कई जगह अपने चहेतों का चयन किया है। जब परिणाम लिफाफों में बंद था तो कई स्कूलों में तो प्रक्रिया के बाद की मिठाई कैसे बंट गई। उन्होंने डीईओ से पूरी प्रक्रिया की जांच की मांग की। डीईओ प्रारंभिक लक्ष्मीनारायण पारीक ने बताया कि परिवेदना जमा करने के कोई निर्देश नहीं है। फिर भी कोई शिकायत करता है तो जमा कर ली जाती है। आगे विभाग के जो निर्देश होंगे, इन परिवेदनाओं पर कार्रवाई कर ली जाएगी।
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