टेक डैस्क, जयपुर। पीएम मोदी ने शुक्रवार को ब्रिटेन के वेबले में दिए अपने भाषण के दौरान
इमरान खान नामक एक शख्स की जमकर तारीफ की है। जहां मोबाइल एेप डाउनलोड करने
के लिए पैसा लिया जाता है वहीं इमरान ने 52 एजुकेशन एेप मुफ्त डाउनलोड के
लिए उपलब्ध करवा दिए हैं।
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इमरान राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं आैर एक सरकारी स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
पीएम मोदी द्वारा सराहे जाने के बारे में उनका कहना था कि एक टीचर के रुप में मेरा यह बहुत छोटा सा योगदान है। यह मेरे लिए काफी बड़ी बात है कि खुद पीएम न मेरे काम की तारीफ की है।
खान ने इस बात पर जोर दिया कि अगर हम डिजिटल इंडिया मिशन को भारत के देहातों में ले जाना चाहते हैं तो हमें स्थानीय भाषाआें में साॅफ्टवेयर बनाना होगा ताकि स्थानीय लोग भी इसे समझ सकें।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया मिशन के अंतर्गत हमेें टेबलेट, कंप्यूटर आैर अन्य आर्इटी से संबंधित अन्य टूल्स देहाताें में उपलब्ध करवाने चाहिए। इन गैजेट में एेसा साॅफ्टवेयर इंस्टाॅल करना चाहिए जो स्थानीय भाषा में काम कर सके।
मोदी ने ये कहा था
पीएम मोदी ने वेंबले स्टेडियम में अपने भाषण के दौरान कहा था कि मैं भारत के उज्जवल भविष्य के बारे में सुनिशिचत हूं क्योंकि मेरा सपना एक एेसा भारत है जहां पर इमरान आैर सरपंच जैसे लोग बसते हैं। इमरान जहां मुफ्त एजुकेशन एेप मुहैया करवाते हैं तो सरपंच 'सेल्फी विद डाॅटर' जैसा कैंपेन चलाते हैं। भारत में इन जैसे असंख्यक लोग निवास करते हैं।
खान के मोबाइल एेप
खान ने पहला मोबाइल एेप साल 2012 में नौंवीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया था। इसका नाम था 'द एनसीर्इआरटी लर्न साइंस'।
उनका अभी तक सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला एेप 'जनरल साइंस इन हिंदी' है जिसे 5 लाख बार डाउनलोड किया गया है।
खान को एेप बनाने का मानो जूनून ही सवार है। केवल तीन साल के छोटे अंतराल में ही वे 42 एंड्राॅयड एेप बना चुके हैं जिन्हें 25 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है। इन मोबाइल एेप के 1.80 करोड़ से ज्यादा स्क्रीन व्यू हो चुके हैं।
पीएम मोदी द्वारा सराहे जाने के बारे में उनका कहना था कि एक टीचर के रुप में मेरा यह बहुत छोटा सा योगदान है। यह मेरे लिए काफी बड़ी बात है कि खुद पीएम न मेरे काम की तारीफ की है।
खान ने इस बात पर जोर दिया कि अगर हम डिजिटल इंडिया मिशन को भारत के देहातों में ले जाना चाहते हैं तो हमें स्थानीय भाषाआें में साॅफ्टवेयर बनाना होगा ताकि स्थानीय लोग भी इसे समझ सकें।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया मिशन के अंतर्गत हमेें टेबलेट, कंप्यूटर आैर अन्य आर्इटी से संबंधित अन्य टूल्स देहाताें में उपलब्ध करवाने चाहिए। इन गैजेट में एेसा साॅफ्टवेयर इंस्टाॅल करना चाहिए जो स्थानीय भाषा में काम कर सके।
मोदी ने ये कहा था
पीएम मोदी ने वेंबले स्टेडियम में अपने भाषण के दौरान कहा था कि मैं भारत के उज्जवल भविष्य के बारे में सुनिशिचत हूं क्योंकि मेरा सपना एक एेसा भारत है जहां पर इमरान आैर सरपंच जैसे लोग बसते हैं। इमरान जहां मुफ्त एजुकेशन एेप मुहैया करवाते हैं तो सरपंच 'सेल्फी विद डाॅटर' जैसा कैंपेन चलाते हैं। भारत में इन जैसे असंख्यक लोग निवास करते हैं।
खान के मोबाइल एेप
खान ने पहला मोबाइल एेप साल 2012 में नौंवीं कक्षा के छात्रों के लिए बनाया था। इसका नाम था 'द एनसीर्इआरटी लर्न साइंस'।
उनका अभी तक सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला एेप 'जनरल साइंस इन हिंदी' है जिसे 5 लाख बार डाउनलोड किया गया है।
खान को एेप बनाने का मानो जूनून ही सवार है। केवल तीन साल के छोटे अंतराल में ही वे 42 एंड्राॅयड एेप बना चुके हैं जिन्हें 25 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है। इन मोबाइल एेप के 1.80 करोड़ से ज्यादा स्क्रीन व्यू हो चुके हैं।
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