डूंगरपुर.
राजकीय विद्यालयों का समय बढ़ाने के विरोध में राजस्थान शिक्षा बचाओ आंदोलन
संयुक्त शिक्षक समिति के आह्वान पर बुधवार को शिक्षकों ने कलक्ट्रेट परिसर
के बाहर धरना दिया। समयवृद्धि आदेशों की प्रतियां चलाई। इसके बाद
कलक्ट्रेट में घुसने का प्रयास करते शिक्षकों व पुलिसकर्मियों के बीच
तनातनी व धक्कामुक्की हुई।
प्रदेश स्तरीय आह्वान पर बुधवार को राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, प्रगतिशील तथा राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य बुधवार दोपहर कलक्ट्रेट के निकट धरने पर बैठे। धरनास्थल पर सभा में शिक्षक एवं कर्मचारी नेताओं ने राजकीय विद्यालयों के समय में वृद्धि को अनुचित बताते हुए कहा कि सरकार एवं विभाग ने इसे लेकर बालकों के मनोवैज्ञानिक आधार को दरकिनार कर दिया। एक बालक सात घंटे तक लगातार विद्यालय में नहीं बैठ सकता। शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार पीपीपी मोड के तहत राजकीय विद्यालयों को निजी एजेंसियों को दे रही है। इससे शिक्षित बेरोजगारों को नौकरियों से वंचित रहना पड़ेगा।
प्रदेश स्तरीय आह्वान पर बुधवार को राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, प्रगतिशील तथा राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य बुधवार दोपहर कलक्ट्रेट के निकट धरने पर बैठे। धरनास्थल पर सभा में शिक्षक एवं कर्मचारी नेताओं ने राजकीय विद्यालयों के समय में वृद्धि को अनुचित बताते हुए कहा कि सरकार एवं विभाग ने इसे लेकर बालकों के मनोवैज्ञानिक आधार को दरकिनार कर दिया। एक बालक सात घंटे तक लगातार विद्यालय में नहीं बैठ सकता। शिक्षक नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार पीपीपी मोड के तहत राजकीय विद्यालयों को निजी एजेंसियों को दे रही है। इससे शिक्षित बेरोजगारों को नौकरियों से वंचित रहना पड़ेगा।
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