रीट भर्ती में पदों की संख्या 50 हजार करने की मांग से जुड़ा मामला
सरकार ने शिक्षक भर्ती में पद बढ़ाए, बेरोजगार अड़ेशहीद स्मारक पर धरना जारी
वहीं बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने सीएम को लिखा पत्र
कहा. नई भर्ती निकालना स्वागत योग्य,लेकिन पद बढ़ाने की मांग नहीं थी गैर वाजिब
आंदोलन को निपटाने की तैयारी में पुलिस
रीट संघर्ष समिति के अध्यक्ष को भेजा नोटिस
जयपुर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई शिक्षा विभाग की बैठक में टीचर्स भर्ती के पद बढ़ाए जाने का फैसला लिया गया है जिसके तहत 14 और 15 मई को रीट 2022 का आयोजन किया जाएगा लेकिन सरकार के इस फैसले का बेरोजगार विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि सरकार वर्तमान में चल रही रीट भर्ती प्रक्रिया में पदों की संख्या 31 हजार से बढ़ाकर 50 हजार करे। अपनी इसी मांग को लेकर बेरोजगार अब भी अड़े हुए हैं। उनका कहनाहै कि सरकार के इस फैसले से लाखों बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा क्योंकि तीन साल के बाद रीट का आयोजन किया गया था ऐसे में उनकी आयु सीमा अगले साल मई तक समाप्त हो जाएगी। अपनी इसी मांग को लेकर एसएफआई के बैनर तले बेरोजगार आंदोलनरत हैं और उनकी धरना शहीद स्मारक पर जारी है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ बेरोजगारों ने अभियान भी सोशल मीडिया पर शुरू कर दिया है।
इन युवाओं ने यह भी कहा कि रीट के पद बढ़ाए जाने की मांग के समर्थन में पक्ष विपक्ष के साथ ही पूर्व उपमुख्यमंत्री, सीएम के सलाहकार, सरकार के एमएलए तक पत्र लिख चुके हैं लेकिन सरकार फिर भी सुनने को तैयार नहीं है।
पुलिस ने जारी किया नोटिस
वहीं पुलिस भी अब इस आंदोलन को निपटाने की तैयारी करती हुई नजर आ रही है। विधायक पुरी थाने के थानाधिकारी ने इस संबंध में रीट संघर्ष समितिके अध्यक्ष महेंद्र शर्मा को पत्र लिखा जिसमें कहा गया है कि शहीद स्मारक पर बिना वैद्यअनुमति पड़ाव दिया जा रहा है। जिसमें भारी संख्या में प्रदर्शनकारी उपस्थित थे लेकिन देश में ओमिक्रॉन कोविड की संख्या बढ़ती जा रही है जिसकी रोकथाम के लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है लेकिन धरना स्थल पर उसकी पालनानहीं हो रही। अगर गाइडलाइन की पालना नहीं हुई तो आपदा प्रबंधन अधिनियमअ और महामारीअधिनियम 2020 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
उपेन ने लिखा सीएम को पत्र
वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने इस पूरे प्रकरण को लेकर सीएम को पत्र लिखा,जिसमें यादव ने लिखा है कि नई भर्ती निकालना स्वागत योग्य कदम है लेकिन पद बढ़ाने की मांग गैर वाजिब पही थीं। 70 से अधिक विधायक और मुख्यमत्री सलाहकारों ने इसे लेकर सीएम का पत्र लिखा था, जिससे बेरोजगारों के मन भी आस जगी थी, पद नहीं बढऩे से एक बार फिर बेरोजगारों में मायूसी छा गई है।
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