जयपुर: राजस्थान में बेरोजगार युवा शिक्षक भर्ती रीट परीक्षा 2021 के तहत पदों की संख्या 31,000 से बढ़ाकर 50 हजार करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि रीट अभ्यर्थियों को राज्य सरकार से झटका लगने वाला है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रीट भर्ती के तहत शिक्षकों के पदों की संख्या नहीं बढ़ाने के संकेत दिए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि रीट भर्ती 31000 पदों के लिए निकली थी. अब परीक्षा होने के बाद पदों की संख्या कैसे बढ़ा सकते हैं. कई काम ऐसे होते हैं, जो नहीं हो सकते. सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी होते हैं. अभ्यर्थी बेरोजगार संघ बनाकर सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं. ये अच्छी बात नहीं है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में 2018 बैच के आरएएस अफसरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में गुरुवार को ये बयान दिया. सीएम ने कहा कि सरकार विभिन्न भर्तियों को समय पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी कोशिश है कि यूपीएससी की तर्ज पर राजस्थान में भी समय पर भर्तियां पूरी हों. बिना किसी कारण के परीक्षा में देरी होने से दुख होता है. हम प्रयास कर रहे हैं कि बार-बार कोर्ट जाने की नौबत न आए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ खूब कैंपेन चलाया. मगर हमने इसे नकारात्मक रूप में नहीं लिया. राज्य सरकार भर्ती परीक्षा की कमियों को दूर कर रही है, ताकि बेरोजगारों को कैंपेन चलाने की नौबत न आए. जहां तक पेपर लीक की बात है, तो सरकार इसकी शिकायतों को दूर करने के प्रयास कर रही है. यूपी में भी पेपर लीक हुए. वहां दोबारा परीक्षा हो रही है. ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए. दोबारा परीक्षा होने से विश्वसनीयता कम हो जाती है. राजस्थान सरकार लंबित भर्तियों को पूरा करने में जुटी है.
बता दें कि सितंबर महीने में प्रदेश में 31000 पदों पर भर्ती के लिए रीट परीक्षा का आयोजन किया गया था. इसमें प्रदेश भर के 21 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. अब अभ्यर्थी रीट के तहत शिक्षकों के पदों की संख्या बढ़ाकर 50,000 किए जाने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदेश में शिक्षकों के 50 हजार से ज्यादा पद खाली हैं. ऐसे में सरकार पदों की संख्या बढ़ाकर अभ्यर्थियों को राहत दे सकती है. रीट अभ्यर्थी लगातार सोशल मीडिया पर गहलोत सरकार के खिलाफ कैंपेन चला रहे हैं. मगर मुख्यमंत्री ने पदों की संख्या नहीं बढ़ाने के संकेत दिए हैं.
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