उदयपुर. अब मेडिकल की गतिविधियों को संचालित करने के लिए स्कूलों के शिक्षक ब्रांड एम्बेसेडर बनेंगे तो बच्चों को मेसेंजर कहा जाएगा। प्रदेश में चयनित सात जिलों में ये किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाएगा, इसमें उदयपुर जिले का चयन भी किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न आयोजन होंगे, इन कार्यक्रमों में युवावस्था में आने वाली समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर उनका निदान किया जाएगा।
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ये जिले शामिलसीएमएचओ डाक्टर दिनेश खराड़ी ने बताया कि उदयपुर, बारां, बूंदी, धौलपुर, जैसलमेर, सिरोही, करौली के स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा, जांच एवं आवश्यक जानकारियां दी जाएंगी। यहां राज्य सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं से लाभान्वित हो सकें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रारंभिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग साथ मिलकर उचित माध्यम उपलब्ध कराने का प्रयास हैं।- गत वर्ष राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किए निरोगी राजस्थान अभियान में भी किशोर स्वास्थ्य को प्रमुख बिंदुओं में शामिल किया गया था। प्रदेश के 42 हजार राजस्व ग्राम से 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए जा चुके है। शहरों में भी स्वास्थ्य मित्र के चयन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मित्रों के जरिए गांव व शहरों में आमजन को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने का कार्य जाएगा, जिससे कि वे स्वस्थ्य व निरोगी रहें। - प्रदेश में चयनित प्रत्येक स्कूल के 2 शिक्षकों को हैल्थ एंड वैलनेस एम्बेसडर के रूप में चयनित और 2 विद्यार्थियों को संदेशक मैसेन्जर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। ये शिक्षक प्रति सप्ताह निर्धारित विभिन्न 11 थीम्स विषय पर विद्यार्थियों के बीच विस्तृत चर्चा करेंगे और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरुक करेंगे। फ रवरी से मई 2021 तक कुल 4 हजार 821 राजकीय विद्यालयों के 9 हजार 642 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा, जो नियमित रूप से सत्रों का संचालन करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक विशेष पैकेज तैयार किया गया है, जिसमें हैल्थ प्रमोशनल गतिविधियों, हैल्थ स्क्रीनिंग एवं आईएफ , गोलियों, सैनेटरी नैपकीन से संबंधित विभिन्न सेवाओं को शामिल किया गया है। जिला एवं ब्लॉक लेवल पर मॉनिटरिंग एंड इवेलूशन कमेटी बनाई जाएंगी जो स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम गतिविधियों का प्रबंधन करेंगी
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