पाली | शिक्षा विभाग ने एक जनवरी से शिक्षकों की उपस्थिति शाला दर्पण
पोर्टल से लेने की घोषणा की है, लेकिन अभी तक विभाग के एक लाख
शिक्षक-कर्मचारी इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड ही नहीं हुए हैं। ऐसे में इनकी
उपस्थिति इस पोर्टल से होना संभव नहीं है।
शिक्षक-कर्मचारियों की इस लापरवाही के चलते शिक्षा विभाग की ऑनलाइन उपस्थिति की सकारात्मक और अच्छी पहल बाधा बन सकती है। विभाग ने शिक्षक-कर्मचारियों को शाला दर्पण पोर्टल पर स्टाफ कार्नर पर रजिस्टर्ड कराने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद यह शिक्षक-कर्मचारी लापरवाही बरतते रहे हैं। इंटीग्रेटेड शाला दर्पण पोर्टल पर दी जा रही जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग में 4,22,047 कर्मचारी हैं। इनमें से अभी स्टाफ कार्नर पर केवल 3,25,839 शिक्षक-कर्मचारी ही रजिस्टर्ड हैं। अभी 96,208 शिक्षक-कर्मचारी रजिस्टर्ड नहीं हैं। हालांकि विभाग का दावा है कि इनमें से कई पद खाली पडे़ हैं। इन शिक्षक-कर्मचारियों को एक जनवरी से पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
शिक्षक-कर्मचारियों की इस लापरवाही के चलते शिक्षा विभाग की ऑनलाइन उपस्थिति की सकारात्मक और अच्छी पहल बाधा बन सकती है। विभाग ने शिक्षक-कर्मचारियों को शाला दर्पण पोर्टल पर स्टाफ कार्नर पर रजिस्टर्ड कराने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद यह शिक्षक-कर्मचारी लापरवाही बरतते रहे हैं। इंटीग्रेटेड शाला दर्पण पोर्टल पर दी जा रही जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग में 4,22,047 कर्मचारी हैं। इनमें से अभी स्टाफ कार्नर पर केवल 3,25,839 शिक्षक-कर्मचारी ही रजिस्टर्ड हैं। अभी 96,208 शिक्षक-कर्मचारी रजिस्टर्ड नहीं हैं। हालांकि विभाग का दावा है कि इनमें से कई पद खाली पडे़ हैं। इन शिक्षक-कर्मचारियों को एक जनवरी से पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
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