अजमेर| राजस्थान लोक सेवा आयोग की प्री लिटिगेशन कमेटी की बैठक सोमवार को
आयोजित हुई।आयोग ने 17 साल पुरानी प्रधानाध्यापक भर्ती 2002 और 15 साल
पुरानी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2004 समेत विभिन्न भर्तियों के 8
अभ्यर्थियों की परिवेदना व्यक्तिगत रूप से सुनीं।
अध्यापक तृतीय श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा 2004 के अभ्यर्थी शाहपुरा जयपुर निवासी जितेंद्र कुमार, भरतपुर निवासी कैलाश चंद शर्मा, दौसा निवासी ऋषि कुमार पंजाबी की परिवेदनाओं को सुना गया। आयोग की संयुक्त सचिव दीप्ति शर्मा ने बताया कि प्री-लिटिगेशन समिति द्वारा द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा 2016, तृतीय श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा, 2004, कनिष्ठ लेखाकार व तहसील राजस्व लेखाकार परीक्षा 2013, प्रधानाध्यापक परीक्षा-2002 एवं शारीरिक प्रशिक्षक अनुदेशक ग्रेड-सेकंड व थर्ड प्रतियोगी परीक्षा 2011 आदि से संबंधित 06 प्रकरणों में 08 अभ्यर्थियों की व्यक्तिगत सुनवाई की गई। आज संपन्न हुई प्री-लिटिगेशन समिति की बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता आयोग के सदस्य शिवसिंह राठौड़ द्वारा की गई। आयोग के सचिव केके शर्मा, विधि सलाहकार अश्विनी विज, संयुक्त सचिव दीप्ति शर्मा, उप विधि परामर्शी अनिल गुप्ता उपस्थित रहे।
लाल चंद शर्मा की परिवेदना नहीं सुनीं
डीडवाना नागौर निवासी लाल चंद शर्मा की परिवेदना को नहीं सुना गया। लाल चंद शर्मा का आरोप है कि आयोग को उन्होंने 27 जुलाई को परिवेदना भेज कर समिति की बैठक में सुनवाई के लिए शामिल होने का आग्रह किया था। शर्मा काे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के बाद उन्हें सुनवाई का मौका नहीं दिया गया।
अध्यापक तृतीय श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा 2004 के अभ्यर्थी शाहपुरा जयपुर निवासी जितेंद्र कुमार, भरतपुर निवासी कैलाश चंद शर्मा, दौसा निवासी ऋषि कुमार पंजाबी की परिवेदनाओं को सुना गया। आयोग की संयुक्त सचिव दीप्ति शर्मा ने बताया कि प्री-लिटिगेशन समिति द्वारा द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा 2016, तृतीय श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा, 2004, कनिष्ठ लेखाकार व तहसील राजस्व लेखाकार परीक्षा 2013, प्रधानाध्यापक परीक्षा-2002 एवं शारीरिक प्रशिक्षक अनुदेशक ग्रेड-सेकंड व थर्ड प्रतियोगी परीक्षा 2011 आदि से संबंधित 06 प्रकरणों में 08 अभ्यर्थियों की व्यक्तिगत सुनवाई की गई। आज संपन्न हुई प्री-लिटिगेशन समिति की बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता आयोग के सदस्य शिवसिंह राठौड़ द्वारा की गई। आयोग के सचिव केके शर्मा, विधि सलाहकार अश्विनी विज, संयुक्त सचिव दीप्ति शर्मा, उप विधि परामर्शी अनिल गुप्ता उपस्थित रहे।
लाल चंद शर्मा की परिवेदना नहीं सुनीं
डीडवाना नागौर निवासी लाल चंद शर्मा की परिवेदना को नहीं सुना गया। लाल चंद शर्मा का आरोप है कि आयोग को उन्होंने 27 जुलाई को परिवेदना भेज कर समिति की बैठक में सुनवाई के लिए शामिल होने का आग्रह किया था। शर्मा काे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के बाद उन्हें सुनवाई का मौका नहीं दिया गया।
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