प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने फर्जीवाड़ा करने वाले 59 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई हैं। इनमें सबसे ज्यादा करौली जिले के 16 अभ्यर्थी शामिल हैं, जो सभी हिंडौन क्षेत्र के है। इन्होंने ऑनलाइन आवेदन में आरटेट-रीट के प्राप्तांक कम होते हुए भी अधिक अंक दर्ज किए। टोडाभीम के उमंग मीना ने 105 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक शून्य है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग बीकानेर के निदेशक श्याम सिंह राजपुरोहित ने अभ्यर्थियों के मूल निवास से संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारियों(प्रारंभिक शिक्षा) को फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
26 हजार पदों पर होगी भर्ती
प्रारंभिक शिक्षा विभाग अंतर्गत राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय सीधी भर्ती 2018 तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल प्रथम के 26 हजार पदों पर अनुसूचित क्षेत्र एवं गैर अनुसूचित क्षेत्र में भर्ती विज्ञप्ति 12 अप्रैल 2018 को ऑनलाइन आवेदन मांगे थे।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग बीकानेर के निदेशक ने शिक्षा अधिकारियों को दिए फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कराने के आदेश
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के वेब पोर्टल पर रीट/आरटेट के अंकों से मिलान किया तो चला पता
अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन में वांछित सूचनाएं भरने के साथ शैक्षिक योग्यता एवं आरटेट/रीट की अंकतालिका अपलोड की गई। ऑनलाइन आवेदन में भरे गए राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा के रोल नंबर एवं प्राप्तांकों का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के वेब पोर्टल पर उपलब्ध रीट/आरटेट के अंकों से मिलान किया गया। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर से प्रमाणीकरण उपरांत पाया कि 59 अभ्यर्थियों ने चयन प्रक्रिया में शामिल होने के उद्देश्य से जानबूझकर राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा के गलत अंक प्रविष्ट किए हैं तथा रीट-आरटेट की कूटरचित अंकतालिकाएं भर्ती के बेवपोर्टल पर अपलोड की गई। ऑनलाइन आवेदन में साफ उल्लेखित किया गया था कि झूठी सूचना पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने के साथ अयोग्य ठहराया जाएगा।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग बीकानेर ने फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों की सूची जारी की, सर्वाधिक करौली जिले के
फर्जीवाड़ा करने वालों में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी करौली जिले के
प्रारंभिक शिक्षा विभाग बीकानेर की ओर से फर्जीवाड़ा करने वाले 59 अभ्यर्थियों की जो सूची निकाली हैं। उनमें कई जिलों के अभ्यर्थी शामिल हैं। इनमें बीकानेर, जोधपुर, दौसा, करौली, जालोर, टोंक, नागौर, अजमेर, सिरोही, जयपुर,भरतपुर, पाली, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा आदि शामिल हैं। सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों में 16 करौली जिले के मूल निवासी हैं।
कानूनी कार्रवाई होगी
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में आरटेट या रीट के गलत अंक दर्ज करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। अभी उन्हें ऑफिशियल लेटर नहीं मिला है। देवेन्द्रपाल सिंह जादौन, जिला शिक्षा अधिकारी(प्रारंभिक)
जिले में फर्जीवाड़ा करने वाले सभी 16 अभ्यर्थी हिंडौन क्षेत्र के
हिंडौन क्षेत्र के ऐसे 16 अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन में अधिक नंबर दर्ज कर फर्जीवाड़ा की। इनमें विजयपुरा के अजय चौधरी ने रीट-आरटेट के 128 नंबर अंक दर्ज कराए, जबकि वास्तविक अंक 26 है। रेवई की अजतेश कुमारी ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 90 है। जटवाड़ा की अनीता डागुर ने 120 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 97 है। हिंडौन के अनुज पाठक ने 123 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 103 है। हिंडौन की अनुराधा शर्मा ने 124 नंबर दर्ज किए, वास्तविक अंक 85 है। हिंडौन की ईशा शांडिल्य ने 118 अंक दर्ज किए, जबकि वास्तविक नंबर 80 है। हिंडौन की कश्मीरा गुर्जर ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 86 है। हिंडौन की कोमल शर्मा ने 128 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 58 है। हिंडौन की कृष्णा कुमारी ने 124 नंबर दर्ज किए, वास्तविक अंक 88 है। हिंडौन की पूजा शर्मा ने 122 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 59 है। हिंडौन की प्रिया दत्तात्रेय ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक नंबर 10 है। हिंडौन की सोना शर्मा ने 130 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक 70 है। टोडाभीम के उमंग मीना ने 105 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक शून्य है। हिंडौन की वंदना शर्मा ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 53 है। बेड़ा बनकी की विनीता ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि वास्तविक अंक 92 है तथा कांचरौली के रितिक ने 124 नंबर दर्ज किए, जबकि अंक 63 है।
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