सीकर. पंडित दीनदयाल
उपाध्याय शेखावाटी विवि सीकर और निजी कॉलेज संचालकों के बीच एफिलेशन को
लेकर चल रहे विवाद के बीच अब नया आदेश आया है। अब हर बीएड कॉलेज संचालक को
अपने कॉलेज की वेबसाइट बनानी होगी। इस साइट से सभी जानकारी सार्वजनिक भी
करनी होगी।
जानकारों का कहना है कि इससे काफी हद तक फर्जीवाड़ा रुक सकता
है।कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने सभी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को स्वयं की
वेबसाइट बनाकर जानकारी सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए हैं। कॉलेज शिक्षा
राजस्थान जयपुर के
आयुक्त एवं शासन सचिव के अनुसार राज्य के शिक्षक शिक्षा से जुड़े सभी
शिक्षण संस्थानों को जल्द ही महाविद्यालय की आधारभूत सरंचना से संबंधित
दस्तावेज, भूमि एवं भवन, उपलब्ध कक्षों की संख्या, प्रयोगशाला, माप एवं
चित्र, संचालित पाठ्यक्रम में नामांकित विद्यार्थियों की संख्या दर्शानी
होगी।हर 15 दिन में करनी होगी अपडेट
वेबसाइट को हर पंद्रह दिन में अपडेट भी करनी होगी। अभी यह आरोप लगते रहते हैं कि कई निजी कॉलेज दो-तीन कमरों में ही चल रहे हैं। पर्याप्त शिक्षक भी नहीं हैं। वहीं निजी कॉलेज शिक्षक कई बार यह भी शिकायत कर चुके कि उनको वेतन कम दिया जा रहा है और हस्ताक्षर ज्यादा राशि पर करवाए जा रहे हैं। कुछ शिक्षक ऐसे हैं, जो तीन-चार कॉलेज में पढ़ाते हैं। वेबसाइट में शैक्षणिक स्टाफ की सूची तय प्रपत्र के अनुसार जारी करनी होगी। इसमें शिक्षक का फोटो, नाम, पिता का नाम, जन्म तारीख, विषय, योग्यता, नेट/स्लेट/पीएचडी, नियुक्ति तिथि, स्थाई/अस्थाई और कर्मचारी की आईडी लगानी होगी। जानकारों का कहना है कि वेबसाइट पर जानकारी सार्वजनिक होने से फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी। हालांकि सभी निजी कॉलेज संचालक गलत नहीं कर रहे। फिर भी अनेक कॉलेजों में यह शिकायत रहती है। हालांकि कई कॉलेजों ने अभी से अपनी वेबसाइट बना रखी है। उस पर पूरी व सही जानकारी भी है।
यह है शेखावाटी की स्थिति
शेखावाटी विवि के अधीन सीकर व झुंझुनूं
जिले हैं। दोनों में कुल 167 बीएड कॉलेज हैं। इनमें करीब 18 हजार
विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इनके अलावा सामान्य कॉलेज भी हैं।
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