जैसलमेर | राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए
प्रधानाध्यापक भर्ती किए जाने हैं, लेकिन इस भर्ती में अनुभव प्रमाण पत्र
की बाध्यता प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों के लिए बड़ी बाधा बन गई है।
प्राइवेट स्कूल संचालक अनुभव प्रमाण पत्र तो दे रहे हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस प्रमाण पत्र को प्रतिहस्ताक्षरित के लिए मांगे जा रहे दस्तावेज नहीं दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। ऐसे में प्रदेश के सैकड़ों अभ्यर्थी इस परीक्षा में प्रविष्ट होने से वंचित होते नजर आ रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राइवेट स्कूल के अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम को भी एक पत्र लिख कर इस मामले में शिथिलता का आग्रह किया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापकों के 1200 पदों के लिए आयोग भर्ती परीक्षा आयोजित करेगा। आयोग ने इन पदों के लिए 8 मई तक आवेदन मांगे हैं। अब आवेदन के लिए समय कम रह गया है और प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि जो दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षर के लिए मांगे जा रहे हैं, उन्हें जुटाना उनके बूते से बाहर है।
प्राइवेट स्कूल संचालक अनुभव प्रमाण पत्र तो दे रहे हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस प्रमाण पत्र को प्रतिहस्ताक्षरित के लिए मांगे जा रहे दस्तावेज नहीं दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। ऐसे में प्रदेश के सैकड़ों अभ्यर्थी इस परीक्षा में प्रविष्ट होने से वंचित होते नजर आ रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राइवेट स्कूल के अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम को भी एक पत्र लिख कर इस मामले में शिथिलता का आग्रह किया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापकों के 1200 पदों के लिए आयोग भर्ती परीक्षा आयोजित करेगा। आयोग ने इन पदों के लिए 8 मई तक आवेदन मांगे हैं। अब आवेदन के लिए समय कम रह गया है और प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि जो दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षर के लिए मांगे जा रहे हैं, उन्हें जुटाना उनके बूते से बाहर है।
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