देई| राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा देई ने कलेक्टर को ज्ञापन
प्रेषित कर 19 20 सितंबर को काउंसलिंग के माध्यम से शिक्षकों के पदस्थापन
में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि इन तारीखों में काउंसलिंग के जरिए जिले में करीब 150 शिक्षकों का पदस्थापन किया गया, लेकिन कुछ स्कूलों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। नैनवां ब्लॉक के नंदगांव और जीवनपुरा राउप्रावि में एक-एक ही शिक्षक कार्यरत होने के बावजूद उनमें पदस्थापन नहीं किया गया। वहीं, कई उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पहले से ही चार-पांच शिक्षक कार्यरत हैं, वहीं पर पदस्थापन कर दिए गए। ऐसे मे रिक्त पद दर्शाने मे भारी अनियमितता प्रतीत होती है। इस संबंध में जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ज्ञापन प्रेषित करनेवालों में शाखा अध्यक्ष गिरिराज नागर, मंत्री रमेशकुमार मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष छोटूलाल शर्मा, पूर्व शाखा अध्यक्ष रामस्वरूप मीणा, यमुनाशंकर जांगिड़, प्रकाशचंद वर्मा शामिल थे।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि इन तारीखों में काउंसलिंग के जरिए जिले में करीब 150 शिक्षकों का पदस्थापन किया गया, लेकिन कुछ स्कूलों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। नैनवां ब्लॉक के नंदगांव और जीवनपुरा राउप्रावि में एक-एक ही शिक्षक कार्यरत होने के बावजूद उनमें पदस्थापन नहीं किया गया। वहीं, कई उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पहले से ही चार-पांच शिक्षक कार्यरत हैं, वहीं पर पदस्थापन कर दिए गए। ऐसे मे रिक्त पद दर्शाने मे भारी अनियमितता प्रतीत होती है। इस संबंध में जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ज्ञापन प्रेषित करनेवालों में शाखा अध्यक्ष गिरिराज नागर, मंत्री रमेशकुमार मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष छोटूलाल शर्मा, पूर्व शाखा अध्यक्ष रामस्वरूप मीणा, यमुनाशंकर जांगिड़, प्रकाशचंद वर्मा शामिल थे।
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