नयी दिल्ली,। मार्च :भाषा: अल्पसंख्यकों की शिक्षा के अब तक काफी
उपेक्षित रहने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्राी मुख्तार अब्बास नकवी ने
कहा कि मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों सहित समाज के सभी तबकों को
सस्ती-सुलभ-गुणवत्ता वाली शिक्षा मुहैया कराने के लिए युद्धस्तर पर अभियान
चलाया है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्राालय अल्पसंख्यकों को बेहतर पारंपरिक एवं आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए अंतरराष्टीय स्तर के 5 शिक्षण संस्थानों की स्थापना करेगा। तकनीकी, मेडिकल, आयुर्वेद, यूनानी सहित विश्वस्तरीय कौशल विकास की शिक्षा देने वाले संस्थान देश भर में स्थापित किये जायेंगे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्राी ने कहा कि इस संबंध में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है जो शिक्षण संस्थानों की रुपरेखा-स्थानों आदि के बारे में चर्चा कर रही है और जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट देगी। हमारी कोशिश होगी कि यह शिक्षण संस्थान 2018 से काम करना शुरू कर दें। इन शिक्षण संस्थानों में 40 प्रतिशत आरक्षण लड़कियों के लिए किये जाने का प्रस्ताव है।
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्राालय का पूरा जोर इस बात पर है कि अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ उन्हें विभिन्न कौशल प्रशिक्षण भी दी जाये जिससे की छात्रा रोजगार के योग्य बन सकें। अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा दिलाने और बेहतर रोजगारपरक प्रशिक्षण देने के लिए हमारा मंत्राालय कई योजनाएं चला रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बार अल्पसंख्यक मंत्राालय के बजट में काफी वृद्धि की है। 2017-18 के लिए अल्पसंख्यक मंत्राालय का बजट बढ़ा कर 4195.48 करोड़ रूपए कर दिया गया है। यह पिछले बजट के 3827.25 करोड़ रूपए के मुकाबले 368.23 करोड़ रूपए यानि 9.6 प्रतिशत अधिक है।
नकवी ने कहा कि बजट में बढ़ोतरी से अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण में मदद मिलेगी।
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उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्राालय अल्पसंख्यकों को बेहतर पारंपरिक एवं आधुनिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए अंतरराष्टीय स्तर के 5 शिक्षण संस्थानों की स्थापना करेगा। तकनीकी, मेडिकल, आयुर्वेद, यूनानी सहित विश्वस्तरीय कौशल विकास की शिक्षा देने वाले संस्थान देश भर में स्थापित किये जायेंगे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्राी ने कहा कि इस संबंध में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है जो शिक्षण संस्थानों की रुपरेखा-स्थानों आदि के बारे में चर्चा कर रही है और जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट देगी। हमारी कोशिश होगी कि यह शिक्षण संस्थान 2018 से काम करना शुरू कर दें। इन शिक्षण संस्थानों में 40 प्रतिशत आरक्षण लड़कियों के लिए किये जाने का प्रस्ताव है।
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्राालय का पूरा जोर इस बात पर है कि अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ उन्हें विभिन्न कौशल प्रशिक्षण भी दी जाये जिससे की छात्रा रोजगार के योग्य बन सकें। अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा दिलाने और बेहतर रोजगारपरक प्रशिक्षण देने के लिए हमारा मंत्राालय कई योजनाएं चला रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बार अल्पसंख्यक मंत्राालय के बजट में काफी वृद्धि की है। 2017-18 के लिए अल्पसंख्यक मंत्राालय का बजट बढ़ा कर 4195.48 करोड़ रूपए कर दिया गया है। यह पिछले बजट के 3827.25 करोड़ रूपए के मुकाबले 368.23 करोड़ रूपए यानि 9.6 प्रतिशत अधिक है।
नकवी ने कहा कि बजट में बढ़ोतरी से अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षिक सशक्तिकरण में मदद मिलेगी।
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