अजमेर। नियुक्ति की राह देख रहे करीब 9 हजार अभ्यर्थियों के स्कूल व्याख्याता बनने का रास्ता साफ हो गया है। राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने अभ्यर्थियों की ओर से प्राध्यापक स्कूल शिक्षा 2015 परीक्षा में सामान्य ज्ञान के 18 प्रश्नों को डिलीट किए जाने को लेकर सरकार व राजस्थान लोक सेवा आयोग के खिलाफ दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
आयोग अब शेष चार विषयों के शेष रहे करीब 9 हजार से अधिक पात्र अभ्यर्थियों के नाम विषयवार व रिक्तियों के अनुसार शिक्षा विभाग को भेजेगा।
उम्मीद की जा रही है कि आगामी 2 माह में शेष नियुक्तियों के लिए नाम भेजने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। आयोग की ओर से मामले में मजबूती से कानूनी पक्ष रखा है। इसे आयोग की बड़ी जीत माना जा रहा है।
अदालती आदेश के बाद आयोग ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। इससे पूर्व आयोग 4200 से अधिक पदों पर नियुक्ति की अभिस्तावना शिक्षा विभाग को भेज चुका था और उन पर नियुक्ति भी की जा चुकी थी लेकिन इस बीच मामला अदालत में पहुंच गया था। अदालती आदेश के बाद अब भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
परीक्षा एक नजर में
- 16 अक्टूबर 2015 को रिक्तियों का विज्ञापन प्रकाशित
- 11 लाख से अधिक आवेदन आए
- 8 लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे
- 17 जुलाई 2016 को हुई सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा
- 20 से 27 जुलाई 2016 तक हुई एेच्छिक विषयों की परीक्षा
- 17 विषय प्राध्यापक छात्र संस्थाओं के लिए
- 9 विषय प्राध्यापक छात्रा संस्थाओं के लिए
- 13 हजार 98 हैं कुल रिक्तियां
- 4200 पा चुके नियुक्ति
- 8898 शेष पदों पर दी जानी है नियुक्ति
- 100 अभ्यर्थी गृह विज्ञान के संशोधित प्रकरण
आयोग ने इन विषयों की अभिस्तावना भेजी
विषय रिक्त पद
भूगोल 1191
राजस्थानी 8
समाजशास्त्र 11
चित्रकला 136
संस्कृत 356
भौतिक विज्ञान 822
गणित 276
रसायन विज्ञान 799
जीव विज्ञान 598
वाणिज्य 197
अर्थशास्त्र 180
संगीत 2
सिंधी 2
छात्रा संस्थाएं
दर्शन शास्त्र 1
भूगोल 19
चित्रकला 9
संस्कृत 8
वाणिज्य 50
जीव विज्ञान 1
सिंधी 4
.......................
अदालत के परिणाम के बाद भेजी जानी है इन विषयों की अभिस्तावना
हिंदी - 3163
अंगे्रजी - 860
इतिहास - 1968
राजनीति विज्ञान - 2234
छात्रा संस्थाएं ....
हिंदी - 74
राजनीति विज्ञान - 22
गृह विज्ञान का संशोधित परिणाम आएगा
आयोग की ओर से स्कूल व्याख्याता परीक्षा 2015 में गृह विज्ञान परीक्षा का परिणाम संशोधित कर निकाला जाएगा। इसके बाद इनके नाम शिक्षा विभाग को अभिस्तावित किए जाएंगे।
हाईकोर्ट में आयोग के वकील जे.पी. जोशी ने करीब छह घंटे लंबी बहस की और आयोग का मजबूती से पक्ष रखा। आयोग को बुधवार को एक नहीं तीन मामलों में कानूनी लड़ाई में सफलताएं मिली हैं। आयोग के पक्ष में आरएएस 2013 में राजस्थानी भाषा संबंधी सवाल पूछे जाने के मामले में दायर याचिका तथा पूर्व सैनिकों की ओर से दायर याचिकाओं को भी हाईकोर्ट ने खारिज करते हुए आयोग को सही ठहराया है।
डॉ. ललित के. पंवार, अध्यक्ष, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर
आयोग अब शेष चार विषयों के शेष रहे करीब 9 हजार से अधिक पात्र अभ्यर्थियों के नाम विषयवार व रिक्तियों के अनुसार शिक्षा विभाग को भेजेगा।
उम्मीद की जा रही है कि आगामी 2 माह में शेष नियुक्तियों के लिए नाम भेजने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। आयोग की ओर से मामले में मजबूती से कानूनी पक्ष रखा है। इसे आयोग की बड़ी जीत माना जा रहा है।
अदालती आदेश के बाद आयोग ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। इससे पूर्व आयोग 4200 से अधिक पदों पर नियुक्ति की अभिस्तावना शिक्षा विभाग को भेज चुका था और उन पर नियुक्ति भी की जा चुकी थी लेकिन इस बीच मामला अदालत में पहुंच गया था। अदालती आदेश के बाद अब भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
परीक्षा एक नजर में
- 16 अक्टूबर 2015 को रिक्तियों का विज्ञापन प्रकाशित
- 11 लाख से अधिक आवेदन आए
- 8 लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे
- 17 जुलाई 2016 को हुई सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा
- 20 से 27 जुलाई 2016 तक हुई एेच्छिक विषयों की परीक्षा
- 17 विषय प्राध्यापक छात्र संस्थाओं के लिए
- 9 विषय प्राध्यापक छात्रा संस्थाओं के लिए
- 13 हजार 98 हैं कुल रिक्तियां
- 4200 पा चुके नियुक्ति
- 8898 शेष पदों पर दी जानी है नियुक्ति
- 100 अभ्यर्थी गृह विज्ञान के संशोधित प्रकरण
आयोग ने इन विषयों की अभिस्तावना भेजी
विषय रिक्त पद
भूगोल 1191
राजस्थानी 8
समाजशास्त्र 11
चित्रकला 136
संस्कृत 356
भौतिक विज्ञान 822
गणित 276
रसायन विज्ञान 799
जीव विज्ञान 598
वाणिज्य 197
अर्थशास्त्र 180
संगीत 2
सिंधी 2
छात्रा संस्थाएं
दर्शन शास्त्र 1
भूगोल 19
चित्रकला 9
संस्कृत 8
वाणिज्य 50
जीव विज्ञान 1
सिंधी 4
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अदालत के परिणाम के बाद भेजी जानी है इन विषयों की अभिस्तावना
हिंदी - 3163
अंगे्रजी - 860
इतिहास - 1968
राजनीति विज्ञान - 2234
छात्रा संस्थाएं ....
हिंदी - 74
राजनीति विज्ञान - 22
गृह विज्ञान का संशोधित परिणाम आएगा
आयोग की ओर से स्कूल व्याख्याता परीक्षा 2015 में गृह विज्ञान परीक्षा का परिणाम संशोधित कर निकाला जाएगा। इसके बाद इनके नाम शिक्षा विभाग को अभिस्तावित किए जाएंगे।
हाईकोर्ट में आयोग के वकील जे.पी. जोशी ने करीब छह घंटे लंबी बहस की और आयोग का मजबूती से पक्ष रखा। आयोग को बुधवार को एक नहीं तीन मामलों में कानूनी लड़ाई में सफलताएं मिली हैं। आयोग के पक्ष में आरएएस 2013 में राजस्थानी भाषा संबंधी सवाल पूछे जाने के मामले में दायर याचिका तथा पूर्व सैनिकों की ओर से दायर याचिकाओं को भी हाईकोर्ट ने खारिज करते हुए आयोग को सही ठहराया है।
डॉ. ललित के. पंवार, अध्यक्ष, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर
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