प्रारंभिक शिक्षा के विद्यालयों में अब गुणवर्ता पूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षा विभाग की ओर से अब शगुन पोर्टल की शुरुआत की जा रही है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसे हाल ही में शुरू किया है। यह पोर्टल भी सर्व शिक्षा अभियान का हिस्सा होगा।
इसके लिए प्राथमिक शिक्षा में अध्ययन कराने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रोजेक्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से विश्व बैंक की ओर से तैयार किया गाया है। पोर्टल का प्रमुख काम 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को शिक्षा के लिए सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है। इसके साथ ही विशेष आवश्यकता वाले बच्चाें के लिए समावेशी शिक्षा के लिए शिक्षकों को व्यावहारिक ज्ञान देना है। यह नाम दो शब्दों को जोड़कर बनाया गया है। यह नाम शाला गुणवत्ता से लिया गया है। यहां से मतलब शाला बाद गुणवत्ता को दर्शाया गया है।
यह होगा कार्य : पोर्टल सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से काम करेगा। सर्व शिक्षा अभियान की ओर से क्रियान्वयन की जा रही योजनाओं की जांच भी आसान होगी। पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों को और छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। अच्छा कार्य करने वाले स्कूलों को अन्य स्कूलों के बच्चों को दिखाया जाएगा। इसमें विशेष वर्ग में बच्चों का चयन कर उनके मूल्यांकन से परिणाम तक लगातार जांच की जाएगी। सर्वशिक्षा अभियान के नवाचार प्रगति को भी इसके माध्यम से दिखाया जाएगा। सीखने के परिणाम भी अभिभावकों के साथ साझा किए जाएंगें।
इनकाकहना है…
^एमएचआरडी के माध्यम से शगुन पोर्टल चालू किया गया है। इससे स्कूलों में बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दिया जाएगा।
दिनेशओझा, अतिरिक्त जिला समन्वयक, एसएसए
इसके लिए प्राथमिक शिक्षा में अध्ययन कराने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रोजेक्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से विश्व बैंक की ओर से तैयार किया गाया है। पोर्टल का प्रमुख काम 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को शिक्षा के लिए सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है। इसके साथ ही विशेष आवश्यकता वाले बच्चाें के लिए समावेशी शिक्षा के लिए शिक्षकों को व्यावहारिक ज्ञान देना है। यह नाम दो शब्दों को जोड़कर बनाया गया है। यह नाम शाला गुणवत्ता से लिया गया है। यहां से मतलब शाला बाद गुणवत्ता को दर्शाया गया है।
यह होगा कार्य : पोर्टल सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से काम करेगा। सर्व शिक्षा अभियान की ओर से क्रियान्वयन की जा रही योजनाओं की जांच भी आसान होगी। पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों को और छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। अच्छा कार्य करने वाले स्कूलों को अन्य स्कूलों के बच्चों को दिखाया जाएगा। इसमें विशेष वर्ग में बच्चों का चयन कर उनके मूल्यांकन से परिणाम तक लगातार जांच की जाएगी। सर्वशिक्षा अभियान के नवाचार प्रगति को भी इसके माध्यम से दिखाया जाएगा। सीखने के परिणाम भी अभिभावकों के साथ साझा किए जाएंगें।
इनकाकहना है…
^एमएचआरडी के माध्यम से शगुन पोर्टल चालू किया गया है। इससे स्कूलों में बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दिया जाएगा।
दिनेशओझा, अतिरिक्त जिला समन्वयक, एसएसए
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