उदयपुर. शिक्षा विभाग में चहेतों के लिए नियम कायदों को दरकिनार किया जा रहा है। शिक्षा सचिव ने आदेश जारी कर निर्देश दिया हुआ है कि बिना अनुमति के किसी भी शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर नहीं लगाया जा सकता।
प्रतिनियुक्ति के इस खेल में कई दिनों तक स्कूल बंद रहे लेकिन इसकी चिंता नहीं की गई। जबकि एक साल में दो से तीन बार शिक्षा सचिव ने सख्त आदेश जारी कर कहा है कि जिन स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है और बंद पड़ा है तो ही वहां पर जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर शिक्षक की प्रतिनियुक्ति कर सकता है। इसके अलावा कोई गंभीर मामला हो तो निदेशालय से अनुमति प्राप्त करने के बाद ही प्रतिनियुक्ति की जा सकती है। इसके अलावा प्रतिनियुक्ति नहीं की जा सकती है
तिलारनी में एक ही शिक्षक था, उसे लगाया सेई बांध स्कूल, जहां पहले से दो शिक्षक
कोटड़ा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल तिलारनी में शिक्षक कैलाश अटवाल का पदस्थापन है। इनको प्रतिनियुक्ति पर प्राथमिक विद्यालय सेई बांध लगा दिया, जहां 60 बच्चों पर पहले से 2 अध्यापक कार्यरत थे। तिलारनी से अटवाल को सेई बांध लगाने के कारण तिलारनी स्कूल 1 जुलाई से 8 अक्टूबर तक बंद रहा। अधिकारी पर दबाव पड़ा तो स्कूल खुलवाने के लिए प्राथमिक विद्यालय सेई कला जहां 74 बच्चों पर 2 अध्यापक थे। इसमें से एक अध्यापक शिक्षा कर्मी नारायण लाल गरासिया को तिलारनी में लगाकर स्कूल खुलवाया। अब सेई कला स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है।
बनोड़ा, रघुनाथपुरा और नानगा स्कूल में बिना जरूरत अफसरों ने की मनमर्जी की प्रतिनियुक्ति
झल्लारा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बनोड़ा में शिक्षक जसवंत सिंह सिसोदिया को प्राथमिक स्कूल रघुनाथ पुरा लगाया। बनोड़ा में तीन का स्टाफ रह गया और 123 बच्चे हैं। इसकी कमी पूरी करने के लिए ब्लॉक में नानगा स्कूल प्राथमिक विद्यालय से देवेन्द्र संचावत को बनोड़ा में लगाया। नानगा में 53 बच्चों पर दो शिक्षक थे अब एकल स्कूल हाे गया। देवेन्द्र की कमी पूरी करने के लिए प्राथमिक विद्यालय कादमा से प्राथमिक नानगा में जसवंत सिंह पंवार को लगाया। जसवंत सिंह सिसोदिया का गांव में छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला था। दो साल से प्रतिनियुक्ति पर है।
ग्रामीण कर रहे हैं विरोध
राउमावि लोपड़ा में नियुक्त शिक्षक गजेंद्र कुंवर के अन्य स्थान पर प्रतिनियुक्ति के विरोध में लोपड़ा के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया था। ज्ञापन में बताया था कि शिक्षिका इस सत्र से उदयपुर में प्रतिनियुक्ति करवा कर वहीं रहती है जबकि लोपड़ा विद्यालय में कार्यरत है।
ब्लाॅक स्तर पर इस प्रकार से प्रतिनियुक्ति जांच करवाई जा रही है। जहां शिक्षक नहीं वहीं पर प्रतिनियुक्ति की जा सकती है। नारायण प्रजापत, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा।
डीईओ ने जानकारी मांगी तो जांच करवाई। प्राथमिकता में सामने आया कि शिक्षक 4 साल से प्रतिनियुक्ति पर है । मेरे पास चार्ज अभी आया है। जानकारी ले रहे हैं। मांगीलाल गर्ग, बीईईओ, झल्लारा।
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प्रतिनियुक्ति के इस खेल में कई दिनों तक स्कूल बंद रहे लेकिन इसकी चिंता नहीं की गई। जबकि एक साल में दो से तीन बार शिक्षा सचिव ने सख्त आदेश जारी कर कहा है कि जिन स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है और बंद पड़ा है तो ही वहां पर जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर शिक्षक की प्रतिनियुक्ति कर सकता है। इसके अलावा कोई गंभीर मामला हो तो निदेशालय से अनुमति प्राप्त करने के बाद ही प्रतिनियुक्ति की जा सकती है। इसके अलावा प्रतिनियुक्ति नहीं की जा सकती है
तिलारनी में एक ही शिक्षक था, उसे लगाया सेई बांध स्कूल, जहां पहले से दो शिक्षक
कोटड़ा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल तिलारनी में शिक्षक कैलाश अटवाल का पदस्थापन है। इनको प्रतिनियुक्ति पर प्राथमिक विद्यालय सेई बांध लगा दिया, जहां 60 बच्चों पर पहले से 2 अध्यापक कार्यरत थे। तिलारनी से अटवाल को सेई बांध लगाने के कारण तिलारनी स्कूल 1 जुलाई से 8 अक्टूबर तक बंद रहा। अधिकारी पर दबाव पड़ा तो स्कूल खुलवाने के लिए प्राथमिक विद्यालय सेई कला जहां 74 बच्चों पर 2 अध्यापक थे। इसमें से एक अध्यापक शिक्षा कर्मी नारायण लाल गरासिया को तिलारनी में लगाकर स्कूल खुलवाया। अब सेई कला स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है।
बनोड़ा, रघुनाथपुरा और नानगा स्कूल में बिना जरूरत अफसरों ने की मनमर्जी की प्रतिनियुक्ति
झल्लारा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बनोड़ा में शिक्षक जसवंत सिंह सिसोदिया को प्राथमिक स्कूल रघुनाथ पुरा लगाया। बनोड़ा में तीन का स्टाफ रह गया और 123 बच्चे हैं। इसकी कमी पूरी करने के लिए ब्लॉक में नानगा स्कूल प्राथमिक विद्यालय से देवेन्द्र संचावत को बनोड़ा में लगाया। नानगा में 53 बच्चों पर दो शिक्षक थे अब एकल स्कूल हाे गया। देवेन्द्र की कमी पूरी करने के लिए प्राथमिक विद्यालय कादमा से प्राथमिक नानगा में जसवंत सिंह पंवार को लगाया। जसवंत सिंह सिसोदिया का गांव में छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला था। दो साल से प्रतिनियुक्ति पर है।
ग्रामीण कर रहे हैं विरोध
राउमावि लोपड़ा में नियुक्त शिक्षक गजेंद्र कुंवर के अन्य स्थान पर प्रतिनियुक्ति के विरोध में लोपड़ा के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया था। ज्ञापन में बताया था कि शिक्षिका इस सत्र से उदयपुर में प्रतिनियुक्ति करवा कर वहीं रहती है जबकि लोपड़ा विद्यालय में कार्यरत है।
ब्लाॅक स्तर पर इस प्रकार से प्रतिनियुक्ति जांच करवाई जा रही है। जहां शिक्षक नहीं वहीं पर प्रतिनियुक्ति की जा सकती है। नारायण प्रजापत, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा।
डीईओ ने जानकारी मांगी तो जांच करवाई। प्राथमिकता में सामने आया कि शिक्षक 4 साल से प्रतिनियुक्ति पर है । मेरे पास चार्ज अभी आया है। जानकारी ले रहे हैं। मांगीलाल गर्ग, बीईईओ, झल्लारा।
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