दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले खिलाड़ी, एनसीसी कैडेट, एनएसएस के सदस्य समेत कुछ अन्य केटेगरी में आने वाले विद्यार्थियों को बोनस अंक का फायदा मिलेगा। इसके लिए आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 31 जनवरी तक आवेदन जमा होंगे।
विद्यार्थी को स्कूल के प्राचार्य के पास आवेदन करना होगा। वहां से सूची जिला शिक्षा विभाग से माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं)भेजी जाएगी।
शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि बोनस अंक सैद्धांतिक परीक्षा में जोड़े जाएंगे। यह अंक पास होने की स्थिति में फेल होने वाले विषय में जुड़ेंगे। या यदि विद्यार्थी सभी विषयों में पास है तो बोनस अंक महायोग में जुड़ेगा। इसका फायदा विद्यार्थी को मुख्य परीक्षा में एक बार ही मिलेगा। इसका फायदा उठाने के लिए खेल, एनसीसी, एनएसएस, साक्षर भारत कार्यक्रम के अनुदेशक व स्काउट गाइड को संबंधित दस्तावेज प्राचार्य के पास जमा कराने होंगे।
अफसरों ने बताया कि विद्यार्थियाें के जमा किए गए आवेदन प्राचार्य को 31 जनवरी तक जिला शिक्षा विभाग में जमा करना होगा। दस फरवरी तक जिला शिक्षा विभाग के दफ्तर से यह जानकारी संचालक लोक शिक्षण संचालनालय के पास भेजी जाएगी। यहां से फिर यह आवेदन की जांच के लिए राज्य एवं विभाग को भेजे जाएंगे।
इसके बाद उन विद्यार्थियों की सूची तैयार होगी, जो इस बार दसवीं-बारहवीं में शामिल होंगे और योजना के पात्र होंगे। इस सूची को लोक शिक्षण संचालनालय दस मार्च तक माशिमं को भेजेगा। माशिमं के अफसरों का कहना है कि बोनस अंक को लेकर हर बार लेटलतीफी की बात सामने आती है। इस वजह से इस बार क्रियान्वयन की पूरी जिम्मेदारी लोक शिक्षण संचालनालय को दी गई है।
बोनस अंक का फार्मूला
खेल : व्यक्तिगत या फिर टीम पदक। राज्य के सर्टिफिकेट पर दस अंक। राष्ट्रीय पर 15 और अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शामिल हुए खिलाड़ी को 20 अंक मिलेगा। एनसीसी : आरडी परेड व मावलंकर शूटिंग में 15 अंक। वायु, नौ व थल सैनिक कैंप पर 15 अंक। डी. कैट कैंप पर दस अंक। एनएसएस : आरडी परेड 15 अंक। स्काउट गाइड : राज्यपाल दस व राष्ट्रपति 15 अंक। साक्षर भारत कार्यक्रम अनुदेशक : दस अंक
विद्यार्थी को स्कूल के प्राचार्य के पास आवेदन करना होगा। वहां से सूची जिला शिक्षा विभाग से माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं)भेजी जाएगी।
शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि बोनस अंक सैद्धांतिक परीक्षा में जोड़े जाएंगे। यह अंक पास होने की स्थिति में फेल होने वाले विषय में जुड़ेंगे। या यदि विद्यार्थी सभी विषयों में पास है तो बोनस अंक महायोग में जुड़ेगा। इसका फायदा विद्यार्थी को मुख्य परीक्षा में एक बार ही मिलेगा। इसका फायदा उठाने के लिए खेल, एनसीसी, एनएसएस, साक्षर भारत कार्यक्रम के अनुदेशक व स्काउट गाइड को संबंधित दस्तावेज प्राचार्य के पास जमा कराने होंगे।
अफसरों ने बताया कि विद्यार्थियाें के जमा किए गए आवेदन प्राचार्य को 31 जनवरी तक जिला शिक्षा विभाग में जमा करना होगा। दस फरवरी तक जिला शिक्षा विभाग के दफ्तर से यह जानकारी संचालक लोक शिक्षण संचालनालय के पास भेजी जाएगी। यहां से फिर यह आवेदन की जांच के लिए राज्य एवं विभाग को भेजे जाएंगे।
इसके बाद उन विद्यार्थियों की सूची तैयार होगी, जो इस बार दसवीं-बारहवीं में शामिल होंगे और योजना के पात्र होंगे। इस सूची को लोक शिक्षण संचालनालय दस मार्च तक माशिमं को भेजेगा। माशिमं के अफसरों का कहना है कि बोनस अंक को लेकर हर बार लेटलतीफी की बात सामने आती है। इस वजह से इस बार क्रियान्वयन की पूरी जिम्मेदारी लोक शिक्षण संचालनालय को दी गई है।
बोनस अंक का फार्मूला
खेल : व्यक्तिगत या फिर टीम पदक। राज्य के सर्टिफिकेट पर दस अंक। राष्ट्रीय पर 15 और अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शामिल हुए खिलाड़ी को 20 अंक मिलेगा। एनसीसी : आरडी परेड व मावलंकर शूटिंग में 15 अंक। वायु, नौ व थल सैनिक कैंप पर 15 अंक। डी. कैट कैंप पर दस अंक। एनएसएस : आरडी परेड 15 अंक। स्काउट गाइड : राज्यपाल दस व राष्ट्रपति 15 अंक। साक्षर भारत कार्यक्रम अनुदेशक : दस अंक
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