श्रीगंगानगर ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज विभाग जिला परिषदों के माध्यम से की गई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 पर उठे सवाल चार साल बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बार-बार संशोधित परिणाम जारी होने के कारण बड़ी संख्या में एेसे अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो गए हैं
जिनकी मैरिट उन लोगों से अधिक है,जिन्हें प्रथम परिणाम के आधार पर 2012 और 2013 में नियुक्ति दे दी गई थी। वर्ष 2012 व 2013 में राज्य सरकार ने जिला परिषदों के माध्यम से करीब चालीस हजार शिक्षकों की भर्ती की थी। प्रथम परिणाम जारी कर दस्तावेजों के सत्यापन के उपरांत चयनित अभ्यर्थियों को आनन-फानन में नियुक्तियां दे दी गई लेकिन प्रश्नपत्रों में त्रुटियों के चलते बड़ी संख्या में अभ्यर्थी न्यायालय में चले गए। उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना में सितंबर 2013 में राज्य सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का संशोधित परिणाम जारी किया। संशोधित परिणामों में बड़ी संख्या में वे अभ्यर्थी बाहर हो गए जिनका प्रथम बार परिणाम के समय चयन हो गया था। लेकिन संशोधित परिणाम से पहले जिला परिषदों ने प्रथम परिणाम के आधार पर नियुक्तियां दे दी।
संशोधित परिणाम के बाद कट ऑफ पहले के बजाय अधिक हो गई। एेसे में पुरानी कट ऑफ और संशोधित परिणाम की कट ऑफ के बीच के सैकड़ों अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो गए।
विभाग से मार्ग दर्शन मांगा
कुछ अभ्यर्थी एेसे भी हैं जिन्होंने 2012 की भर्ती में गृह जिले में श्रीगंगानगर में आवेदन किया लेकिन उत्तर कुंजी में गलतियां होने के कारण उनका चयन नहीं हुआ। इसके बाद 2013 में भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों का दूसरे जिलों में चयन हो गया। वे मार्च 2015 में वहां पर कार्य ग्रहण कर नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं और अब वर्तमान में संशोधित उत्तर कुंजी व परिणाम जारी होने पर इन अभ्यर्थियों का गृह जिले श्रीगंगानगर में चयन हो गया। इनमें पवन स्वामी, पवन कुमार शर्मा, सुरजनराम व पूर्णराम का अब फिर से चयन हुआ है। जिला परिषद ने इन अभ्यर्थियों का प्रकरण राज्य सरकार को रैफर किया है।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012
आठ सिंतबर 2012 की सूची
अंग्रेजी—कट ऑफ मॉक्र्स 2012
सामान्य-143.08
महिला सामान्य-141.46
दिसंबर 2016 में जारी संशोधित कटऑफ
सामान्य— 147.98
महिला सामान्य—149.45
कटऑफ में परिवर्तन तो हुआ है
&तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 में पहले कटऑफ जारी की गई थी, इस आधार पर बहुत से लोग नौकरी लग चुके हैं और अब जारी की गई कटऑफ में परिवर्तन हुआ है। इसमें कुछ अभ्यर्थी अंदर आएंगे और कुछ बाहर भी जाएंगे। इस पर 27 दिसम्बर को जिला परिषद की स्थापना समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
विश्राम मीणा, सीईओ,
जिला परिषद, श्रीगंगानगर।
जिनकी मैरिट उन लोगों से अधिक है,जिन्हें प्रथम परिणाम के आधार पर 2012 और 2013 में नियुक्ति दे दी गई थी। वर्ष 2012 व 2013 में राज्य सरकार ने जिला परिषदों के माध्यम से करीब चालीस हजार शिक्षकों की भर्ती की थी। प्रथम परिणाम जारी कर दस्तावेजों के सत्यापन के उपरांत चयनित अभ्यर्थियों को आनन-फानन में नियुक्तियां दे दी गई लेकिन प्रश्नपत्रों में त्रुटियों के चलते बड़ी संख्या में अभ्यर्थी न्यायालय में चले गए। उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना में सितंबर 2013 में राज्य सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का संशोधित परिणाम जारी किया। संशोधित परिणामों में बड़ी संख्या में वे अभ्यर्थी बाहर हो गए जिनका प्रथम बार परिणाम के समय चयन हो गया था। लेकिन संशोधित परिणाम से पहले जिला परिषदों ने प्रथम परिणाम के आधार पर नियुक्तियां दे दी।
संशोधित परिणाम के बाद कट ऑफ पहले के बजाय अधिक हो गई। एेसे में पुरानी कट ऑफ और संशोधित परिणाम की कट ऑफ के बीच के सैकड़ों अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो गए।
विभाग से मार्ग दर्शन मांगा
कुछ अभ्यर्थी एेसे भी हैं जिन्होंने 2012 की भर्ती में गृह जिले में श्रीगंगानगर में आवेदन किया लेकिन उत्तर कुंजी में गलतियां होने के कारण उनका चयन नहीं हुआ। इसके बाद 2013 में भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों का दूसरे जिलों में चयन हो गया। वे मार्च 2015 में वहां पर कार्य ग्रहण कर नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं और अब वर्तमान में संशोधित उत्तर कुंजी व परिणाम जारी होने पर इन अभ्यर्थियों का गृह जिले श्रीगंगानगर में चयन हो गया। इनमें पवन स्वामी, पवन कुमार शर्मा, सुरजनराम व पूर्णराम का अब फिर से चयन हुआ है। जिला परिषद ने इन अभ्यर्थियों का प्रकरण राज्य सरकार को रैफर किया है।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012
आठ सिंतबर 2012 की सूची
अंग्रेजी—कट ऑफ मॉक्र्स 2012
सामान्य-143.08
महिला सामान्य-141.46
दिसंबर 2016 में जारी संशोधित कटऑफ
सामान्य— 147.98
महिला सामान्य—149.45
कटऑफ में परिवर्तन तो हुआ है
&तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 में पहले कटऑफ जारी की गई थी, इस आधार पर बहुत से लोग नौकरी लग चुके हैं और अब जारी की गई कटऑफ में परिवर्तन हुआ है। इसमें कुछ अभ्यर्थी अंदर आएंगे और कुछ बाहर भी जाएंगे। इस पर 27 दिसम्बर को जिला परिषद की स्थापना समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
विश्राम मीणा, सीईओ,
जिला परिषद, श्रीगंगानगर।
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