पाली । पढ़ाई की अपेक्षा आपराधिक व अवांछित गतिविधियों में लिप्त रहने वाले कॉलेज विद्यार्थियों पर पुलिस ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। ऐसे विद्यार्थी जो पिछले दो वर्ष से अधिक समय से ऐसी गतिविधियों में लिप्त हैं और उनके खिलाफ दो से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हंै उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
इसका मकसद कॉलेज परिसर में हो रही गैंगवार की घटनाओं को रोकना है। पिछले कुछ सालों में चुनाव में हार-जीत को छात्र नेता रंजिश के रूप में देखने लगे हंै। पहले जहां मारपीट की छोटी घटनाएं होती थी लेकिन अब एक संगठन के विद्यार्थी गुट के रूप में षड्यंत्र के तहत एक-दो विद्यार्थियों को निशाना बनाकर लोहे के सरिए व लाठियों से मारपीट कर गंभीर घायल करने लगे हैं। कभी बाहरी विद्यार्थियों के कॉलेज में प्रवेश को लेकर तो कभी किसी बात को लेकर दोनों छात्र संगठन के पदाधिकारी आपस में उलझ जाते हंै। 15 नवम्बर को छात्रसंघ अध्यक्ष जुगल चौधरी से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व उनके साथियों ने कॉलेज परिसर में लाठी-सरियों से मारपीट की और भाग गए। इससे पूर्व भी दोनों संगठनों में इस तरह की जानलेवा मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। उसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने यह निर्णय लिया।
कॉलेज प्रशासन को दिए निर्देश
पुलिस की ओर से कॉलेज प्रिंसिपल को क्षतिग्रस्त चारदीवारी दुरुस्त करवाने, उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे कॉलेज परिसर में सभी जगह लगवाने। आई कार्ड देखकर ही कॉलेज विद्यार्थी को प्रवेश देने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जिन विद्यार्थियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज है और जो लम्बे समय से अवांछित गतिविधि में लप्ति है। ऐसे विद्यार्थी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को कहा गया है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे हैं जो पढ़ाई के साथ कॉलेज परिसर में अवांछित गतिविधियों में भी लिप्त रहते हैं। आए दिन होने वाली मारपीट की घटनाओं से कॉलेज में अन्य विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। दूसरी और शहर की शांति भी प्रभावित हो रही है। विद्यार्थियों की इन जानलेवा मारपीट के घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है। इसी को देखते हुए अपराधिक प्रवृत्ति वाले विद्यार्थियों की हिस्ट्रीशीट खोलने की कवायद चल रही है।
दीपक भार्गव, पुलिस अधीक्षक, पाली
इसका मकसद कॉलेज परिसर में हो रही गैंगवार की घटनाओं को रोकना है। पिछले कुछ सालों में चुनाव में हार-जीत को छात्र नेता रंजिश के रूप में देखने लगे हंै। पहले जहां मारपीट की छोटी घटनाएं होती थी लेकिन अब एक संगठन के विद्यार्थी गुट के रूप में षड्यंत्र के तहत एक-दो विद्यार्थियों को निशाना बनाकर लोहे के सरिए व लाठियों से मारपीट कर गंभीर घायल करने लगे हैं। कभी बाहरी विद्यार्थियों के कॉलेज में प्रवेश को लेकर तो कभी किसी बात को लेकर दोनों छात्र संगठन के पदाधिकारी आपस में उलझ जाते हंै। 15 नवम्बर को छात्रसंघ अध्यक्ष जुगल चौधरी से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व उनके साथियों ने कॉलेज परिसर में लाठी-सरियों से मारपीट की और भाग गए। इससे पूर्व भी दोनों संगठनों में इस तरह की जानलेवा मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। उसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने यह निर्णय लिया।
कॉलेज प्रशासन को दिए निर्देश
पुलिस की ओर से कॉलेज प्रिंसिपल को क्षतिग्रस्त चारदीवारी दुरुस्त करवाने, उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे कॉलेज परिसर में सभी जगह लगवाने। आई कार्ड देखकर ही कॉलेज विद्यार्थी को प्रवेश देने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जिन विद्यार्थियों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज है और जो लम्बे समय से अवांछित गतिविधि में लप्ति है। ऐसे विद्यार्थी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को कहा गया है।
कुछ विद्यार्थी ऐसे हैं जो पढ़ाई के साथ कॉलेज परिसर में अवांछित गतिविधियों में भी लिप्त रहते हैं। आए दिन होने वाली मारपीट की घटनाओं से कॉलेज में अन्य विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। दूसरी और शहर की शांति भी प्रभावित हो रही है। विद्यार्थियों की इन जानलेवा मारपीट के घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो कभी कोई बड़ी घटना हो सकती है। इसी को देखते हुए अपराधिक प्रवृत्ति वाले विद्यार्थियों की हिस्ट्रीशीट खोलने की कवायद चल रही है।
दीपक भार्गव, पुलिस अधीक्षक, पाली