शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि शिक्षक जीवन में हमेशा
शिक्षक ही रहता है। वह कभी तो टायर्ड होता है और ही कभी रिटायर्ड होता है। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी शुक्रवार को पुष्कर स्थित वैष्णव धर्मशाला
में आयोजित राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक
अधिवेशन के समापन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों द्वारा मन लगाकर पूर्ण क्षमता के साथ अध्यापन कार्य करवाने से राजकीय विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि के साथ ही परीक्षा परिणाम में भी 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब तक लगभग 86 हजार पदोन्नतियां की गई है। 27 अक्टूबर को करीब 13 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों को द्वितीय श्रेणी में तथा जिला शिक्षा अधिकारी पद के लिए भी पदोन्नति प्रदान की जाएगी। शिक्षा विभाग में पूर्व में लगभग 52 प्रतिशत पद रिक्त थे। सरकार द्वारा पदोन्नति करने तथा नई भर्तियां करने से वर्तमान में लगभग 25 प्रतिशत पद ही रिक्त है। आगामी नवंबर माह के अंत तक रिक्त पदों की संख्या लगभग 11 प्रतिशत तक लाने के लिए सरकार प्रयासरत है। सरकार ने 36 हजार नई भर्तियां की है तथा 44 हजार भर्तियां पाइप लाइन में है। तृतीय श्रेणी के लगभग 15 हजार पदों पर भर्ती होगी। सरकार द्वारा अब तक माध्यमिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया था। अब प्रारंभिक शिक्षा पर फोकस करके विद्यालयों का भौतिक एवं शैक्षिक उन्नयन किया जाएगा। प्रो. देवनानी ने कहा कि शीघ्र ही 10वीं 12वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया जाएगा।
विशिष्ट अतिथि संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों को निष्ठा पूर्वक अपना दायित्व निभाना चाहिए। जिला प्रमुख वंदना नौगिया ने कहा कि शिक्षक समाज सम्माननीय है।
शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शर्मा ने शिक्षा की गुणवत्ता में सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम संयोजक शक्ति सिंह गौड़ ने भी विचार व्यक्त किए। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी के आग्रह पर प्रदेश महामंत्री बृजेंद्र शर्मा ने सम्मेलन में उपस्थित सभी शिक्षकों को चाईनीज वस्तुओं का बहिष्कार करने की शपथ दिलाई।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
उन्होंने कहा कि अध्यापकों द्वारा मन लगाकर पूर्ण क्षमता के साथ अध्यापन कार्य करवाने से राजकीय विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि के साथ ही परीक्षा परिणाम में भी 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब तक लगभग 86 हजार पदोन्नतियां की गई है। 27 अक्टूबर को करीब 13 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों को द्वितीय श्रेणी में तथा जिला शिक्षा अधिकारी पद के लिए भी पदोन्नति प्रदान की जाएगी। शिक्षा विभाग में पूर्व में लगभग 52 प्रतिशत पद रिक्त थे। सरकार द्वारा पदोन्नति करने तथा नई भर्तियां करने से वर्तमान में लगभग 25 प्रतिशत पद ही रिक्त है। आगामी नवंबर माह के अंत तक रिक्त पदों की संख्या लगभग 11 प्रतिशत तक लाने के लिए सरकार प्रयासरत है। सरकार ने 36 हजार नई भर्तियां की है तथा 44 हजार भर्तियां पाइप लाइन में है। तृतीय श्रेणी के लगभग 15 हजार पदों पर भर्ती होगी। सरकार द्वारा अब तक माध्यमिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया था। अब प्रारंभिक शिक्षा पर फोकस करके विद्यालयों का भौतिक एवं शैक्षिक उन्नयन किया जाएगा। प्रो. देवनानी ने कहा कि शीघ्र ही 10वीं 12वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया जाएगा।
विशिष्ट अतिथि संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों को निष्ठा पूर्वक अपना दायित्व निभाना चाहिए। जिला प्रमुख वंदना नौगिया ने कहा कि शिक्षक समाज सम्माननीय है।
शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शर्मा ने शिक्षा की गुणवत्ता में सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम संयोजक शक्ति सिंह गौड़ ने भी विचार व्यक्त किए। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी के आग्रह पर प्रदेश महामंत्री बृजेंद्र शर्मा ने सम्मेलन में उपस्थित सभी शिक्षकों को चाईनीज वस्तुओं का बहिष्कार करने की शपथ दिलाई।
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