धौलपुर. जिले भर में शनिवार को शैक्षिक सम्मेलनों का समापन हुआ। इस दौरान राजस्थान अम्बेडकर शिक्षक संघ के सम्मेलन में पहुंचे भरतपुर संभाग के शिक्षा उपनिदेशक गणेशकुमार धाकरे ने कहा कि वर्तमान में प्रोद्यौगिकी का युग है।
इस कारण शिक्षकों को भी युग के साथ बदलना होगा। पहले शिक्षक कम्प्यूटर तथा शैक्षिक प्रोद्यौगिकी में निपुण हों और उसका लाभ विद्यार्थियों तक पहुंचाए। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा दर्पण, कम्प्यूटर तथा स्मार्ट कक्षाएं शुरू जा रही हैं। शिक्षक इन तकनीकों से जुड़कर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करें।
राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ लोकतांत्रिक के जिलाध्यक्ष सूरजमल ने कहा कि शिक्षक अधिकारों की मांग करने के साथ दायित्वों का भी निर्वहन करें। प्रधानाचार्य दयाकांत सक्सैना ने कहा कि शिक्षक विद्यालयों के लिए भामाशाह नहीं मिलने का बहाना बनाकर विकास कार्य कराने में उदासीनता बरत रहे हैं, जबकि खुद शिक्षक ही अगर भामाशाह बन जाएं तो नजीर पेश की जा सकती हैं।
साथ ही विद्यालय व विद्यार्थी हमेशा उन्हें याद रखेंगे। सम्मेलन को प्रधानाचार्य वीरीसिंह, संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक बलवीरसिंह राना, शिक्षक संघ जिला संयोजक दामोदर प्रसाद, रामवीरसिंह, शिवनारायण सिंह, मुकेश केन, नथोलीराम, सुरेश, पुष्पेन्द्र सिंह, अमरसिंह, दिलीप, विवेक आदि ने सम्बोधित किया।
वहीं राजस्थान शिक्षा परिषद के शैक्षिक अधिवेशन में शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढ़ा है, लेकिन शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे शत-प्रतिशत ठहराव सुनिश्चित करें। इसी क्रम में पुरस्कृत शिक्षक संघ की ओर से राजरानी शिक्षा निकेतन उमावि में हुए अधिवेशन का समापन हुआ।
इधर, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के सम्मेलन में मुख्य अतिथि प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष यादवेन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकार ने अन्य विभागों से स्थानान्तरण से प्रतिबंध हटा लिया है, लेकिन शिक्षा विभाग में कई वर्षों से स्थानान्तरण की बाट जोह रहे शिक्षकों को प्रतिबंध नहीं हटाने से निराशा हुई है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तोरन सिंह ने सातवें वेतन आयोग राज्य में शीघ्र लागू करने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग रखी। जिला मंत्री विशाल गिरी ने बताया कि सभाध्यक्ष हरीओम शर्मा ने अध्यक्षता की। इस दौरान मुन्ना बाबू पाठक, राजेन्द्र शर्मा, रामगोविन्द शर्मा, ठाकुरदास शर्मा, राजेन्द्र श्रीवास्तव आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
इसी क्रम में शिक्षक संघ एकीकृत के सम्मेलन में मुख्य अतिथि समाजसेवी आतेन्द्रसिंह लोधा, डॉ. लोचनसिंह गुर्जर तथा केशवसिंह राना ने कहा कि शिक्षकों को अध्यापन के साथ समाज सेवा भी करनी चाहिए। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष चन्द्रभान चौधरी ने की। सम्मेलन को अब्दुल सगीर, महिला संयोजिका शिमला शर्मा, रामकली, राजन मीणा आदि ने सम्बोधित किया।
शिक्षक संघ सियाराम को शैक्षिक सम्मेलन प्रदेश उप सभाध्यक्ष सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में हुआ। जिलाध्यक्ष महेश त्यागी ने शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, रिक्त पद भरने सहित समस्याओं का निराकरण करने की मांग उठाई। सम्मेलन को शैलेन्द्र सक्सैना, शिवराज परमार, केशवसिंह, हरिसिंह सिकरवार, गंगाप्रसाद शर्मा, अजीज खां, राजवीर आदि ने सम्बोधित किया।
रेसा व रेसला का सम्मेलन दिनेश गर्ग की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस दौरान पदोन्नति, सातवें वेतन आयोग लागू करने सहित विभिन्न मांगें उठाई गईं। सम्मेलन को रेेसला जिलाध्यक्ष रतनसिंह लोधा, प्रधानाचार्य गोविन्द गर्ग, जिला मंत्री चेतराम जादौन, धनेश बाबू जगमोहन सिंह, अशोक कोठारी, मुकेश शुक्ला, दिनेशचन्द्र शर्मा, शिव कुमार सिंघल, केशवानंद शर्मा, सम्पतराम मीना, शिवराम सिंह, गजेन्द्र सिंह आदि ने सम्बोधित किया।
इसी प्रकार प्रबोधक शिक्षक संघ के सम्मेलन का समापन भाजपा प्रदेश मंत्री जगमोहन बघेल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता डीईओ माध्यमिक मुकेशकुमार शर्मा ने की। सम्मेलन को समाजसेवी हरीनिवास शर्मा, चन्द्रभान शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रभात शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, मीडिया प्रभारी बृजकिशोर उपाध्याय ने सम्बोधित किया।
वहीं शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सम्मेलन का समापन भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह त्यागी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशिष्ट अतिथि संरक्षक जयप्रकाश शर्मा, संभाग संगठन मंत्री रमाशंकर शर्मा, महिला संभाग संगठन मंत्री कुलदीप कौर थे। अध्यक्षता पीजी कॉलेज के प्राचार्य बाबूलाल शर्मा ने की। इस दौरान जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने शिक्षकों की समस्याएं उठाई और उन्हें पूरा करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता संरक्षक विशम्भर दयाल शर्मा ने शिक्षकों को कत्र्तव्यों के प्रति सजग रहने को कहा।
एकमुश्त हो बजट आवंटन
बाड़ी में राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के दो दिवसीय शिक्षक सम्मेलन का समापन शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष श्रीभगवान शर्मा एवं सभाध्यक्ष छीतर सिंह की उपस्थिति में हुआ।
शर्मा ने छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने, सातवें वेतन आयोग लागू करने तथा शिक्षकों को एक मुश्त बजट आवंटित करने की बात कही। संयोजक टीकमसिंह ने सैटअप परिवर्तन प्रक्रिया की प्रशंसा की।
पूर्व सभा अध्यक्ष उदयभान सिंह ने शिक्षा को प्रयोगशाला नहीं बनने देने तथा आवश्यक संसाधनों के लिए राज्य सरकार को अवगत कराते रहने का आह्वान किया। जिलाध्यक्ष देवदत्त पाठक ने पुस्तकालय अध्यक्ष एवं प्रयोग शाला सहायकों की डीपीसी की बात रखी। शिक्षक नेता राजेश राजौरिया, राकेश कुमार, होतम आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इस कारण शिक्षकों को भी युग के साथ बदलना होगा। पहले शिक्षक कम्प्यूटर तथा शैक्षिक प्रोद्यौगिकी में निपुण हों और उसका लाभ विद्यार्थियों तक पहुंचाए। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा दर्पण, कम्प्यूटर तथा स्मार्ट कक्षाएं शुरू जा रही हैं। शिक्षक इन तकनीकों से जुड़कर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करें।
राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ लोकतांत्रिक के जिलाध्यक्ष सूरजमल ने कहा कि शिक्षक अधिकारों की मांग करने के साथ दायित्वों का भी निर्वहन करें। प्रधानाचार्य दयाकांत सक्सैना ने कहा कि शिक्षक विद्यालयों के लिए भामाशाह नहीं मिलने का बहाना बनाकर विकास कार्य कराने में उदासीनता बरत रहे हैं, जबकि खुद शिक्षक ही अगर भामाशाह बन जाएं तो नजीर पेश की जा सकती हैं।
साथ ही विद्यालय व विद्यार्थी हमेशा उन्हें याद रखेंगे। सम्मेलन को प्रधानाचार्य वीरीसिंह, संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक बलवीरसिंह राना, शिक्षक संघ जिला संयोजक दामोदर प्रसाद, रामवीरसिंह, शिवनारायण सिंह, मुकेश केन, नथोलीराम, सुरेश, पुष्पेन्द्र सिंह, अमरसिंह, दिलीप, विवेक आदि ने सम्बोधित किया।
वहीं राजस्थान शिक्षा परिषद के शैक्षिक अधिवेशन में शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढ़ा है, लेकिन शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे शत-प्रतिशत ठहराव सुनिश्चित करें। इसी क्रम में पुरस्कृत शिक्षक संघ की ओर से राजरानी शिक्षा निकेतन उमावि में हुए अधिवेशन का समापन हुआ।
इधर, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के सम्मेलन में मुख्य अतिथि प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष यादवेन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकार ने अन्य विभागों से स्थानान्तरण से प्रतिबंध हटा लिया है, लेकिन शिक्षा विभाग में कई वर्षों से स्थानान्तरण की बाट जोह रहे शिक्षकों को प्रतिबंध नहीं हटाने से निराशा हुई है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तोरन सिंह ने सातवें वेतन आयोग राज्य में शीघ्र लागू करने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग रखी। जिला मंत्री विशाल गिरी ने बताया कि सभाध्यक्ष हरीओम शर्मा ने अध्यक्षता की। इस दौरान मुन्ना बाबू पाठक, राजेन्द्र शर्मा, रामगोविन्द शर्मा, ठाकुरदास शर्मा, राजेन्द्र श्रीवास्तव आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
इसी क्रम में शिक्षक संघ एकीकृत के सम्मेलन में मुख्य अतिथि समाजसेवी आतेन्द्रसिंह लोधा, डॉ. लोचनसिंह गुर्जर तथा केशवसिंह राना ने कहा कि शिक्षकों को अध्यापन के साथ समाज सेवा भी करनी चाहिए। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष चन्द्रभान चौधरी ने की। सम्मेलन को अब्दुल सगीर, महिला संयोजिका शिमला शर्मा, रामकली, राजन मीणा आदि ने सम्बोधित किया।
शिक्षक संघ सियाराम को शैक्षिक सम्मेलन प्रदेश उप सभाध्यक्ष सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में हुआ। जिलाध्यक्ष महेश त्यागी ने शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, रिक्त पद भरने सहित समस्याओं का निराकरण करने की मांग उठाई। सम्मेलन को शैलेन्द्र सक्सैना, शिवराज परमार, केशवसिंह, हरिसिंह सिकरवार, गंगाप्रसाद शर्मा, अजीज खां, राजवीर आदि ने सम्बोधित किया।
रेसा व रेसला का सम्मेलन दिनेश गर्ग की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस दौरान पदोन्नति, सातवें वेतन आयोग लागू करने सहित विभिन्न मांगें उठाई गईं। सम्मेलन को रेेसला जिलाध्यक्ष रतनसिंह लोधा, प्रधानाचार्य गोविन्द गर्ग, जिला मंत्री चेतराम जादौन, धनेश बाबू जगमोहन सिंह, अशोक कोठारी, मुकेश शुक्ला, दिनेशचन्द्र शर्मा, शिव कुमार सिंघल, केशवानंद शर्मा, सम्पतराम मीना, शिवराम सिंह, गजेन्द्र सिंह आदि ने सम्बोधित किया।
इसी प्रकार प्रबोधक शिक्षक संघ के सम्मेलन का समापन भाजपा प्रदेश मंत्री जगमोहन बघेल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता डीईओ माध्यमिक मुकेशकुमार शर्मा ने की। सम्मेलन को समाजसेवी हरीनिवास शर्मा, चन्द्रभान शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रभात शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, मीडिया प्रभारी बृजकिशोर उपाध्याय ने सम्बोधित किया।
वहीं शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सम्मेलन का समापन भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह त्यागी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशिष्ट अतिथि संरक्षक जयप्रकाश शर्मा, संभाग संगठन मंत्री रमाशंकर शर्मा, महिला संभाग संगठन मंत्री कुलदीप कौर थे। अध्यक्षता पीजी कॉलेज के प्राचार्य बाबूलाल शर्मा ने की। इस दौरान जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने शिक्षकों की समस्याएं उठाई और उन्हें पूरा करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता संरक्षक विशम्भर दयाल शर्मा ने शिक्षकों को कत्र्तव्यों के प्रति सजग रहने को कहा।
एकमुश्त हो बजट आवंटन
बाड़ी में राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के दो दिवसीय शिक्षक सम्मेलन का समापन शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष श्रीभगवान शर्मा एवं सभाध्यक्ष छीतर सिंह की उपस्थिति में हुआ।
शर्मा ने छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने, सातवें वेतन आयोग लागू करने तथा शिक्षकों को एक मुश्त बजट आवंटित करने की बात कही। संयोजक टीकमसिंह ने सैटअप परिवर्तन प्रक्रिया की प्रशंसा की।
पूर्व सभा अध्यक्ष उदयभान सिंह ने शिक्षा को प्रयोगशाला नहीं बनने देने तथा आवश्यक संसाधनों के लिए राज्य सरकार को अवगत कराते रहने का आह्वान किया। जिलाध्यक्ष देवदत्त पाठक ने पुस्तकालय अध्यक्ष एवं प्रयोग शाला सहायकों की डीपीसी की बात रखी। शिक्षक नेता राजेश राजौरिया, राकेश कुमार, होतम आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
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