जिले में दो
साल पहले नवगठित 5 नई पंचायत समितियों में ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों के पास
6 माह से ना कार्यालय है और ना ही स्टाफ। अधिकारी फिलहाल पुरानी पंचायत
समितियों में ही बैठकर काम कर रहे हैं। नई पंचायत समितियों के लिए नया भवन
तो दूर, कोई अस्थाई भवन तक की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
शिक्षा विभाग को प्रत्येक बीईईओ कार्यालय के अधीन लेखाधिकारी, एलडीसी, यूडीसी और चपरासी की नियुक्ति करनी थी। इसके लिए उपनिदेशक और जिला शिक्षा अधिकारी से सभी बीईईओ मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर प्रधान-सरपंच ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को बार-बार नई पंचायत समिति में बैठकर काम करने को बोल रहे हैं। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि कार्यालय ही नहीं है तो कहां बैठकर काम करेंगे।
शिक्षानिदेशक, उपनिदेशक डीईओ को देना है स्टाफ : नएबीईईओ कार्यालय के लिए निदेशालय स्तर से 1 सहायक लेखाधिकारी, उपनिदेशक माध्यमिक से 1 यूडीसी, माध्यमिक प्रथम से 2 एलडीसी चपरासी की नियुक्ति की जानी है, लेकिन किसी भी ब्लॉक में अभी तक स्टाफ नहीं दिया गया।
सराड़ा पंचायत समिति से सेमारी, गिर्वा से कुराबड़, सलूम्बर से झल्लारा, गोगुंदा से सायरा और झाड़ोल से फलासिया पंचायत समिति टूटकर नई बनाई गई थी। किसी भी नई पंचायत समिति का खुद का भवन नहीं है। यहां विकास अधिकारी और उनका स्टाफ ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्र में बैठकर ही अपना काम कर रहा है। दो साल से जिला परिषद ने सिर्फ नई पंचायत समिति के लिए जमीन देखने का ही काम किया है। अभी भवन का एस्टीमेट बनेगा, फिर राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। स्वीकृति मिलने के बाद ही भवन बनाने का काम शुरू हो पाएगा।
^नई पंचायत समितियों में बीईईओ के पास स्टाफ देने की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही उन्हें स्टाफ मुहैया कराया जाएगा। फिलहाल पुराने स्टाफ से काम लिया जा रहा है। विष्णुपानेरी, उपनिदेशक, माध्यमिक
^फिलहालपंचायत समिति कार्यालय नई ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्रों में संचालित हो रहे हैं। नए भवन के लिए जगह तलाश ली है और एस्टीमेट भी तैयार हो चुके हैं। इसकी स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा। पीसीजैन, एईएन,जिला परिषद
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिक्षा विभाग को प्रत्येक बीईईओ कार्यालय के अधीन लेखाधिकारी, एलडीसी, यूडीसी और चपरासी की नियुक्ति करनी थी। इसके लिए उपनिदेशक और जिला शिक्षा अधिकारी से सभी बीईईओ मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर प्रधान-सरपंच ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को बार-बार नई पंचायत समिति में बैठकर काम करने को बोल रहे हैं। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि कार्यालय ही नहीं है तो कहां बैठकर काम करेंगे।
शिक्षानिदेशक, उपनिदेशक डीईओ को देना है स्टाफ : नएबीईईओ कार्यालय के लिए निदेशालय स्तर से 1 सहायक लेखाधिकारी, उपनिदेशक माध्यमिक से 1 यूडीसी, माध्यमिक प्रथम से 2 एलडीसी चपरासी की नियुक्ति की जानी है, लेकिन किसी भी ब्लॉक में अभी तक स्टाफ नहीं दिया गया।
सराड़ा पंचायत समिति से सेमारी, गिर्वा से कुराबड़, सलूम्बर से झल्लारा, गोगुंदा से सायरा और झाड़ोल से फलासिया पंचायत समिति टूटकर नई बनाई गई थी। किसी भी नई पंचायत समिति का खुद का भवन नहीं है। यहां विकास अधिकारी और उनका स्टाफ ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्र में बैठकर ही अपना काम कर रहा है। दो साल से जिला परिषद ने सिर्फ नई पंचायत समिति के लिए जमीन देखने का ही काम किया है। अभी भवन का एस्टीमेट बनेगा, फिर राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। स्वीकृति मिलने के बाद ही भवन बनाने का काम शुरू हो पाएगा।
^नई पंचायत समितियों में बीईईओ के पास स्टाफ देने की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही उन्हें स्टाफ मुहैया कराया जाएगा। फिलहाल पुराने स्टाफ से काम लिया जा रहा है। विष्णुपानेरी, उपनिदेशक, माध्यमिक
^फिलहालपंचायत समिति कार्यालय नई ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्रों में संचालित हो रहे हैं। नए भवन के लिए जगह तलाश ली है और एस्टीमेट भी तैयार हो चुके हैं। इसकी स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा। पीसीजैन, एईएन,जिला परिषद
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