कोटा. उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने दीक्षांत समारोह में बताया कि वर्ष 2012 से 2014 के बीच कोटा विश्वविद्यालय में हुई भर्तियों में घोटाले की जांच आखिरी चरण में है। जांच कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंप देगी, जिसके बाद कार्रवाई तय की जाएगी।
कोटा विश्वविद्यालय में वर्ष 2012 और 2013 में शिक्षक कर्मचारियों की भर्तियां हुई थीं। चयन कमेटियों के सदस्यों के बहु-बेटों का चयन होने के बाद भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद खड़ा हो गया। जिसके बाद छात्रनेता जितेंद्र सिंह ने भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए परिवाद दर्ज कराया था।
विधायक हीरालाल नागर ने भी इस मामले को विधानसभा में उठाया तो पूरे मामले की जांच के साथ ही वर्ष 2014 में हुई भर्तियों के लिफाफे खोलने पर भी रोक लगा दी। साथ ही विधानसभा ने राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में जांच समिति भी गठित की थी।
सराफ ने कोटा विवि के कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि परीक्षाएं कराने के लिए ओवर टाइम दिए जाने के मामले में गठित कमेटी की रिपोर्ट मिलते ही ज्यादा से ज्यादा दस दिन में इस बाबत निर्णय ले लिया जाएगा।
उन्होंने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान में कोटा विश्वविद्यालय का नाम शामिल न होने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है। विवि को स्थितियां सुधारनी, तभी आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार अनाथ बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा और जनजाति एवं आदिवासी बच्चों के लिए मुफ्त हॉस्टल का भी जल्द इंतजाम करने में जुटी है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC