पाली । पाली. एक ओर तो सरकार स्कूलों में नामांकन बढ़ाने की बात कर ही है।
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के तहत 15
जुलाई तक करीब 17 हजार बच्चों को स्कूल से जोड़ा गया है, लेकिन हकीकत इसके
विपरीत है। जिले में आज भी एेसे बहुत से स्कूल हैं, जिनमें आठ कक्षाओं में
30 बच्चे भी नहीं हैं।
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अब विभाग ने इन स्कूलों की सूचना मांगी है।
पूर्व की तरह ही सरकार इन स्कूलों को कभी भी निकट के स्कूल में समायोजित कर सकती है या फिर बंद कर सकती है।
ये है हकीकत
जिले के 231 स्कूलों में नामांकन 30 से भी कम है। इनमें से अधिकांश स्कूल ढाणियों में चल रहे हैं जो सिर्फ राजनीतिक आधार पर खुले हैं। इनमें बच्चे ही नहीं हैं।
विभाग ने दिया लक्ष्य
विभाग ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए प्रत्येक शिक्षक को पहले 5-5 बच्चों का नामांकन कराने का लक्ष्य दिया था, बाद में इसे बढ़ाकर 20 विद्यार्थी प्रति शिक्षक कर दिया, लेकिन फिर भी हालात एेसे हैं कि प्रारंभिक शिक्षा के करीब 1400 स्कूलों में से 231 स्कूल एेसे हैं, जिनमें 30 से भी कम नामांकन है।
ये है ब्लॉकवार स्थिति
- पाली में 15 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- रोहट में 19 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- सोजत में 26 प्राथमिक और 3 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- मारवाड़ जंक्शन में 49 प्राथमिक विद्यालय
- रायपुर में 32 प्राथमिक विद्यालय
- जैतारण में 40 प्राथमिक और 2 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- बाली में 9 प्राथमिक और 2 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- सुमेरपुर में 3 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- रानी में 11 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- देसूरी में 16 प्राथमिक विद्यालय
आस-पास विद्यार्थी नहीं हैं
इन स्कूलों के आस-पास के क्षेत्र में विद्यार्थी नहीं हैं। इसकी वजह से नामांकन नहीं बढ़ पाया है। स्कूलों को बंद करने या मर्
पूर्व की तरह ही सरकार इन स्कूलों को कभी भी निकट के स्कूल में समायोजित कर सकती है या फिर बंद कर सकती है।
ये है हकीकत
जिले के 231 स्कूलों में नामांकन 30 से भी कम है। इनमें से अधिकांश स्कूल ढाणियों में चल रहे हैं जो सिर्फ राजनीतिक आधार पर खुले हैं। इनमें बच्चे ही नहीं हैं।
विभाग ने दिया लक्ष्य
विभाग ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए प्रत्येक शिक्षक को पहले 5-5 बच्चों का नामांकन कराने का लक्ष्य दिया था, बाद में इसे बढ़ाकर 20 विद्यार्थी प्रति शिक्षक कर दिया, लेकिन फिर भी हालात एेसे हैं कि प्रारंभिक शिक्षा के करीब 1400 स्कूलों में से 231 स्कूल एेसे हैं, जिनमें 30 से भी कम नामांकन है।
ये है ब्लॉकवार स्थिति
- पाली में 15 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- रोहट में 19 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- सोजत में 26 प्राथमिक और 3 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- मारवाड़ जंक्शन में 49 प्राथमिक विद्यालय
- रायपुर में 32 प्राथमिक विद्यालय
- जैतारण में 40 प्राथमिक और 2 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- बाली में 9 प्राथमिक और 2 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- सुमेरपुर में 3 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- रानी में 11 प्राथमिक और 1 उच्च प्राथमिक विद्यालय
- देसूरी में 16 प्राथमिक विद्यालय
आस-पास विद्यार्थी नहीं हैं
इन स्कूलों के आस-पास के क्षेत्र में विद्यार्थी नहीं हैं। इसकी वजह से नामांकन नहीं बढ़ पाया है। स्कूलों को बंद करने या मर्
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