- निमिषा रानी नाम की अध्यापिका ने की लापरवाही की इंतहा।
- बिना परीक्षा पेपर चेक किए 10वींं छात्रों को दिए मनमाने अंक।
- शिक्षा मंत्री के आदेश पर तत्काल निलंबित की गई अध्यापिका।
कभी नीट पेपर लीक, कभी नकल और कभी शिक्षिकों की लापरवाही, कई बार ऐसी खबरें
आ जाती हैं जो देश की शिक्षा व्यवस्था की खस्ता हालत पर वाकई सोचने पर
मजबूर कर सकती है। ताजा मामला राजस्थान का है, जहां एक शिक्षिका ने छात्रों
को अंक देते हुए उत्तर जांचने की ज़हमत तक नहीं उठाई। हाल ही में शिक्षा
विभाग ने इस शिक्षिका को निलंबित कर दिया है।
शिक्षा विभाग की ओर से आंसर शीट की जांच किए बिना ही मनमाने अंक देने के
आरोप में राजस्थान की विज्ञान पढ़ाने वाली अध्यापिका को निलंबित कर दिया
है।संयुक्त निदेशक (स्कूल शिक्षा) की ओर से इस बारे में एक आदेश जारी किया
गया।
इस मामले को लेकर विभाग की ओर से जारी किए एक बयान के अनुसार माध्यमिक
शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा की विज्ञान विषय की परीक्षा में कॉपियों की
बिना जांच किए परीक्षक की ओर से मन माफिक नंबर देने के मामले में वरिष्ठ
अध्यापिका निमिषा रानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
यह अध्यापिका महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, भगवान गंज (अजमेर) में
कार्यरत थीं। पीटीआई को इस संबंध में उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस
अध्यापिका का नाम निमिषा रानी है, जो माध्यमिक परीक्षा 2024 में विज्ञान
विषय की आंसर शीट का मूल्यांकन नहीं कर केवल योग में अंक प्रदान किया जो कि
गंभीर लापरवाही है।
बयान के अनुसार शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर अध्यापिका के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करते हुए इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आने वाले समय में अध्यापिका के खिलाफ अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।
बयान के अनुसार शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर अध्यापिका के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करते हुए इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आने वाले समय में अध्यापिका के खिलाफ अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।
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