उदयपुर, संवाद सूत्र। इंटरनेट मीडिया पर राजस्थान पात्रता परीक्षा (रीट) पेपर लीक मामले में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय पर आरोप लगाने वाले शिक्षक असलम चौपदार को निलंबित कर दिया गया। उदयपुर के शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक वीरेंद्र सिंह यादव ने उसके निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं।
शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षक असलम चौपादार उदयपुर की मावली तहसील के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुरवड़ी का गुड़ा में लेवल-2 शिक्षक पर कार्यरत था। उसने पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय पर रीट पेपर साढ़े पांच-पांच लाख रुपये में 132 अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने का आरोप लगाया था। चौपदार राजस्थान रोजगार महासंघ का प्रदेशाध्यक्ष भी है, उसके खिलाफ मंत्री मालवीय ने बांसवाड़ा पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी। मालवीय ने चौपदार पर आरोप लगाया कि उसने राजस्थान सरकार और व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपमानित करने के लिए वीडियो वायरल किया। इसकी जांच के लिए बांसवाड़ा पुलिस ने चौपदार को तलब किया था।शिक्षक ने कहा, इंटरनेट मीडिया पर फालोअर्स बढ़ाने के लिए डाला वीडियो
बांसवाड़ा पुलिस की पूछताछ में शिक्षक असलम चौपदार ने दिए बयान में बताया कि उसने इंटरनेट मीडिया पर फालोअर्स बढ़ाने के लिए वीडियो वायरल किया। उसके इसी उद्देश्य से रीट मामले में मंत्री पर निशाना साधा। इसके बाद पुलिस ने चौपदार को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। जिसे बाद में पाबंद करने के साथ रिहा कर दिया गया। मामले की जांच कर रहे बागीदौरा के पुलिस उप अधीक्षक रामगोपाल का कहना है कि चौपदार ने अपनी गलती स्वीकार की है। उसने कबूल किया है कि फालोअर्स के लाइक्स आने के बाद उसे लगा कि उसे प्रदेश भर में पहचान मिल जाएगी। पूछताछ में उसने बताया कि वह बांसवाड़ा ही नहीं, बल्कि वागड़ में पहली बार आया है। पुलिस उसके काल डिटेल्स के आधार पर जांच कर रही है।
शिक्षक के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप
पुलिस ने बताया कि शिक्षक चौपदार पर धोखाधड़ी के मामले में झुंझुनूं जिला पुलिस जांच कर रही है। गुरुवार को उसके खिलाफ कुछ अभ्यर्थियेां ने नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर तीस छात्रों से तीन लाख रुपये ठगने की शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसने बीकानेर के अभ्यर्थी पवन यादव के जरिए 33 अभ्यर्थियों को तीस लाख रुपये देने पर शिक्षा विभाग में नियुक्ति दिलाने का वादा कर सभी से दस-दस हजार रुपये एडवांस में लिए थे, लेकिन बाद में उसने फोन उठाना बंद कर दिया। शिकायतकर्ताओं में बांसवाड़ा जिले से विमल पुत्र रतनलाल, कालूराम, कल्पेश तथ बलवीर भी शमिल हैं।
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