जयपुर। नई शिक्षा नीति-2020 देश के दीर्घकालीन विकास में शिक्षक एवं विद्यार्थियों की भूमिका को नए सिरे से परिभाषित करेगी। राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज राजभवन से भारतीय विश्वविद्यालय महासंघ तथा जयपुर
नेशनल यूनिवर्सिटी की ओर से ‘नई शिक्षा नीति की क्रियान्वयन रणनीति के अन्तर्गत शिक्षक शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा‘ विषय पर आयोजित पश्चिम क्षेत्रीय कुलपति सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बात कही है।
कलराज मिश्र ने कहा कि करीब 34 साल बाद देश को राष्ट्रीयता के विचार का पोषण करने वाली ऐसी शिक्षा नीति मिली है, जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की नई राहें खुलेंगी।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस दौरान कहा कि विद्यार्थी केन्द्रित नई शिक्षा नीति में विज्ञान, मानविकी, कला जैसे विषयों के साथ भारतीय विचारधारा से जुड़े अध्ययन का विकल्प प्रदान किया गया है।
उन्होंने ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी शिक्षा नीति में
राष्ट्रीय शोध प्रतिष्ठान की स्थापना के माध्यम से शोध संस्कृति विकसित
करने पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की
पहचान भव्य इमारतों से नहीं बल्कि उनकी अध्ययन-अध्यापन और चिंतन परम्परा से
बने।
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