REET: तृतीय श्रेणी
शिक्षक पद के लिए आयोजित होने वाली रीट परीक्षा का सिलेबस पन्द्रह दिन में
तय होगा। सोमवार को शिक्षा संकुल में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बैठक
के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद
सिंह डोटासरा ने यह बात कही।
उन्होंने बताया कि रीट के विभिन्न पहलुओं के
बारे में समीक्षा करवाई जा रही है। परीक्षा में राजस्थान का सामान्य ज्ञान
आदि का वेटेज बढ़ाने संबंधी निर्णय लिए जाने हैं। परीक्षा 2 अगस्त, 2020 को
होगी।
उन्होंने बताया कि रीट का प्रश्न पत्र अब
ऐसा आएगा जिसमें पूरे राजस्थान को कवर किया जाएगा। यह लेवल 2 के
अभ्यर्थियों के लिए होगा। नए साल में दो भर्तियां होंगी। इसको लेकर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही ऐलान भी किया था कि नए वर्ष में राजस्थान
राज्य में 34 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसमें तृतीय श्रेणी
शिक्षकों के 31 हजार और स्कूल व्याख्याता के 3 हजार पद होंगे। तृतीय श्रेणी
शिक्षकों के 31 हजार पदों को भरने के लिए 2 अगस्त 2020 को रीट की परीक्षा
आयोजित की जाएगी। इसमें टीएसपी के भी 6 हजार 80 पद शामिल होंगे।
बैठक 9 को, होगी भर्तियों पर चर्चा
डोटासरा ने कहा कि नई भर्ती में संविदा कर्मियों की समस्याओं के निवारण के लिए 9 जनवरी को बैठक होगी। जानकारी के अनुसार, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल 2 में रिक्त रहे पदों हेतु संशोधित वरीयता सूची जारी करने तथा नर्स ग्रेड द्वितीय के 4514 एवं एएनएम के 6719 पदों को पुनः सृजित करते हुए भर्ती पूर्ण करने के संबंध में गठित कमेटी की भी बैठक इस दौरान होगी। इसमें पंचायती राज कनिष्ठ लिपिक भर्ती 2013 पर भी चर्चा होगी। डोटासरा ने कहा कि सेकंड ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति पंचायत चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद की जाएगी। जिन स्कूलों में बिजली नहीं है, वहां सीएसआर के जरिए सौर ऊर्जा उपकरण लगाकर बिजली पहुंचाई जाएगी।
डोटासरा ने कहा कि नई भर्ती में संविदा कर्मियों की समस्याओं के निवारण के लिए 9 जनवरी को बैठक होगी। जानकारी के अनुसार, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल 2 में रिक्त रहे पदों हेतु संशोधित वरीयता सूची जारी करने तथा नर्स ग्रेड द्वितीय के 4514 एवं एएनएम के 6719 पदों को पुनः सृजित करते हुए भर्ती पूर्ण करने के संबंध में गठित कमेटी की भी बैठक इस दौरान होगी। इसमें पंचायती राज कनिष्ठ लिपिक भर्ती 2013 पर भी चर्चा होगी। डोटासरा ने कहा कि सेकंड ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति पंचायत चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद की जाएगी। जिन स्कूलों में बिजली नहीं है, वहां सीएसआर के जरिए सौर ऊर्जा उपकरण लगाकर बिजली पहुंचाई जाएगी।
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