श्रीगंगानगर| विद्यालय सहायक भर्ती के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियाें ने
वर्ष 2015 में निजी स्कूलाें में पढ़ाने का अनुभव बताकर बड़ी तादाद में
अनुभव प्रमाण-पत्र जारी किए थे।
इन प्रमाण-पत्राें काे जारी करने में गड़बड़ी करने का मामला जिला परिषद की बैठक में उठने के बाद कमेटी गठित कर इस संबंध में रिकाॅर्ड जब्त किया गया। लेकिन इस मामले में दाेषियाें के खिलाफ कार्रवाई ताे दूर समय बीतने के साथ ही जब्त रिकाॅर्ड भी फाइलाें के नीचे दब गया। अब शुक्रवार काे हुई बैठक में फिर से मामला उठने पर जिला परिषद सीईअाे ने इस मामले में पुन: जांच करवाने के अादेश दिए हैं।
शिक्षा विभाग की जारी अाेर से जारी किए गए अनुभव प्रमाण-पत्र में अनियमितता बरतने व चहेताें काे प्रमाण-पत्र जारी करने का अाराेप लगाते हुए वर्ष 2015 की बैठक में डायरेक्टर विष्णू भांभू ने मामला उठाया था। उस वक्त जिला प्रमुख प्रियंका श्याेराण ने भी इस प्रकार की शिकायतें मिलने की बात कहते हुए कमेटी गठित कर जांच करवाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद जिला प्रमुख की अध्यक्षता में ही कमेटी का गठन किया गया। इसमें तत्कालीन एसीअाे रचना भाटिया, डायरेक्टर विनाेद बिश्नाेई, नाजम सिंह, प्रसार अधिकारी सुशील डाबला व मनाेज मुंजराल काे लिया गया। जांच कमेटी में शामिल अधिकारियाें ने इस संबंध में शिक्षा विभाग का रिकाॅर्ड जब्त कर जांच शुरू की। इसी दाैरान एसीईअाे भाटिया का स्थानांतरण हाे गया। इसके बाद उनके स्थान पर नरेंद्र थाेरी काे लगाया गया। समय बीतने के साथ ही जब्त रिकाॅर्ड भी जिला परिषद की फाइलाें में दब गया तथा मुद्दा शांत हाे गया। गत शुक्रवार काे हुई जिला परिषद की बैठक में सदस्य विष्णू भांभू ने इस मामले में जांच दाेषियाें के खिलाफ की गई कार्रवाई से अवगत करवाने की बात रखी ताे जिला परिषद के अधिकारियाें ने इस संबंध में जानकारी नहीं हाेने की बात कही। इस पर बैठक में पुन: जांच का निर्णय लिया गया।
इन प्रमाण-पत्राें काे जारी करने में गड़बड़ी करने का मामला जिला परिषद की बैठक में उठने के बाद कमेटी गठित कर इस संबंध में रिकाॅर्ड जब्त किया गया। लेकिन इस मामले में दाेषियाें के खिलाफ कार्रवाई ताे दूर समय बीतने के साथ ही जब्त रिकाॅर्ड भी फाइलाें के नीचे दब गया। अब शुक्रवार काे हुई बैठक में फिर से मामला उठने पर जिला परिषद सीईअाे ने इस मामले में पुन: जांच करवाने के अादेश दिए हैं।
शिक्षा विभाग की जारी अाेर से जारी किए गए अनुभव प्रमाण-पत्र में अनियमितता बरतने व चहेताें काे प्रमाण-पत्र जारी करने का अाराेप लगाते हुए वर्ष 2015 की बैठक में डायरेक्टर विष्णू भांभू ने मामला उठाया था। उस वक्त जिला प्रमुख प्रियंका श्याेराण ने भी इस प्रकार की शिकायतें मिलने की बात कहते हुए कमेटी गठित कर जांच करवाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद जिला प्रमुख की अध्यक्षता में ही कमेटी का गठन किया गया। इसमें तत्कालीन एसीअाे रचना भाटिया, डायरेक्टर विनाेद बिश्नाेई, नाजम सिंह, प्रसार अधिकारी सुशील डाबला व मनाेज मुंजराल काे लिया गया। जांच कमेटी में शामिल अधिकारियाें ने इस संबंध में शिक्षा विभाग का रिकाॅर्ड जब्त कर जांच शुरू की। इसी दाैरान एसीईअाे भाटिया का स्थानांतरण हाे गया। इसके बाद उनके स्थान पर नरेंद्र थाेरी काे लगाया गया। समय बीतने के साथ ही जब्त रिकाॅर्ड भी जिला परिषद की फाइलाें में दब गया तथा मुद्दा शांत हाे गया। गत शुक्रवार काे हुई जिला परिषद की बैठक में सदस्य विष्णू भांभू ने इस मामले में जांच दाेषियाें के खिलाफ की गई कार्रवाई से अवगत करवाने की बात रखी ताे जिला परिषद के अधिकारियाें ने इस संबंध में जानकारी नहीं हाेने की बात कही। इस पर बैठक में पुन: जांच का निर्णय लिया गया।
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