RPSC 2nd Grade Teacher Exam 2018: राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। यहां सबसे पहले आपको बता दें कि राजस्थान लोक सेवा आयोग यानी आरपीएससी की तरफ से बीते गुरुवार को सेकंड ग्रेड शिक्षत भर्ती परीक्षा -2018 का आयोजन किया गया
था। परीक्षा में शामिल होने आए विद्यार्थियों को जब यह पता चला कि इस भर्ती परीक्षा का हिंदी का पेपर सोशल मीडिया पर पहले ही लीक हो गया है तो उनके होश उड़ गए। हालांकि अभी तक आरपीएससी की तरफ से पेपर लीक होने की पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन पेपर लीक होने को लेकर यहां जिला प्रशासन ने जांच की बात जरूर कही है। इधर पेपर लीक होने की खबर से छात्रों में रोष है। कई छात्रों का कहना है कि जो प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है वो पहली नजर में हिंदी पेपर से काफी मेल खाता है।
इधर आयोग ने अभी पेपर लीक की भले ही पुष्टि नहीं की है लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आयोग की तरफ बाड़मेर जिला प्रशासन से इस मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट जरूर मांगी गई है। आरपीएससी के सचिव प्रेमचंद बेरवाल ने बाड़मेर के एडीएम और कलेक्टर से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने इस भर्ती के लिए हुए हिंदी पेपर की परीक्षा को रद्द करने की मांग भी उठा दी है। महासंघ के सदस्यों ने इस मामले में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने से एक तरफ जहां आयोग की विश्वसनीयता सवालों के कटघरे में है तो वहीं इससे छात्रों के भविष्य को भी नुकसान पहुंचा है।
था। परीक्षा में शामिल होने आए विद्यार्थियों को जब यह पता चला कि इस भर्ती परीक्षा का हिंदी का पेपर सोशल मीडिया पर पहले ही लीक हो गया है तो उनके होश उड़ गए। हालांकि अभी तक आरपीएससी की तरफ से पेपर लीक होने की पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन पेपर लीक होने को लेकर यहां जिला प्रशासन ने जांच की बात जरूर कही है। इधर पेपर लीक होने की खबर से छात्रों में रोष है। कई छात्रों का कहना है कि जो प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है वो पहली नजर में हिंदी पेपर से काफी मेल खाता है।
इधर आयोग ने अभी पेपर लीक की भले ही पुष्टि नहीं की है लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आयोग की तरफ बाड़मेर जिला प्रशासन से इस मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट जरूर मांगी गई है। आरपीएससी के सचिव प्रेमचंद बेरवाल ने बाड़मेर के एडीएम और कलेक्टर से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने इस भर्ती के लिए हुए हिंदी पेपर की परीक्षा को रद्द करने की मांग भी उठा दी है। महासंघ के सदस्यों ने इस मामले में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने से एक तरफ जहां आयोग की विश्वसनीयता सवालों के कटघरे में है तो वहीं इससे छात्रों के भविष्य को भी नुकसान पहुंचा है।
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