बाड़मेर, एक नवम्बर (भाषा) राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती
परीक्षा में गुरुवार को हिन्दी विषय का प्रश्न पत्र कथित तौर पर लीक होने
को लेकर परीक्षार्थियों में ऊहापोह की स्थिति रही। हालांकि प्रशासन ने
प्रश्न पत्र लीक होने से इनकार किया है।
यह प्रश्न पत्र कथित तौर पर परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाडमेर से वायरल हुए इस प्रश्न पत्र का जब परीक्षा समाप्त होने के बाद मूल प्रश्नपत्र से मिलान किया गया तो सवाल हू-ब-हू मिले।
मामले की जानकारी मिलने के बाद आयोग ने बाड़मेर जिला प्रशासन से इस मामले में रिपोर्ट मांगी। आयोग को भेजी रिपोर्ट में बाड़मेर जिला प्रशासन ने पेपर लीक होने से इंकार किया है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते ने बताया कि इस बारे में रिपोर्ट आयोग को भेज दी गयी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा-2018 के हिंदी विषय का पेपर सुबह 9 बजे से 11.30 तक हुआ। वहीं प्रशासन को सोशल मीडिया पर पेपर उपलब्ध होने की जानकारी 11 बजे के बाद मिली।
नकाते ने कहा कि कहा कि यदि परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर सोशल मीडिया पर उपलब्ध होता तो इसे लीक माना जा सकता था लेकिन उनकी जांच के दौरान गुरूवार की हिन्दी परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर 11.16 पर उपलब्ध पाया गया। उन्होंने कहा कि इसे पेपर लीक की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। यह पुलिस अनुंसधान का विषय है कि किसने और कहां से सोशल मीडिया पर पेपर वायरल किया।
यह प्रश्न पत्र कथित तौर पर परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाडमेर से वायरल हुए इस प्रश्न पत्र का जब परीक्षा समाप्त होने के बाद मूल प्रश्नपत्र से मिलान किया गया तो सवाल हू-ब-हू मिले।
मामले की जानकारी मिलने के बाद आयोग ने बाड़मेर जिला प्रशासन से इस मामले में रिपोर्ट मांगी। आयोग को भेजी रिपोर्ट में बाड़मेर जिला प्रशासन ने पेपर लीक होने से इंकार किया है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते ने बताया कि इस बारे में रिपोर्ट आयोग को भेज दी गयी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा-2018 के हिंदी विषय का पेपर सुबह 9 बजे से 11.30 तक हुआ। वहीं प्रशासन को सोशल मीडिया पर पेपर उपलब्ध होने की जानकारी 11 बजे के बाद मिली।
नकाते ने कहा कि कहा कि यदि परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर सोशल मीडिया पर उपलब्ध होता तो इसे लीक माना जा सकता था लेकिन उनकी जांच के दौरान गुरूवार की हिन्दी परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर 11.16 पर उपलब्ध पाया गया। उन्होंने कहा कि इसे पेपर लीक की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। यह पुलिस अनुंसधान का विषय है कि किसने और कहां से सोशल मीडिया पर पेपर वायरल किया।
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