राजसमंद/आईडाणा. शिक्षा विभाग में बरसों से सेवा दे रहे हजारों
श्क्षिकों को किसी सरकार ने अब तक एक श्रीफल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित
नहीं किया। जबकि, वर्तमान सरकार अपने शासन काल में नियुक्त शिक्षकों को एक
साथ राज्य स्तर पर सम्मानित कर रही है।
चुनावी वर्ष में अपने कार्यों को भुनाने के प्रयास में सरकारी खर्च पर
वर्ष 2013 के बाद नियुक्त करीब 80 हजार शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा। यह
वृहद् शिक्षक सम्मान समारोह जयपुर के अमरूदों के बाग में 5 सितम्बर को
होगा। समारोह में आने वाले शिक्षकों को सरकार यात्रा भत्ता एवं दैनिक भत्ता
भी देगी। समारोह में नवनियुक्त शिक्षकों को विभाग की ओर से सम्मान पत्र
दिया जाएगा। साढ़े ग्यारह करोड़ के बजट से राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान
समारोह के माध्यम से सरकार स्वयं का गुणगान करेगी। इसके लिए भाजपा के शासन
में नियुक्त शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। शिक्षकों के सम्मान के लिए
स्वीकृत बजट में 3 करोड़ आयोजन और 8.51 करोड़ रुपए शिक्षकों के यात्रा
भत्ता पर खर्च होने हैं। इसमें प्रति शिक्षक 1700 रुपए का बजट है।
दबी जुबान से विरोध
शिक्षा
विभाग में वर्षों से सेवा दे रहे हजारों शिक्षक ऐसे हैं, जिनका सेवा कार्य
काफी बेहतर है, लेकिन उन्हें अब तक न तो विभाग द्वारा शिक्षक दिवस पर
सम्मानित किया गया और न ही उपखण्ड या जिला स्तर पर प्रशासन द्वारा सम्मानित
किया गया। ऐसे शिक्षक इस प्रकार के सम्मान पर आश्चर्य भी प्रकट कर रहे हैं
और दबी जुबान से विरोध भी कर रहे हैं। शिक्षक सवाल कर रहे हैं कि इस
प्रकार के समारोह में वर्ष 2013 से पूर्व नियुक्त शिक्षक भाग क्यों नही ले
सकते। सरकार विशेष नियुक्ति वर्ष से पूर्व या बाद में नियुक्त शिक्षकों के
मध्य भेदभाव कैसे कर सकती है।
समारोह को लेकर बनेंगे परिचय पत्र
राज्य
स्तरीय शिक्षक समारोह में भाग लेने वाले वर्ष 2013 के बाद नियुक्त
शिक्षकों के परिचय पत्र बनाए जाएंगे। परिचय पत्र के बिना समारोह में प्रवेश
वर्जित होगा। परिचय पत्र बनाने के लिए संबंधित जिले में ही शिविर लगेंगे।
ब्लॉक, जिला स्तर से लगेंगी बसें
शिक्षकों को समारोह में ले जाने के
लिए प्रत्येक ब्लॉक या जिला स्तर से बसों की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए
शिक्षा अधिकारियों की टीम बनाई गई है। समारोह में वर्ष 2013 के बाद नियुक्त
सभी शिक्षकों के भाग लेने के लिए उच्च अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कर
राज्य के सभी पीईईओ, संस्था प्रधानों, बीईईओ एवं अन्य जिम्मेदार
अधिकारियों को पाबंद किया गया है।
पुरानी पेंशन लागू करके दें सम्मान
सरकार शिक्षकों को लाभार्थी मान
रही है, जबकि उन्होंने कड़ी मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है। यदि सम्मानित
करना ही है तो पुरानी पेंशन लागू कर दे। जसवंत पुरी गोस्वामी, जिला
अध्यक्ष, राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ राजसमंद
50 हजार का होगा सम्मान
इस बार शिक्षक दिवस पर जयपुर में करीब 50 हजार
शिक्षकों का सम्मान समारोह होगा।
नथमल डिडेल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, बीकानेर
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