सीकर. राजस्थान में 26
हजार पदों के लिए हो रही तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ा
फर्जीवाड़ा सामने आया है। नौकरी लगने के लिए युवा अनेक तरीके के हथकंडे
अपना रहे हैं। किसी ने फर्जी अंकतालिका लगा दी तो किसी ने गलत अंक लिख दिए।
अब तक की जांच में ऐसे 59 मामले सामने आ चुके। अभी इनकी संख्या और बढ़
सकती है।जानकारी के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा विभाग में राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय सीधी भर्ती 2018 के अंतर्गत राजस्थान थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 लेवल प्रथम के 26 हजार पदों पर अनुसूचित क्षेत्र तथा गैर अनुसूचित क्षेत्र में भर्ती के लिए 12 अप्रेल 2018 को ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए। जिसमें अभ्यर्थियों ने वांछित सूचनाए भरने के साथ-साथ शैक्षिक योग्यता एवं आरटेट/रीट की अंकतालिका अपलोड की।
अभ्यर्थियों की ओर से भरे गए रोल नंबर व
प्राप्तांक का राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के वेब पोर्टल पर उपलब्ध
रीट/आरटेट के अंकों से मिलान किया गया। इस मिलान में फर्जीवाड़ा सामने आया।
अनेक विद्यार्थियों ने गलत तरीके से नौकरी लगने के लिए आरटेट के गलत अंक
प्रविष्ठ कर दिए तथा रीट व आरटेट की कूटरचित अंकतालिकाएं भर्ती के
वेबपोर्टल पर अपलोड कर दी।
आगे क्या होगा
जांच की प्रक्रिया जारी है। अभी और
अभ्यर्थियों के नाम सामने आ सकते हैं। फर्जीवाड़ा करने वाले विद्यार्थियों
के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा के
निदेशक ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। पत्र में
लिखा है कि अभ्यर्थी के मूल निवास से संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधिकारी
तत्काल प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआइआर) संबंधित थाने में दर्ज कराएं।
पत्र के साथ सभी 59 विद्यार्थियों के नाम,
पता व मोबाइल नंबर भी दिया है। एफआइआर के बाद पुलिस कभी भी उनको गिरफ्तार
कर सकती है। राज्य में हो रही भर्ती परीक्षाओं में कभी पेपर आउट होने की
चर्चा आती है तो कभी गिरोह का खुलासा होता है। विद्यार्थियों की गिरफ्तारी
के बाद पता चलेगा की उन्होंने यह अंकतालिका कहां से प्राप्त की। इस गिरोह
ने इसके लिए कितने पैसे लिए। गिरोह का सरगना कौन है, उसका नेटवर्क
कहां-कहां संचालित है।
सबसे ज्यादा करौली, दौसा व डूंगरपुर के
फजीं अंकतालिका व गलत नंबर लगाने में पूरे राजस्थान में करौली जिले के विद्यार्थी सबसे ज्यादा हैं। करौली के कुल 16 विद्यार्थियों ने गलत नंबर व अंकतालिका लगाई है। करौली में भी सबसे ज्यादा युवा हिण्डौन तहसील के पंद्रह हैं। इसके अलावा एक युवा टोडाभीम तहसील का है। करौली के बाद सबसे ज्यादा नौ-नौ विद्यार्थी दौसा व डूंगपुर के हैं। रोचक बात है कि इस प्रकरण में अभी तक सीकर, चूरू व झुंझुनूं के एक भी विद्यार्थी का नाम सामने नहीं आया है।
फजीं अंकतालिका व गलत नंबर लगाने में पूरे राजस्थान में करौली जिले के विद्यार्थी सबसे ज्यादा हैं। करौली के कुल 16 विद्यार्थियों ने गलत नंबर व अंकतालिका लगाई है। करौली में भी सबसे ज्यादा युवा हिण्डौन तहसील के पंद्रह हैं। इसके अलावा एक युवा टोडाभीम तहसील का है। करौली के बाद सबसे ज्यादा नौ-नौ विद्यार्थी दौसा व डूंगपुर के हैं। रोचक बात है कि इस प्रकरण में अभी तक सीकर, चूरू व झुंझुनूं के एक भी विद्यार्थी का नाम सामने नहीं आया है।
कहां कितनों ने लगाई फर्जी अंक तालिका/गलत नंबर
जिला संख्या
करौली 16
दौसा 09
डूंगरपुर 09
जालौर 03
टोंक 03
नागौर 03
जोधपुर 02
अजमेर 02
पाली 02
जयपुर 02
बांसवाड़ा 02
भरतपुर 02
बीकानेर 01
सिरोही 01
अलवर 01
भीलवाड़ा 01
जिला संख्या
करौली 16
दौसा 09
डूंगरपुर 09
जालौर 03
टोंक 03
नागौर 03
जोधपुर 02
अजमेर 02
पाली 02
जयपुर 02
बांसवाड़ा 02
भरतपुर 02
बीकानेर 01
सिरोही 01
अलवर 01
भीलवाड़ा 01
कुल 59
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