अजमेर . उच्च
शिक्षा, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि
संस्कृत पूरे देश में फिर से नई पहचान कायम करे इसके लिए राज्य सरकार पूरी
गंभीरता के साथ काम कर रही है। संस्कृत को रोजगार
के साथ जोडऩे के लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
संस्कृत शिक्षा में करीब 3200 रिक्तपदों को स्कूली एवं कॉलेज शिक्षा में भरा जा रहा है। सीतादेवी तोषनीवाल संस्कृत संभागीय शिक्षा अधिकारी कार्यालय भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए बुधवार माहेश्वरी ने कहा कि संस्कृत शिक्षा में पिछले कुछ सालों में बच्चों में रुझान कम हुआ है।
कुछ जगह संस्कृत स्कूलों का एकीकरण किया गया और शिक्षकों की कमी भी रही। मगर अब संस्कृत को रोजगार के साथ जोडऩे के लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। सरकार जल्द ही 2400 शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। 1850 शिक्षकों की भर्ती को वित्त विभाग की मंजूरी मिल गई है, जल्द नियुक्ति की जाएगी। आरपीएससी में भी संस्कृत शिक्षकों व व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी। माहेश्वरी ने कहा कि इसके साथ ही उच्च व तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विश्वविद्यालयों को 20-20 करोड़ तथा कॉलेजों को 2-2 करोड़ रुपए आवंटित कर भौतिक संसाधनों की वृद्धि की जा रही है। समारोह को संस्कृत शिक्षा के निदेशक विमल कुमार जैन, भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, उद्योगपति गोविन्द कुमार सारड़ा ने भी संबोधित किया। संभागीय संस्कृत शिक्षाधिकारी डॉ. निरंजन साहू ने आभार जताया।
देववाणी से जनवाणी बनाने के प्रयास-देवनानी
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि संस्कृत विश्व की सभी भाषाओं की जननी है। इस देववाणी से जनवाणी बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने आवश्यक हैं। राजस्थान में संस्कृत शिक्षा एवं शिक्षा विभाग इस दिशा में प्रभावी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा में भामाशाहों का योगदान सदैव याद किया जाएगा।
स्वास्तिक सिटी के लिए आगे आएं भामाशाह-हेड़ा
अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने कहा कि एडीए की ओर से ब्रह्मा नगरी पुष्कर में स्वास्तिक सिटी का निर्माण किया जाएगा। इस सिटी में देश के सभी राज्यों तथा विभिन्न समाजों को धर्मशाला निर्माण के लिए जमीन दी जाएगी।
26 लाख की लागत से बना है भवनजसवंतगढ़ निवासी एवं कोलकाता प्रवासी नेमीचंद तोषनीवाल व ट्रस्टी सीतादेवी तोषनीवाल चेरिटेबल ट्रस्ट कोलकाता की ओर से 26 लाख रुपए की लागत से तोपदड़ा के जिशिअ (मा. प्रथम) के पीछे संभागीय शिक्षाधिकारी कार्यालय भवन का निर्माण करवाया गया है।
100 और कॉलेज में बजट के लिए भेजा प्रस्ताव
माहेश्वरी ने कहा कि राज्य उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत काला डेरा व जयपुर संस्कृत कॉलेज को 2-2 करोड़ रुपए सरकार की ओर से उपलब्ध करवाए गए हैं। राजस्थान के 100 कॉलेज में 5 संस्कृत के कॉलेज के लिए 2-2 करोड़ दिए गए हैं। प्रदेश के 100 कॉलेज के और प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजे गए हैं, जनवरी माह में इसकी स्वीकृति मिलने की पूरी संभावना है।
संस्कृत शिक्षा में करीब 3200 रिक्तपदों को स्कूली एवं कॉलेज शिक्षा में भरा जा रहा है। सीतादेवी तोषनीवाल संस्कृत संभागीय शिक्षा अधिकारी कार्यालय भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए बुधवार माहेश्वरी ने कहा कि संस्कृत शिक्षा में पिछले कुछ सालों में बच्चों में रुझान कम हुआ है।
कुछ जगह संस्कृत स्कूलों का एकीकरण किया गया और शिक्षकों की कमी भी रही। मगर अब संस्कृत को रोजगार के साथ जोडऩे के लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है। सरकार जल्द ही 2400 शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। 1850 शिक्षकों की भर्ती को वित्त विभाग की मंजूरी मिल गई है, जल्द नियुक्ति की जाएगी। आरपीएससी में भी संस्कृत शिक्षकों व व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी। माहेश्वरी ने कहा कि इसके साथ ही उच्च व तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विश्वविद्यालयों को 20-20 करोड़ तथा कॉलेजों को 2-2 करोड़ रुपए आवंटित कर भौतिक संसाधनों की वृद्धि की जा रही है। समारोह को संस्कृत शिक्षा के निदेशक विमल कुमार जैन, भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, उद्योगपति गोविन्द कुमार सारड़ा ने भी संबोधित किया। संभागीय संस्कृत शिक्षाधिकारी डॉ. निरंजन साहू ने आभार जताया।
देववाणी से जनवाणी बनाने के प्रयास-देवनानी
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि संस्कृत विश्व की सभी भाषाओं की जननी है। इस देववाणी से जनवाणी बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने आवश्यक हैं। राजस्थान में संस्कृत शिक्षा एवं शिक्षा विभाग इस दिशा में प्रभावी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा में भामाशाहों का योगदान सदैव याद किया जाएगा।
स्वास्तिक सिटी के लिए आगे आएं भामाशाह-हेड़ा
अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने कहा कि एडीए की ओर से ब्रह्मा नगरी पुष्कर में स्वास्तिक सिटी का निर्माण किया जाएगा। इस सिटी में देश के सभी राज्यों तथा विभिन्न समाजों को धर्मशाला निर्माण के लिए जमीन दी जाएगी।
26 लाख की लागत से बना है भवनजसवंतगढ़ निवासी एवं कोलकाता प्रवासी नेमीचंद तोषनीवाल व ट्रस्टी सीतादेवी तोषनीवाल चेरिटेबल ट्रस्ट कोलकाता की ओर से 26 लाख रुपए की लागत से तोपदड़ा के जिशिअ (मा. प्रथम) के पीछे संभागीय शिक्षाधिकारी कार्यालय भवन का निर्माण करवाया गया है।
100 और कॉलेज में बजट के लिए भेजा प्रस्ताव
माहेश्वरी ने कहा कि राज्य उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत काला डेरा व जयपुर संस्कृत कॉलेज को 2-2 करोड़ रुपए सरकार की ओर से उपलब्ध करवाए गए हैं। राजस्थान के 100 कॉलेज में 5 संस्कृत के कॉलेज के लिए 2-2 करोड़ दिए गए हैं। प्रदेश के 100 कॉलेज के और प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजे गए हैं, जनवरी माह में इसकी स्वीकृति मिलने की पूरी संभावना है।
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