हनुमानगढ़. तृतीयश्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के संशोधित परिणाम में पूर्व
नियुक्त शिक्षकों से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों ने नियुक्ति
की मांग को लेकर मंगलवार को जिला परिषद कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया।
इस मौके पर पवनकुमार सोनी ने बताया कि शिक्षक भर्ती 2012 में संशोधित परिणाम आने से पूर्व नियुक्त शिक्षक वरीयता सूची से बाहर होने पर भी सेवारत है। जबकि बाद में अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी भटक रहे हैं। संशोधित परिणाम जारी होने से पहले नियुक्ति शिक्षकों को हटाया नहीं जा सकता है लेकिन अधिक अंक प्राप्त याचिकाकर्ता अभ्यर्थियों को किस आधार पर नियुक्ति से वंचित रखा जा रहा है। सोनी ने बताया कि न्यायालय ने अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को रिक्त पदों पर नियुक्ति का आदेश दिया है लेकिन तीसरी बार परिणाम के बाद अधिकांश जिला परिषदों में रिक्त तो छोड़ कम अंक वालों के लिए सरकार का नवीन छायापद सृजित कर समायोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकांश अधिक अंक वाले याचिकाकर्ता ओवरएज हो चुके हैं इसलिए पूरे राजस्थान के ऐसे अभ्यर्थी सरकार से ही उम्मीद रख रहे हैं। अभ्यर्थियों ने जिला परिषद के कई आदेशों की प्रतियां भी जलाई और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
इस मौके पर पवनकुमार सोनी ने बताया कि शिक्षक भर्ती 2012 में संशोधित परिणाम आने से पूर्व नियुक्त शिक्षक वरीयता सूची से बाहर होने पर भी सेवारत है। जबकि बाद में अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी भटक रहे हैं। संशोधित परिणाम जारी होने से पहले नियुक्ति शिक्षकों को हटाया नहीं जा सकता है लेकिन अधिक अंक प्राप्त याचिकाकर्ता अभ्यर्थियों को किस आधार पर नियुक्ति से वंचित रखा जा रहा है। सोनी ने बताया कि न्यायालय ने अधिक अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को रिक्त पदों पर नियुक्ति का आदेश दिया है लेकिन तीसरी बार परिणाम के बाद अधिकांश जिला परिषदों में रिक्त तो छोड़ कम अंक वालों के लिए सरकार का नवीन छायापद सृजित कर समायोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकांश अधिक अंक वाले याचिकाकर्ता ओवरएज हो चुके हैं इसलिए पूरे राजस्थान के ऐसे अभ्यर्थी सरकार से ही उम्मीद रख रहे हैं। अभ्यर्थियों ने जिला परिषद के कई आदेशों की प्रतियां भी जलाई और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
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