श्रीगंगानगर। आखिर चार साल बाद तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती 2013 के संशोधित परिणाम के तहत काउसलिंग की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गई। शिक्षा
विभाग प्रारभिंक की ओर से यहां एसडी बिहाणी बीएड कॉलेज कैम्पस में इस
काउसलिंग से 118 नए शिक्षकों का पदस्थापन उन सरकारी स्कूलों में किया गया
है, जहां लंबे समय से शिक्षको के पद रिक्त पड़े थे।
डीईओ प्रारभिंक रमेश शर्मा ने दावा किया कि इस पदस्थापन से शिक्षकों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी जाएगी, इससे संबंधित स्कूल में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। इससे पहले कॉलेज कैम्पस में लेवल प्रथम के 66 पदों की प्रक्रिया का चरण पूरा किया गया, दोपहर बाद लेवल 2 में विषय अध्यापकेां की काउसलिंग हुई। अध्यापक लेवल द्वितीय में गणित और विज्ञान विषयके 25, अंग्रेजी विषय का एक, एसएसटी के 11, उर्दू के चार, हिन्दी के चार, संस्कृत के सात पद थे। डीईओ ने बताया कि लेवल प्रथम में 66 और लेवल द्वितीय में 52 कुल 118 शिक्षकों की काउसलिग से पदस्थापन की प्रक्रिया पूरीकी गई है।
वरीयता के अनुरुप आए चयनित
काउसलिंग स्थल पर अलग अलग कक्षों में प्रोजेक्टर के माध्यम से जिले भर में शिक्षकों के खाली पड़े पदों के संबंधित स्कूलों की सूची दर्शा रही थी, इसे देखकर चयनित अभ्यार्थियों ने अपनी पसंद के स्कूल के नाम पर्ची में अंकित कर रहे थे। इसके बाद काउससिंग के लिए संबंधित बीईईओ और चयन कमेटी सदस्यों के समक्ष पसंदीदा स्कूल में पदस्थापित करने की सहमति दे रहे थे। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए चयनित अभ्यार्थियों को उनकी मैरिट सूची के अनुरुप बुलाया गया।
सूरतगढ़, घड़साना और रायसिंहनगर ब्लॉक को प्राथमिता
इस काउसलिंग के दौरान चयनित शिक्षकों की नजर में पसंदीदा सरकारी स्कूल सूरतगढ़, घड़साना और रायसिंहनगर ब्लॉक के थे। अस्सी फीसदी चयनित दौसा, बाड़मेर और उदयपुर क्षेत्र के बताए जा रहे है, इन बाहरी जिलों से आए चयनितों की नजर में जिला मुख्यालय से दूर सरकारी स्कूलों में खाली पदों पर लगना था। इस काउसलिंग के दौरान जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर जिला आबकारी अधिकारी करतार सिंह पूनियां विशेष रूप से मौजूद थे। काउसलिंग कमेटी में शिक्षा अधिकारी के अलावा जिला प्रशासन का प्रतिनिधि भी शामिल है। इस बीच कॉलेज कैम्पस में काउसलिंग के दौरान हंगामा या हुडदंग रोकने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया
डीईओ प्रारभिंक रमेश शर्मा ने दावा किया कि इस पदस्थापन से शिक्षकों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी जाएगी, इससे संबंधित स्कूल में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। इससे पहले कॉलेज कैम्पस में लेवल प्रथम के 66 पदों की प्रक्रिया का चरण पूरा किया गया, दोपहर बाद लेवल 2 में विषय अध्यापकेां की काउसलिंग हुई। अध्यापक लेवल द्वितीय में गणित और विज्ञान विषयके 25, अंग्रेजी विषय का एक, एसएसटी के 11, उर्दू के चार, हिन्दी के चार, संस्कृत के सात पद थे। डीईओ ने बताया कि लेवल प्रथम में 66 और लेवल द्वितीय में 52 कुल 118 शिक्षकों की काउसलिग से पदस्थापन की प्रक्रिया पूरीकी गई है।
वरीयता के अनुरुप आए चयनित
काउसलिंग स्थल पर अलग अलग कक्षों में प्रोजेक्टर के माध्यम से जिले भर में शिक्षकों के खाली पड़े पदों के संबंधित स्कूलों की सूची दर्शा रही थी, इसे देखकर चयनित अभ्यार्थियों ने अपनी पसंद के स्कूल के नाम पर्ची में अंकित कर रहे थे। इसके बाद काउससिंग के लिए संबंधित बीईईओ और चयन कमेटी सदस्यों के समक्ष पसंदीदा स्कूल में पदस्थापित करने की सहमति दे रहे थे। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए चयनित अभ्यार्थियों को उनकी मैरिट सूची के अनुरुप बुलाया गया।
सूरतगढ़, घड़साना और रायसिंहनगर ब्लॉक को प्राथमिता
इस काउसलिंग के दौरान चयनित शिक्षकों की नजर में पसंदीदा सरकारी स्कूल सूरतगढ़, घड़साना और रायसिंहनगर ब्लॉक के थे। अस्सी फीसदी चयनित दौसा, बाड़मेर और उदयपुर क्षेत्र के बताए जा रहे है, इन बाहरी जिलों से आए चयनितों की नजर में जिला मुख्यालय से दूर सरकारी स्कूलों में खाली पदों पर लगना था। इस काउसलिंग के दौरान जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर जिला आबकारी अधिकारी करतार सिंह पूनियां विशेष रूप से मौजूद थे। काउसलिंग कमेटी में शिक्षा अधिकारी के अलावा जिला प्रशासन का प्रतिनिधि भी शामिल है। इस बीच कॉलेज कैम्पस में काउसलिंग के दौरान हंगामा या हुडदंग रोकने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया
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