जैसलमेर | जैसलमेरमें 6डी की दूसरी काउंसलिंग बुधवार को अमर शहीद सागरमल
गोपा राउमावि जैसलमेर में आयोजित की गई। दूसरी काउंसलिंग में 124 रिक्त
पदों पर शिक्षकों को पदस्थापित किया गया। दोपहर 1 बजे शुरु हुई काउंसलिंग
में वरियता के आधार पर 133 शिक्षकों को बुलाया गया।
इसके साथ ही दिव्यांग शिक्षकों को 6डी की काउंसलिंग में सहमति नहीं होने पर वापिस प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सुपुर्द किया गया। माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी मन्नाराम मीणा ने बताया कि 124 रिक्त पदों के लिए 133 शिक्षकों को बुलाया गया था। जिसमें से 121 शिक्षक उपस्थित हुए। शिक्षकों के चयन के आधार पर इन्हें माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर पदस्थापित किया गया है। बुधवार शाम तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 6डी के तहत शिक्षकों के आदेश भी जारी कर दिए। अब शिक्षकों को आगामी 20 जुलाई तक माध्यमिक विद्यालयों में कार्यग्रहण करना होगा।
कहींखुशी तो कहीं दिखा मलाल : बुधवारको अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि में आयोजित काउंसलिंग में वरियता के आधार पर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। जिसमें वरियता में वरिष्ठता के आधार पर पहले स्थान प्राप्त करने वाले शिक्षकों को अपने मनपसंद या पास का विद्यालय ही मिला जिससे उन्हें खुशी हुई तथा अपनी पसंद की जगह प्राप्त नहीं होने से शिक्षकों में मायूसी रही। कुछ शिक्षकों ने ग्रुप के रुप में एक साथ दूरस्थ स्थानों का चयन किया ताकि आवागमन में भी साथ रहने से परेशानी नहीं हो।
जैसलमेर. 6डी की काउंसलिंग में उपस्थित शिक्षक अधिकारी।
^प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों से स्थिति तो खराब हो जाएगी। लेकिन जितने शिक्षक कार्यरत है उनसे बेहतर काम करने को लेकर प्रयास किए जाएंगे। साथ ही विद्यालयों के बंद होने की नौबत नहीं आने देंगे। जितने शिक्षक 6डी में माध्यमिक विद्यालयों में चले गए हैं। उनमें से एकल अध्यापक वाले विद्यालयों में शिक्षकों को कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा। आगामी शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। आगामी भर्ती होने से फिर से प्रारंभिक विद्यालयों की स्थिति सुदृढ़ हो पाएगी। बंशीलालरोत, प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी
159 विद्यालयों में संस्थाप्रधान ही नहीं
जिलेमें रिक्त पदों की यह स्थिति है कि 159 विद्यालयों में संस्था प्रधान के पद भी रिक्त चल रहे हैं। जिससे संस्था प्रधान का अतिरिक्त कार्यभार वरिष्ठ शिक्षक को दिया हुआ है। इसके साथ ही तृतीय श्रेणी के सेकंड लेवल के 817 स्वीकृत पदों में से 476 पद रिक्त चल रहे हैं। सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को माध्यमिक में लगाकर विद्यार्थियों की पढ़ाई को खराब किया जा रहा है।
प्रारंभिक विद्यालय खाली
पूर्वमें यह मानसिकता थी कि शहर के सरकारी विद्यालयों में स्टाफ पर्याप्त मात्रा में रहता था। लेकिन 6डी में हुई काउंसलिंग ने इस मानसिकता को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। शहर के अधिकांश प्रारंभिक विद्यालय मात्र एक शिक्षक के भरोसे चल रहे है। उसमें भी अधिकांश में यह स्थिति है कि वह शिक्षक 6डी की काउंसलिंग में माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित है। लेकिन विद्यालय बंद नहीं हो इस स्थिति से बचने के लिए उसे कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।
6डी में 779 शिक्षकों को माध्यमिक में भेजा
एकबार पहले भी हो चुकी 6डी के तहत 655 शिक्षकों को प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा में लगाया गया था। इसके बाद 6डी की दूसरी काउंसलिंग में 124 शिक्षकों को प्रारंभिक से माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थापित किया जा रहा है। हालांकि सरकार द्वारा रीट के माध्यम से प्रदेश भर के प्रारंभिक विद्यालयों में 1500 शिक्षकों की भर्ती की जानी है। लेकिन यह प्रक्रिया कब संपन्न होगी यह कहा नहीं जा सकता है। जब तक प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों को नुकसान ही होगा।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 44 % पद रिक्त
प्रारंभिकशिक्षा विभाग में 44 प्रतिशत पद रिक्त चल रहे हैं। जिससे विद्यालयों के प्रबंधन के साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट हो गई है। सिर्फ तृतीय श्रेणी शिक्षकों की बात की जाए तो फर्स्ट लेवल के 1966 पद स्वीकृत है जिसमें से 903 पद रिक्त चल रहे है। इसके साथ ही 6डी की प्रक्रिया में बुधवार को तृतीय श्रेणी के 124 शिक्षकों को माध्यमिक में पदस्थापित कर दिया है। जिसके बाद प्रारंभिक विद्यालयों को बंद करने की स्थिति पैदा हो रही है।
फैक्ट फाइल
{जिले में कुल 1001सरकारीप्रारंभिक विद्यालय संचालित।
{ जैसलमेर के 282,समके 314सांकड़ाके 405विद्यालयोंमें शिक्षकों के पद रिक्त।
{ संस्था प्रधान के 270पदस्वीकृत, कार्यरत मात्र 111
जैसलमेर | जैसलमेरमें 6डी की दूसरी काउंसलिंग बुधवार को अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि जैसलमेर में आयोजित की गई। दूसरी काउंसलिंग में 124 रिक्त पदों पर शिक्षकों को पदस्थापित किया गया। दोपहर 1 बजे शुरु हुई काउंसलिंग में वरियता के आधार पर 133 शिक्षकों को बुलाया गया। इसके साथ ही दिव्यांग शिक्षकों को 6डी की काउंसलिंग में सहमति नहीं होने पर वापिस प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सुपुर्द किया गया। माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी मन्नाराम मीणा ने बताया कि 124 रिक्त पदों के लिए 133 शिक्षकों को बुलाया गया था। जिसमें से 121 शिक्षक उपस्थित हुए। शिक्षकों के चयन के आधार पर इन्हें माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर पदस्थापित किया गया है। बुधवार शाम तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 6डी के तहत शिक्षकों के आदेश भी जारी कर दिए। अब शिक्षकों को आगामी 20 जुलाई तक माध्यमिक विद्यालयों में कार्यग्रहण करना होगा।
कहींखुशी तो कहीं दिखा मलाल : बुधवारको अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि में आयोजित काउंसलिंग में वरियता के आधार पर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। जिसमें वरियता में वरिष्ठता के आधार पर पहले स्थान प्राप्त करने वाले शिक्षकों को अपने मनपसंद या पास का विद्यालय ही मिला जिससे उन्हें खुशी हुई तथा अपनी पसंद की जगह प्राप्त नहीं होने से शिक्षकों में मायूसी रही। कुछ शिक्षकों ने ग्रुप के रुप में एक साथ दूरस्थ स्थानों का चयन किया ताकि आवागमन में भी साथ रहने से परेशानी नहीं हो।
इसके साथ ही दिव्यांग शिक्षकों को 6डी की काउंसलिंग में सहमति नहीं होने पर वापिस प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सुपुर्द किया गया। माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी मन्नाराम मीणा ने बताया कि 124 रिक्त पदों के लिए 133 शिक्षकों को बुलाया गया था। जिसमें से 121 शिक्षक उपस्थित हुए। शिक्षकों के चयन के आधार पर इन्हें माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर पदस्थापित किया गया है। बुधवार शाम तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 6डी के तहत शिक्षकों के आदेश भी जारी कर दिए। अब शिक्षकों को आगामी 20 जुलाई तक माध्यमिक विद्यालयों में कार्यग्रहण करना होगा।
कहींखुशी तो कहीं दिखा मलाल : बुधवारको अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि में आयोजित काउंसलिंग में वरियता के आधार पर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। जिसमें वरियता में वरिष्ठता के आधार पर पहले स्थान प्राप्त करने वाले शिक्षकों को अपने मनपसंद या पास का विद्यालय ही मिला जिससे उन्हें खुशी हुई तथा अपनी पसंद की जगह प्राप्त नहीं होने से शिक्षकों में मायूसी रही। कुछ शिक्षकों ने ग्रुप के रुप में एक साथ दूरस्थ स्थानों का चयन किया ताकि आवागमन में भी साथ रहने से परेशानी नहीं हो।
जैसलमेर. 6डी की काउंसलिंग में उपस्थित शिक्षक अधिकारी।
^प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों से स्थिति तो खराब हो जाएगी। लेकिन जितने शिक्षक कार्यरत है उनसे बेहतर काम करने को लेकर प्रयास किए जाएंगे। साथ ही विद्यालयों के बंद होने की नौबत नहीं आने देंगे। जितने शिक्षक 6डी में माध्यमिक विद्यालयों में चले गए हैं। उनमें से एकल अध्यापक वाले विद्यालयों में शिक्षकों को कार्यमुक्त नहीं किया जाएगा। आगामी शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। आगामी भर्ती होने से फिर से प्रारंभिक विद्यालयों की स्थिति सुदृढ़ हो पाएगी। बंशीलालरोत, प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी
159 विद्यालयों में संस्थाप्रधान ही नहीं
जिलेमें रिक्त पदों की यह स्थिति है कि 159 विद्यालयों में संस्था प्रधान के पद भी रिक्त चल रहे हैं। जिससे संस्था प्रधान का अतिरिक्त कार्यभार वरिष्ठ शिक्षक को दिया हुआ है। इसके साथ ही तृतीय श्रेणी के सेकंड लेवल के 817 स्वीकृत पदों में से 476 पद रिक्त चल रहे हैं। सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को माध्यमिक में लगाकर विद्यार्थियों की पढ़ाई को खराब किया जा रहा है।
प्रारंभिक विद्यालय खाली
पूर्वमें यह मानसिकता थी कि शहर के सरकारी विद्यालयों में स्टाफ पर्याप्त मात्रा में रहता था। लेकिन 6डी में हुई काउंसलिंग ने इस मानसिकता को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। शहर के अधिकांश प्रारंभिक विद्यालय मात्र एक शिक्षक के भरोसे चल रहे है। उसमें भी अधिकांश में यह स्थिति है कि वह शिक्षक 6डी की काउंसलिंग में माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित है। लेकिन विद्यालय बंद नहीं हो इस स्थिति से बचने के लिए उसे कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।
6डी में 779 शिक्षकों को माध्यमिक में भेजा
एकबार पहले भी हो चुकी 6डी के तहत 655 शिक्षकों को प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा में लगाया गया था। इसके बाद 6डी की दूसरी काउंसलिंग में 124 शिक्षकों को प्रारंभिक से माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थापित किया जा रहा है। हालांकि सरकार द्वारा रीट के माध्यम से प्रदेश भर के प्रारंभिक विद्यालयों में 1500 शिक्षकों की भर्ती की जानी है। लेकिन यह प्रक्रिया कब संपन्न होगी यह कहा नहीं जा सकता है। जब तक प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों को नुकसान ही होगा।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 44 % पद रिक्त
प्रारंभिकशिक्षा विभाग में 44 प्रतिशत पद रिक्त चल रहे हैं। जिससे विद्यालयों के प्रबंधन के साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट हो गई है। सिर्फ तृतीय श्रेणी शिक्षकों की बात की जाए तो फर्स्ट लेवल के 1966 पद स्वीकृत है जिसमें से 903 पद रिक्त चल रहे है। इसके साथ ही 6डी की प्रक्रिया में बुधवार को तृतीय श्रेणी के 124 शिक्षकों को माध्यमिक में पदस्थापित कर दिया है। जिसके बाद प्रारंभिक विद्यालयों को बंद करने की स्थिति पैदा हो रही है।
फैक्ट फाइल
{जिले में कुल 1001सरकारीप्रारंभिक विद्यालय संचालित।
{ जैसलमेर के 282,समके 314सांकड़ाके 405विद्यालयोंमें शिक्षकों के पद रिक्त।
{ संस्था प्रधान के 270पदस्वीकृत, कार्यरत मात्र 111
जैसलमेर | जैसलमेरमें 6डी की दूसरी काउंसलिंग बुधवार को अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि जैसलमेर में आयोजित की गई। दूसरी काउंसलिंग में 124 रिक्त पदों पर शिक्षकों को पदस्थापित किया गया। दोपहर 1 बजे शुरु हुई काउंसलिंग में वरियता के आधार पर 133 शिक्षकों को बुलाया गया। इसके साथ ही दिव्यांग शिक्षकों को 6डी की काउंसलिंग में सहमति नहीं होने पर वापिस प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सुपुर्द किया गया। माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी मन्नाराम मीणा ने बताया कि 124 रिक्त पदों के लिए 133 शिक्षकों को बुलाया गया था। जिसमें से 121 शिक्षक उपस्थित हुए। शिक्षकों के चयन के आधार पर इन्हें माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर पदस्थापित किया गया है। बुधवार शाम तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 6डी के तहत शिक्षकों के आदेश भी जारी कर दिए। अब शिक्षकों को आगामी 20 जुलाई तक माध्यमिक विद्यालयों में कार्यग्रहण करना होगा।
कहींखुशी तो कहीं दिखा मलाल : बुधवारको अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि में आयोजित काउंसलिंग में वरियता के आधार पर काउंसलिंग का आयोजन किया गया। जिसमें वरियता में वरिष्ठता के आधार पर पहले स्थान प्राप्त करने वाले शिक्षकों को अपने मनपसंद या पास का विद्यालय ही मिला जिससे उन्हें खुशी हुई तथा अपनी पसंद की जगह प्राप्त नहीं होने से शिक्षकों में मायूसी रही। कुछ शिक्षकों ने ग्रुप के रुप में एक साथ दूरस्थ स्थानों का चयन किया ताकि आवागमन में भी साथ रहने से परेशानी नहीं हो।
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