अमर उजाला टीम डिजिटल/जयपुर साल 1992 से लेकर अब तक कला शिक्षकों की भर्ती नहीं होने को लेकर प्रदेश भर के कला शिक्षक परेशान हैं। तब से लेकर अब तक सरकारी स्कूलों में कला शिक्षा पढ़ाया तो जाता है, लेकिन वो भी बिना कला शिक्षकों के।
तब से अब तक न तो एक भी कला शिक्षक का पद सृजित किया गया है न ही भर्ती की गई है। कला शिक्षा पढ़ाने के नाम पर महज खाना पूर्ति हो रही है। ऐसे में राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे कला शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
इसके विरोध के लिए कला शिक्षक प्रदेश की वसुंधरा राजे सरकार के आगे गुहार लगाकर हार चुके हैं। अब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। नई मुहिम के तहत राजस्थान के विभिन्न जिलों से कला शिक्षक सांगानेर स्थित ग्राम दांतली पहुंचेंगे। वहां सभी प्रधानमंत्री के नाम खत लिखकर उन्हें अपनी परेशानी से अवगत करवाएंगे। इसके साथ ही वे अब बच्चों को घर-घर जाकर कला शिक्षा का निःशुल्क डेमो भी देंगे।
इस मुहिम का नाम 'नन्हों की कला शिक्षा उनके द्वारे' रखा गया है। टोंक जिले के ग्राम बरवास से अभियान की शुरुआत करने के बाद अब जयपुर के ग्राम दांतली तहसील सांगानेर में रविवार को सुबह 9 बजे से बच्चो को कला शिक्षा विषय के जुड़ी गतिविधियों जैसै चित्रकला ,मूर्तिकला ,विर्जवल आर्ट का लाईव डेमो दिया जायेगा। इस निःशुल्क कला शिक्षा शिविर कार्यशाला में चित्र व प्रतिमाऐं बनाई जाएगी ।गौरतलब है कि हर साल अनिवार्य कला शिक्षा विषय बच्चों को पढ़ाई नहीं जाती है, बिना परीक्षा ,बिना पढ़ाए ही फर्जी मूल्यांकन कर कक्षा 1-10 तक फर्जी ग्रेड दे देते हैं।
तब से अब तक न तो एक भी कला शिक्षक का पद सृजित किया गया है न ही भर्ती की गई है। कला शिक्षा पढ़ाने के नाम पर महज खाना पूर्ति हो रही है। ऐसे में राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे कला शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
इसके विरोध के लिए कला शिक्षक प्रदेश की वसुंधरा राजे सरकार के आगे गुहार लगाकर हार चुके हैं। अब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। नई मुहिम के तहत राजस्थान के विभिन्न जिलों से कला शिक्षक सांगानेर स्थित ग्राम दांतली पहुंचेंगे। वहां सभी प्रधानमंत्री के नाम खत लिखकर उन्हें अपनी परेशानी से अवगत करवाएंगे। इसके साथ ही वे अब बच्चों को घर-घर जाकर कला शिक्षा का निःशुल्क डेमो भी देंगे।
इस मुहिम का नाम 'नन्हों की कला शिक्षा उनके द्वारे' रखा गया है। टोंक जिले के ग्राम बरवास से अभियान की शुरुआत करने के बाद अब जयपुर के ग्राम दांतली तहसील सांगानेर में रविवार को सुबह 9 बजे से बच्चो को कला शिक्षा विषय के जुड़ी गतिविधियों जैसै चित्रकला ,मूर्तिकला ,विर्जवल आर्ट का लाईव डेमो दिया जायेगा। इस निःशुल्क कला शिक्षा शिविर कार्यशाला में चित्र व प्रतिमाऐं बनाई जाएगी ।गौरतलब है कि हर साल अनिवार्य कला शिक्षा विषय बच्चों को पढ़ाई नहीं जाती है, बिना परीक्षा ,बिना पढ़ाए ही फर्जी मूल्यांकन कर कक्षा 1-10 तक फर्जी ग्रेड दे देते हैं।
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