जयपुर। विद्यार्थियों की नई यूनीफॉर्म तय करने के बाद शिक्षा विभाग एक
ओर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। प्रदेश के 4 लाख शिक्षकों के लिए पहली बार
ड्रेस कोड लागू होगा। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। अगले
महीने ड्रेस तय करने को लेकर जयपुर में विभाग के बड़े अधिकारी जुटेंगे।
पांचवीं तक के बच्चों को है नई यूनीफॉर्म से छूट
पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को यूनीफॉर्म पहनकर स्कूल आने की बाध्यता नहीं है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि इन कक्षाओं के विद्यार्थियों पर शिक्षक यूनीफॉर्म पहनकर आने की अनिवार्यता पर जोर नहीं दे।
बीस साल बाद यूनीफॉर्म बदली
बीस साल बाद सरकारी स्कूलों की यूनीफॉर्म बदली गई है। इसमें छात्रों के लिए कत्थई रंग का हाफ पेंट या पेंट और हल्के भूरे रंग का शर्ट नई यूनीफॉर्म में शामिल किया गया है। जबकि छात्राओं के लिए सलवार, स्कर्ट और चुन्नी कत्थई रंग की होगी और शर्ट या कुर्ता हल्के भूरे रंग का होगा।
50-50 यूनीफॉर्म डीईओ कार्यालय में होगी
शिक्षा विभाग के आदेश दिया है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में यूनीफॉर्म के सेंपल के रूप में 50-50 सेट रखे जाएंगे। इनको सिलवाने का खर्चा माध्यमिक शिक्षा अभियान और राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद वहन करेगा।
इसमें इस पर विचार होगा कि शिक्षकों का ड्रेस कोड क्या रहे और कब से
लागू किया जाए। संभावना जताई जा रही है सत्र 2018-19 से सरकारी स्कूलों के
शिक्षक भी यूनीफॉर्म में नजर आएंगे। शिक्षा विभाग के आला अधिकारी 5 अप्रैल
को सुबह 12 बजे सचिवालय में शिक्षकों के ड्रेस कोड पर विचार करेंगे। बैठक
में सर्व शिक्षा अभियान से अतिरिक्त आयुक्त, विभाग के उपसचिव कमलेश
आबूसरिया और आभा बेनीवाल, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद के उपायुक्त
प्रथम, शिक्षा ग्रुप-1 के विशेषाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक सहित कई
अधिकारी हिस्सा लेंगे।
शिक्षकों का ड्रेस कोड तय होने से विद्यार्थियों और अभिभावकों को काफी
राहत मिलेगी। इससे पहले विभाग ने स्कूल में आने वाले अभिभावकों की सुविधा
के लिए शिक्षकों की फोटो सूचना पट्ट पर लगाने के निर्देश दिए थे। ताकि
अभिभावक शिक्षकों को पहचान सके। विभाग का मानना है कि ड्रेस कोड तय होने से
शिक्षकों की अलग ही पहचान हो सकेगी।पांचवीं तक के बच्चों को है नई यूनीफॉर्म से छूट
पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को यूनीफॉर्म पहनकर स्कूल आने की बाध्यता नहीं है। शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि इन कक्षाओं के विद्यार्थियों पर शिक्षक यूनीफॉर्म पहनकर आने की अनिवार्यता पर जोर नहीं दे।
बीस साल बाद यूनीफॉर्म बदली
बीस साल बाद सरकारी स्कूलों की यूनीफॉर्म बदली गई है। इसमें छात्रों के लिए कत्थई रंग का हाफ पेंट या पेंट और हल्के भूरे रंग का शर्ट नई यूनीफॉर्म में शामिल किया गया है। जबकि छात्राओं के लिए सलवार, स्कर्ट और चुन्नी कत्थई रंग की होगी और शर्ट या कुर्ता हल्के भूरे रंग का होगा।
50-50 यूनीफॉर्म डीईओ कार्यालय में होगी
शिक्षा विभाग के आदेश दिया है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में यूनीफॉर्म के सेंपल के रूप में 50-50 सेट रखे जाएंगे। इनको सिलवाने का खर्चा माध्यमिक शिक्षा अभियान और राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद वहन करेगा।
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