प्रदेश में विशेष शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने थोड़े प्रयास किए, लेकिन कानूनी पेंच उलझने पर सब ने चुप्पी साध ली। रीट के जरिए तृतीय श्रेणी में शिक्षकों की भर्ती होनी थी। सामान्य शिक्षा की कट ऑफ घोषित हो चुकी है। लेकिन विशेष शिक्षा का अभी तक पता नहीं है।
इसी तरह आरपीएससी की ओर से द्वितीय श्रेणी विशेष शिक्षकों की भर्ती होनी है। लेकिन एक वर्ष बाद भी परीक्षा का सिलेबस घोषित नहीं हो सका है। पहले सरकार ने नए सत्र में विशेष शिक्षक हर स्कूल में लगाने का दावा किया था। लेकिन सत्र लगभग गुजरने को है स्कूलों को विशेष शिक्षक नहीं मिल सके है।
1. फिर कै से आगे बढ़ेंगे दिव्यांग
विकलांग सेवा संस्थान की सचिव सुषमा खर्रा ने बताया कि सीकर जिले में दिव्यांग विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा के लिए तो पहले से कोई इंतजाम नहीं है। अब प्रांरभिक शिक्षा में भी विशेष शिक्षकों का टोटा परेशानी खड़ी कर रहा है। सभी निजी स्कूल संचालकों को भी विशेष शिक्षक लगाने की पहल करनी होगी, ताकि दिव्यांगों का शिक्षा का सपना पूरा हो सके।
2.पालना नहीं करना गंभीर
निजी स्कूलों में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परिवाद दर्ज करने वाली विशेष योग्यजन संस्थान की सचिव सोनम खींचड़ का कहना है कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने लगभग दो वर्ष पहले भी विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी किए थे। इसके बाद भी कई स्कूल संचालकों ने इसकी पालना नहीं की। एेसे में संस्थान को दोबारा शिकायत भेजनी पड़ी।
इसी तरह आरपीएससी की ओर से द्वितीय श्रेणी विशेष शिक्षकों की भर्ती होनी है। लेकिन एक वर्ष बाद भी परीक्षा का सिलेबस घोषित नहीं हो सका है। पहले सरकार ने नए सत्र में विशेष शिक्षक हर स्कूल में लगाने का दावा किया था। लेकिन सत्र लगभग गुजरने को है स्कूलों को विशेष शिक्षक नहीं मिल सके है।
1. फिर कै से आगे बढ़ेंगे दिव्यांग
विकलांग सेवा संस्थान की सचिव सुषमा खर्रा ने बताया कि सीकर जिले में दिव्यांग विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा के लिए तो पहले से कोई इंतजाम नहीं है। अब प्रांरभिक शिक्षा में भी विशेष शिक्षकों का टोटा परेशानी खड़ी कर रहा है। सभी निजी स्कूल संचालकों को भी विशेष शिक्षक लगाने की पहल करनी होगी, ताकि दिव्यांगों का शिक्षा का सपना पूरा हो सके।
2.पालना नहीं करना गंभीर
निजी स्कूलों में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परिवाद दर्ज करने वाली विशेष योग्यजन संस्थान की सचिव सोनम खींचड़ का कहना है कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने लगभग दो वर्ष पहले भी विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी किए थे। इसके बाद भी कई स्कूल संचालकों ने इसकी पालना नहीं की। एेसे में संस्थान को दोबारा शिकायत भेजनी पड़ी।
No comments:
Post a Comment