उदयपुर । बोर्ड परीक्षाओं के दौरान अन्य कक्षाओं की पढ़ाई बाधित नहीं हो, इसके लिए शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है। गत कुछ वर्षों में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षकों को वीक्षक लगा देने से ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य कक्षाओं का अध्यापन बाधित रहता था।
इस स्थिति से निपटने के लिए इस वर्ष जहां तक संभव हो सेकण्डरी सेटअप के शिक्षकों को ही बोर्ड परीक्षा में वीक्षक लगाया जाएगा।
बोर्ड के परीक्षा केन्द्र वाले विद्यालय के एक शिक्षक को छोड़कर अन्य किसी भी को अन्यत्र परीक्षा केन्द्र पर वीक्षक ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा। वीक्षक ड्यूटी से बचे शिक्षकों को बोर्ड कक्षाओं के अतिरिक्त कक्षाओं में रेमेडियल क्लासेज के लिए लगाया जाएगा।
कॉपी जांच से नहीं कर सकेंगे इनकार : स्कूली व्याख्याताओं और बोर्ड परीक्षाओं का अध्यापन कराने वाले शिक्षकों के लिए बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना होगा। भले ही उनका बोर्ड में परीक्षक के रूप में पंजीयन न हो। कोई भी पात्र शिक्षक बोर्ड की कॉपी के मूल्यांकन से इनकार करता है तो गंभीरता से लेंगे। अफसरों का मानना है कि आरटीआई के चलते विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका की कॉपी लेकर उसमें त्रुटि को उजागर करेगा तो समूचे शिक्षक वर्ग की गरिमा को ठेस पहुंचेगी। इससे बचने के लिए यह प्रावधान किया है।
मोबाइल एप से मिलेगी जानकारी
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष परीक्षाओं को लेकर मोबाइल एप बनाया है। परीक्षा के दौरान इस एप के माध्यम से बोर्ड सभी केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा का विषय, प्रश्न-पत्र लिफाफे का कलर, परीक्षा का समय आदि सूचित करेगा, जिससे प्रश्न-पत्र लिफाफे खोलने में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
जहां तक संभव हो सकेगा सेकण्डरी सेटअप के ही शिक्षकों को बोर्ड परीक्षाओं में लगाएंगे। इससे अन्य कक्षाओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी।
शिवजी गौड, जिला शिक्षा अधिकारी, मा.शि., उदयपुर
इस स्थिति से निपटने के लिए इस वर्ष जहां तक संभव हो सेकण्डरी सेटअप के शिक्षकों को ही बोर्ड परीक्षा में वीक्षक लगाया जाएगा।
बोर्ड के परीक्षा केन्द्र वाले विद्यालय के एक शिक्षक को छोड़कर अन्य किसी भी को अन्यत्र परीक्षा केन्द्र पर वीक्षक ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा। वीक्षक ड्यूटी से बचे शिक्षकों को बोर्ड कक्षाओं के अतिरिक्त कक्षाओं में रेमेडियल क्लासेज के लिए लगाया जाएगा।
कॉपी जांच से नहीं कर सकेंगे इनकार : स्कूली व्याख्याताओं और बोर्ड परीक्षाओं का अध्यापन कराने वाले शिक्षकों के लिए बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना होगा। भले ही उनका बोर्ड में परीक्षक के रूप में पंजीयन न हो। कोई भी पात्र शिक्षक बोर्ड की कॉपी के मूल्यांकन से इनकार करता है तो गंभीरता से लेंगे। अफसरों का मानना है कि आरटीआई के चलते विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका की कॉपी लेकर उसमें त्रुटि को उजागर करेगा तो समूचे शिक्षक वर्ग की गरिमा को ठेस पहुंचेगी। इससे बचने के लिए यह प्रावधान किया है।
मोबाइल एप से मिलेगी जानकारी
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष परीक्षाओं को लेकर मोबाइल एप बनाया है। परीक्षा के दौरान इस एप के माध्यम से बोर्ड सभी केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा का विषय, प्रश्न-पत्र लिफाफे का कलर, परीक्षा का समय आदि सूचित करेगा, जिससे प्रश्न-पत्र लिफाफे खोलने में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
जहां तक संभव हो सकेगा सेकण्डरी सेटअप के ही शिक्षकों को बोर्ड परीक्षाओं में लगाएंगे। इससे अन्य कक्षाओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी।
शिवजी गौड, जिला शिक्षा अधिकारी, मा.शि., उदयपुर
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