उदयपुर. सरकार मिशन मेरिट को
आधार बना स्कूलों में परिणाम सुधार का प्रयास कर रही है और जिला प्रशासन
भी कोशिश में लगा है, लेकिन हालात विपरीत हैं। स्कूलों में शिक्षकों के
हजारों पद खाली हैं। उदयपुर जिले के स्कूलों में इस बार से 5वीं, 8 वीं, 10
वीं और 12 बोर्ड की होनी हैं।
केस - 1
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मांडवा में तृतीय श्रेणी के दो शिक्षक और एक पीटीआई हैं। एक भी व्याख्याता नहीं है, जबकि 290 विद्यार्थी हैं। कक्षा 5 में 6, कक्षा 8 में 36, कक्षा10 में 75 और कक्षा 12 में 14 विद्यार्थी हैं। यहां पिछले दिनों जिला शिक्षा अधिकारी ने 3 शिक्षकों को शिक्षण व्यवस्था में लगाया था।
केस - 2
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झेड़ में 172 विद्यार्थी हैं। एक शिक्षक व एक पीटीआई है। कक्षा 5 में 17, कक्षा 8 में 18, कक्षा 10 में 18 और कक्षा 12 में 7 विद्यार्थी हैं। अब विद्यार्थी और उनके अभिभावक चिंतित हैं। कई बार अधिकारियों को बताने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केस - 3
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खाखरिया सिर्फ एक शारीरिक शिक्षक के भरोसे है। हाल ही यहां दो शिक्षक व्यवस्था में लगाए हैं। विद्यार्थी अपने कोर्स को लेकर चिंतित हैं, लेकिन विभाग को परवाह नहीं है। इस विद्यालय में 189 विद्यार्थी हैं। कक्षा 5 में 6, कक्षा 8 में 6, कक्षा 10 में 25 और कक्षा 12 में 4 विद्यार्थी हैं।
नतीजा बिगड़ा तो चार्जशीट
स्कूलों में बोर्ड परीक्षा का परिणाम खराब रहता है तो शिक्षक व संस्था प्रधान को चार्जशीट दी जाती है। शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में सभी पद रिक्त हैं तो आखिर पढ़ाए कौन।
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर कोटड़ा ब्लॉक के प्रत्येक विद्यालय में 4 शिक्षकों से विशेष कोचिंग कराई जाएगी। इसके लिए आदेश कर दिए हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में सुधार होगा। ये शिक्षक 35 स्कूलों में लगाए जाएंगे।
शिवजी गौड़, जिला शिक्षा अधिकारी-माध्यमिक, उदयपुर
- Shiksha Vibhaag : संस्था प्रधानो को मुख्यालय नहीं छोड़ने हेतु दिशा निर्देश
- Part Time Teacher Interview KV : विज्ञप्ति(पार्ट टाइम अध्यापको हेतु साक्षात्कार)
- 3rd Grade counselling : तृतीय श्रेणी शिक्षको की काउंसलिंग कल
- 2nd Grade : 3 बार बदल दी ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा की तारीख, अभ्यर्थियों की बढ़ी परेशानी
- 50 हजार शिक्षकों का होगा 3 माह में पदस्थापन शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा
- पतंजलि में निकली 8097 पदों पर भर्ती, सैलरी- 40,000, योग्यता- 10वीं पास
केस - 1
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मांडवा में तृतीय श्रेणी के दो शिक्षक और एक पीटीआई हैं। एक भी व्याख्याता नहीं है, जबकि 290 विद्यार्थी हैं। कक्षा 5 में 6, कक्षा 8 में 36, कक्षा10 में 75 और कक्षा 12 में 14 विद्यार्थी हैं। यहां पिछले दिनों जिला शिक्षा अधिकारी ने 3 शिक्षकों को शिक्षण व्यवस्था में लगाया था।
केस - 2
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झेड़ में 172 विद्यार्थी हैं। एक शिक्षक व एक पीटीआई है। कक्षा 5 में 17, कक्षा 8 में 18, कक्षा 10 में 18 और कक्षा 12 में 7 विद्यार्थी हैं। अब विद्यार्थी और उनके अभिभावक चिंतित हैं। कई बार अधिकारियों को बताने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केस - 3
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खाखरिया सिर्फ एक शारीरिक शिक्षक के भरोसे है। हाल ही यहां दो शिक्षक व्यवस्था में लगाए हैं। विद्यार्थी अपने कोर्स को लेकर चिंतित हैं, लेकिन विभाग को परवाह नहीं है। इस विद्यालय में 189 विद्यार्थी हैं। कक्षा 5 में 6, कक्षा 8 में 6, कक्षा 10 में 25 और कक्षा 12 में 4 विद्यार्थी हैं।
नतीजा बिगड़ा तो चार्जशीट
स्कूलों में बोर्ड परीक्षा का परिणाम खराब रहता है तो शिक्षक व संस्था प्रधान को चार्जशीट दी जाती है। शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में सभी पद रिक्त हैं तो आखिर पढ़ाए कौन।
- 3rd Grade : परीक्षा के एक साल बाद भी बेरोजगार शिक्षक को है भर्ती प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार
- राजस्थानः सरकारी स्कूलों के छात्र जल्द नई यूनिफॉर्म में आएंगे नजर
- रिवाइज 2012 वालो के पदस्थापन के संबंध मे
- जोधपुर हाईकोर्ट ने व्याख्याता स्कूल शिक्षा भर्ती मामले में 13,500 पदों पर नियुक्तियों को दी हरी झंडी
- कल सुनवाई कोर्ट नंबर 6 में
- ग्राम सहायकों की भर्ती, पीईईओ के पास तो गाइड लाइन और ही चयन का अाधार
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर कोटड़ा ब्लॉक के प्रत्येक विद्यालय में 4 शिक्षकों से विशेष कोचिंग कराई जाएगी। इसके लिए आदेश कर दिए हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में सुधार होगा। ये शिक्षक 35 स्कूलों में लगाए जाएंगे।
शिवजी गौड़, जिला शिक्षा अधिकारी-माध्यमिक, उदयपुर
No comments:
Post a Comment