राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के जिलाध्यक्ष भैराराम ने जिला शिक्षा विभाग
के अधिकारियों की ढिलाई को लेकर शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन दिया।
जिसमें बताया कि शिक्षा विभाग ने प्रबोधक को वरिष्ठ अध्यापक बनाकर पदोन्नत किया है। पातेय वेतन प्रधानाध्यापक सर्त् 2009 से कार्यरत है उनकी वरियता का ध्यान नहीं रखा गया है। वहीं ऐसे शिक्षकों को 16-17 की डीपीसी शामिल कर उनके साथ वरियता का अन्याय किया। उनके पद स्थापित स्थान को भी रिक्त नहीं बताया गया। जिनसे उन्हें अन्यत्र स्थान पर काउंसलिंग करवानी पड़ी। जिसका संघ की ओर से विरोध किया गया। शिक्षक संघ ने बताया कि 2012 में नियुक्त शिक्षकों को राजस्थान के अन्य जिलें में बोनस दिया गया, लेकिन जालोर जिला शिक्षा अधिकारी ने अभी तक बोनस का भुगतान नहीं किया।
जिसमें बताया कि शिक्षा विभाग ने प्रबोधक को वरिष्ठ अध्यापक बनाकर पदोन्नत किया है। पातेय वेतन प्रधानाध्यापक सर्त् 2009 से कार्यरत है उनकी वरियता का ध्यान नहीं रखा गया है। वहीं ऐसे शिक्षकों को 16-17 की डीपीसी शामिल कर उनके साथ वरियता का अन्याय किया। उनके पद स्थापित स्थान को भी रिक्त नहीं बताया गया। जिनसे उन्हें अन्यत्र स्थान पर काउंसलिंग करवानी पड़ी। जिसका संघ की ओर से विरोध किया गया। शिक्षक संघ ने बताया कि 2012 में नियुक्त शिक्षकों को राजस्थान के अन्य जिलें में बोनस दिया गया, लेकिन जालोर जिला शिक्षा अधिकारी ने अभी तक बोनस का भुगतान नहीं किया।